आज 51वें जन्मदिन पर विशेष : वो गाना जिसने खोल दिए सोनू निगम की किस्मत के बंद ताले, दिल टूटने पर आज भी यही सुनते हैं लोग
नयी दिल्ली : सोनू निगम हिंदी सिंगिंग इंडस्ट्री के सबसे पॉपुलर और सफल सिंगर्स में से हैं। देश ही नहीं, विदेश में भी उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है। बचपन से ही स्टेज पर अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरने वाले सोनू निगम को संगीत की दुनिया में अपना नाम-पहचान बनाने के लिए खूब पापड़ बेलने पड़े, लेकिन आखिरकार वह उस मुकाम तक पहुंचने में सफल रहे।
सोनू निगम हिंदी सिंगिंग इंडस्ट्री के ऐसे कलाकार हैं जो आज किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। उनकी आवाज आज हिंदुस्तान की भी पहचान बन चुकी है। उनकी आवाज के देश में ही नहीं दुनियाभर में कद्रदान हैं। आज भले ही सोनू निगम इंडस्ट्री के सबसे सफल और महेंगे सिंगर्स में से एक हैं, लेकिन एक दौरा था जब उन्हें काबिलियत होने के बाद भी काफी संघर्षों से होकर गुजरना पड़ा।
सिंगिंग तो सोनू निगम को विरासत में मिली थी, लेकिन यहां तक पहुंचने में उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी।
सोनू निगम का बर्थडे आज
कभी शादी-ब्याह में स्टेज शो करने वाले सोनू निगम आज उस मुकाम पर हैं, जहां पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं है। शोहरत के सातवें आसमान पर काबिज सोनू निगम का आज यानी 30 जुलाई को जन्मदिन है। तो चलिए उनके बर्थडे पर आपको उनके उस गाने के बारे में बताते हैं, जिसने उनकी सफलता में खास भूमिका निभाई है और साथ ही उनसे जुड़े भी कुछ दिलचस्प किस्सों से आपको रूबरू कराते हैं।
सोनू निगम ने पिता के साथ गाना शुरू किया था
सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ था। उनके पिता अगम कुमार निगम भी एक सिंगर थे और इनसे सोनू निगम को विरासत में सिंगिंग मिली। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही पिता के साथ स्टेज पर गाना शुरू कर दिया था। जब वह सिर्फ चार साल के थे, उन्होंने पहली बार मंच पर 'क्या हुआ तेरा वादा' गाना गाया। इसके बाद उन्होंने कई बार अपने पिता के साथ स्टेज पर परफॉर्म किया।
करियर के लिए मुंबई की पकड़ी ट्रेन
पिता के साथ स्टेज पर गाने के बाद सोनू निगम ने गायकी में करियर बनाने और संगीत की शिक्षा के लिए मुंबई का रुख कर लिया। हालांकि, मुंबई में उन्हें कई साल तक संघर्ष करना पड़ा। काबिलियत होते हुए भी कुछ साल उन्हें कोई काम नहीं मिला, इसके बाद भी वह पीछे नहीं हटे और 1990 की दशक के शुरुआत में टी-सीरीज के कई भजनों और कवर सॉन्ग्स में अपनी आवाज दी।
जब सोनू निगम के करियर को लगे पंख
सोनू निगम ने पहला गाना 'जानम (1990)' फिल्म के लिए गाया था, लेकिन ये फिल्म कभी रिलीज नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने दूरदर्शन के शो 'तलाश' के लिए 'हम तो छैला बन गए' गाया। फिर उनका पहला फिल्मी गाना 'ओ आसमान वाले' रिलीज हुआ जो उन्होंने 'आज मेरी जान' के लिए गाया था। इसके बाद भी उन्हें कोई खास पहचान नहीं मिल पाई। हालांकि, 1992 में आया उनका एल्बम 'रफी की यादें' काफी मशहूर रहा, लेकिन उन्हें सफलता दिलाई 'बेवफा सनम (1995)' के सुपरहिट गाने 'अच्छा सिला दिया' ने, जिसने उनके सिंगिंग करियर को पंख लगा दिए।
सोनू निगम के हिट गाने
अच्छा सिला दिया, सोनू निगम के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। ये वो गाना था जिसके बाद कभी सोनू निगम को पलटकर पीछे देखने की जरूरत नहीं पड़ी। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट सॉन्ग दिए, जिनमें 1997 में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर 'बॉर्डर' का गाना 'संदेशे आते हैं' भी शामिल है। ये गाना उनके करियर को एक नई ऊंचाई पर ले गया। सोनू निगम ने अपने करियर में 'अभी मुझमें कहीं', 'सूरज हुआ मद्धम', 'जिंदगी मौत ना बन जाए', 'मुझे रात दिन', 'ये दिल', 'कल हो ना हो', 'तुमसे मिल के दिल का', 'भगवान है कहां रे तू' और 'जाने नहीं देंगे' जैसे सुपरहिट गाने गए हैं।
जब 'हनुमान चालीसा' ने बचाई थी जान, पाकिस्तान में उड़ गए थे गाड़ी के परखच्चे
हिंदू धर्म में हनुमान जी को सर्वशक्तिशाली देवता माना जाता है. हनुमान चालीसा को लेकर हिंदू धर्म को मानने वालों का विश्वास है कि इससे हर संकट दूर हो जाता है. सोनू निगम का भी मानना है कि हनुमान जी में बहुत शक्ति है. उन्होंने बताया था कि इस वजह से उनके ऊपर से काफी बड़ी मुसीबत टली थी. टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये किस्सा है 10 अप्रैल 2004 का जब सोनू निगम पाकिस्तान के जियो टीवी के एक कॉन्सर्ट में फैमिली के साथ गए थे.
वो जगह आर्मी एरिया में थी और सोनू कॉन्सर्ट पूरा होने के बाद वापस जा रहे थे, तभी वहां एक धमाका हुआ और उनकी पास की एक गाड़ी के परखच्चे उड़ गए.
सोनू निगम ने बताया था कि जब उनके सामने गाड़ी के परखच्चे उड़े तो हो डर गए और तुरंत हनुमान चालीसा पढ़ने लगे और तब पढ़े जब तक वो एयरपोर्ट तक नहीं पहुंच गए.'न्यूज फास्ट' से साभार। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ब्लास्ट का निशाना सोनू निगम पर ही था लेकिन वो बाल-बाल बचे. वहीं सोनू निगम ने कहा था कि हनुमान जी ने उन्हें बचाया था और उसके बाद से हनुमान जी में उनकी श्रद्धा और बढ़ गई थी।
Jul 30 2024, 17:12