*सीतापुर के सकरन में पांच पीएचसी केन्द्रों पर कई वर्ष से नहीं है चिकित्सक, लोग प्राइवेट में इलाज कराने को मजबूर*
सीतापुर- विकास खंड सकरन के पांच पीएसी केन्द्रों पर कई वर्षों से किसी डाक्टर की तैनाती न होने के कारण क्षेत्र की जनता प्राइवेट डाक्टरों से अपना इलाज कराने पर विवश है। ग्रामीणों की मांग के बावजूद केन्द्रों पर चिकित्सकों की तैनाती विभाग द्वारा नहीं की जा रही है।
विकास खंड सकरन में कहने को तो एक सीएचसी व पांच पीएचसी स्वास्थ केन्द्र बने हुए है। इन सभी केन्द्रों के अन्तर्गत 85 ग्राम पंचायतें आती है। इन ग्राम पंचायतों के लोगों के स्वास्थ की जिम्मेदारी प्राथमिक स्वस्थ्य केन्द्र सकरन, खानपुर, रेवान, महाराज नगर, मुर्थना पर है। जिसमें से सकरन में एक संविदा चिकित्सक व महाराजनगर में एक फार्मासिस्ट की ही तैनाती है। इन प्राथमिक स्वास्थ केन्द्रों पर बीते पांच वर्षों से किसी भी डाक्टर की तैनाती विभाग द्वारा नहीं की गयी है।
केन्द्रों पर चिकित्सक न होने के कारण क्षेत्रीय लोग बीमार होने पर मजबूरन इलाके के झोलाछाप डाक्टरों की शरण में जाते है। क्षेत्र में इस समय हर गांव के हर घर में जाड़ा बुखार जैसी बीमारियां फैली हुई है। उनके इलाज के लिए स्वास्थ विभाग से न तो कोई टीम आती है और न ही प्रभावित गांवों में दवाओं का वितरण कराया जा रहा है। पीडित मरीज क्षेत्र के प्राइवेट डाक्टरों से अपना इलाज करा रहे है।
क्षेत्र के प्राइवेट डाक्टर मरीजों को जांच व इलाज के नाम पर जमकर लूट रहे है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने स्वास्थ केन्द्रों पर डाक्टरों की तैनाती किए जाने की मांग की है। सीएचसी अधीक्षक अनिल कुमार सचान ने बताया कि पीएचसी केन्द्रों पर तैनाती के लिए विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
Aug 18 2024, 18:58