दारुल उलूम देवबंद के पूर्व शिक्षक हजरत मौलाना मुफ्ती शकील अहमद के निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। तंबौर के प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान और दारुल उलूम देवबंद के पूर्व शिक्षक हजरत मौलाना मुफ्ती शकील अहमद के निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर।
गुरुवार को तंबौर के मदरसा जियाउल उलूम में एक शोकसभा का आयोजन किया गया जिसमे मदरसे के मोहतमिम मौलाना शाहिद अली ने कहा कि ,मुफ्ती साहेब बहुत अच्छे मुकर्रर और खतीब थे।
मुफ्ती मोहम्मद खबीर नदवी ने कहा कि मुफ्ती साहेब के निधन से इल्मी और अदबी नुकसान हुआ है, उन्होंने कहा कि दारुल उलूम जैसे शिक्षण संस्थान में बतौर शिक्षक काम करने बाद तम्बौर जैसे ग्रामीण इलाके में शैक्षिक सुधार लाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है, उन्होंने कहा कि वह अपनी तकरीर में बहुत कम समय में बहुत आला बात कहने का हुनर रखते थे। ईदगाह इमाम मौलाना इदरीस ने बताया कि वह कस्बे ही नही बल्कि जिले की शान थे। इसके मौके पर मौलाना सुहैल नदवी, मौलाना नबीउद्दीन नदवी, मुंशी एहतिशाम, कारी मोईद, मो जियाउल हक, शेख मेराज, मौलाना कमाल अहमद आदि ने भी उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
Jul 25 2024, 19:47