ब्रिटेन में अबकी बार स्टार्मर सरकार! चुनावी नतीजों में ऋषि सुनक को करारी हार, लेबर पार्टी को मिला बहुमत
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ब्रिटेन चुनाव में वोटों की गिनती जारी है, लेकिन तस्वीर लगभग साफ हो गई है। लेबर पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ ब्रिटेन की सत्ता पर काबिज होने जा रही है और लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री हो सकते हैं।उनकी पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा (326) पार कर लिया है। लेबर पार्टी पूरे 14 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है। वहीं, ऋषि सुनक ने कंजर्वेटिव पार्टी की हार स्वीकार कर ली है।
यूनाइटेड किंगडम (यूके) में आम चुनाव के लिए डाले गए वोटों की आज गिनती हो रही है। मुकाबला लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर और कंजर्वेटिव पार्टी के ऋषि सुनक के बीच है। ऋषि सुनक की पार्टी की पिछड़ रही है। मतगणना के बीच सुनक ने हार स्वीकार कर ली है। हालांकि, ब्रिटेन के निवर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी सीट से जीत गए हैं। वर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि लेबर पार्टी ने यह आम चुनाव जीत लिया है। मैंने कियर स्टारमर को उनकी जीत पर बधाई देने के लिए फोन किया है। सुनक ने ये भी बताया कि आज शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से सत्ता परिवर्तित होगी।
सुनक ने कहा कि मैं कंजर्वेटिव पार्टी के कई अच्छे, मेहनती उम्मीदवारों की हार की जिम्मेदारी लेता हूं, जो आज रात अपनी कोशिशों, अपने स्थानीय रिकॉर्ड और अपने समुदायों के प्रति समर्पण के बावजूद हार गए। मुझे इसका दुख है। मैंने बतौर प्रधानमंत्री अपना सौ फीसदी देने की कोशिश की। अब मैं लंदन जाऊंगा, जहां मैं प्रधानमंत्री का पद छोड़ने से पहले आज रात के परिणाम के बारे में और अधिक बताऊंगा।
जानकारी के मुताबिक, लेबर पार्टी ने आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन की संसद में बहुमत के लिए जरूरी सीटें जीत ली हैं। सुबह 5 बजे तक लेबर पार्टी ने 650 में से 326 सीटें जीत ली थीं। लेबर पार्टी के नेता कियर स्टारमर अब बहुमत की सरकार बनाएंगे। स्टारमर ने लंदन के टेट मॉडर्न संग्रहालय में समर्थकों से कहा कि हमने यह कर दिखाया। उन्होंने कहा कि कहा कि 'देश के लोग परिवर्तन के लिए तैयार हैं और दिखावे की राजनीति को खत्म करने के लिए उन्होंने मतदान किया है।
एग्जिट पोल ने अनुमान में बता दिया था कि यूके में किसकी सरकार बनने जा रही है। एक्जिट पोल्स के मुताबिक, यूके की लेबर पार्टी का वनवास आज खत्म हो सकता है और केयर स्टार्मर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
बता दें कि ब्रिटेन में कुल संसदीय सीटों की संख्या 650 है। बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 326 सीटें जीतने की आवश्यकता होती है। देश में 2019 में हुए आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी 365 सीटों पर जीती थी वहीं लेबर पार्टी ने 202 सीटें जीती थीं।








विपक्षी गठबंधन की एकता सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की राह एक बार फिर जुदा होती दिख रही है। दिल्ली और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां अलग होकर चुनाव लड़ने वाली हैं। ये बात खुद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कही है।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हरियाणा और दिल्ली में विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है।हालांकि महाराष्ट्र एवं झारखंड के विधानसभा चुनावों में ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) बरकरार रहेगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली और हरियाणा के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है। हालांकि महाराष्ट्र एवं झारखंड के विधानसभा चुनावों में ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) बरकरार रहेगा। रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में यह भी कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस एवं सहयोगी दलों के नेता चाहेंगे वहां यह गठबंधन बरकरार रहेगा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने दिल्ली एवं हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पंजाब में दोनों अलग अलग मैदान में उतरे थे। महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा में इसी साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। ऐसे में यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी विधानसभा चुनावों में भी ‘इंडिया’ गठबंधन बरकरार रहेगा, रमेश ने कहा, ‘‘यह झारखंड के विधानसभा चुनाव के लिए बरकरार रहेगा, महाराष्ट् के विधानसभा चुनाव के लिए बरकरार रहेगा। पंजाब में ‘इंडिया जनबंधन’ नहीं है। उनका कहना था कि दिल्ली में तो आम आदमी पार्टी की ओर से बयान आ गया है कि विधानसभा चुनाव के लिए ‘इंडिया जनबंधन’ नहीं होगा। रमेश ने कहा कि मैंने पश्चिम बंगाल के संदर्भ में कहा था कि ‘इंडिया जनबंधन’ लोकसभा चुनाव के लिए है। जिन जिन राज्यों में हमारे नेता और दूसरी पार्टियों के नेता चाहते हैं कि गठबंधन हो, वहां गठबंधन रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपर) के साथ गठबंधन है। झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के साथ गठबंधन है। यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन होगा तो रमेश का कहना था, ‘‘बहुत गुंजाइश नहीं लगती है।



Jul 05 2024, 10:52
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