भारी बारिश से बहा भोगवार गांव की सड़क, ग्रामीणों का आक्रोश प्रदर्शन
अशोक कुमार जायसवाल ,डीडीयू नगर, मुगलसराय के भोगवार गांव में भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। प्राथमिक विद्यालय और दलित बस्ती की ओर जाने वाली सड़क का आधा हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह गया है। यह सड़क न केवल गांववासियों के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि इस मार्ग से सरकारी अस्पताल और आंगनबाड़ी केंद्र भी जुड़े हुए हैं, जिससे ग्रामीणों को अत्यधिक परेशानी हो रही है।
गांववासियों ने सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया है। हालांकि उनकी गुहार विधायक और जिला पंचायत सदस्य तक पहुंचने के बावजूद अनसुनी रह गई है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिया के पास पानी के तेज बहाव के चलते सड़क का आधा हिस्सा बह गया है, जिससे वाहनों के आवागमन में मुश्किलें आ रही हैं।
अस्पताल जाने वाली एंबुलेंस भी इसी मार्ग से होकर गुजरती हैं, जिससे आपातकालीन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है, ताकि उनकी दिक्कतें कम हो सकें।
इस समस्या के कारण बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। प्राथमिक विद्यालय तक पहुंचने में बच्चों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्र भी इसी मार्ग पर स्थित है, जिससे छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को भी परेशानी हो रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। उनका कहना है कि जब तक सड़क की मरम्मत नहीं की जाती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस मुद्दे पर ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशासन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क उनके लिए जीवन रेखा की तरह है, और इसके बह जाने से उनका दैनिक जीवन बहुत प्रभावित हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि बारिश के मौसम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है, जिससे गांव का संपर्क बाहरी दुनिया से कट जाता है।
सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर ग्रामीणों ने विधायक और जिला पंचायत सदस्य को ज्ञापन भी सौंपा है। इसके बावजूद, अगर प्रशासन ने जल्द ही कदम नहीं उठाया, तो गांववासियों का आंदोलन और भी उग्र हो सकता है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को अनसुना किया गया, तो वे मजबूरन उग्र प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।
Jul 31 2024, 18:05