ग्राम प्रधान समय से नहीं लगा रहे केयरटेकरों का मानदेय सुलभ शौचालयो में लटके ताले
अमृतपुर फरुर्खाबाद । सूत्र_ग्राम प्रधान यह तो नहीं लगता रहा केयरटेकरों का मानदेय या तो मांग रहा अपना हिस्सा इसलिए लगे सामुदायिक शौचालय में लटके ताले। नागरिकों की सुचारु व्यवस्था को लेकर प्रत्येक ग्राम पंचायत में सुलभ शौचालय बनवाए गए। जिनकी लागत भी लाखों से कम नहीं है। इन शौचायलयों के निर्माण का उद्देश्य गरीब जनता को सुविधा मुहैया कराना है। परंतु जब इन सामुदायिक शौचालय में ग्राम समाज के मुखिया ताला लगाकर बैठ जाएं तो इससे साफ जाहिर होता है कि उन्होंने इनका महत्व या तो समझा ही नहीं या फिर इन्हें अपनी निजी संपत्ति समझ लिया। इन शौचायलयों का बड़ा उद्देश्य होता है।
जिस गरीब के घर में शौचालय ना हो वह यहां जा सकता है आने जाने वाले लोग या गांव में ठहरने वाले अथवा इमरजेंसी में शौचालय का प्रयोग करने वाले इस सुविधा का लाभ उठा सके। इसलिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में शौचायलयों का निर्माण कराया गया और निशुल्क सेवा प्रदान की गई। इनकी साफ-सफाई के लिए अलग से कर्मचारी भी नियुक्त किए गए। परंतु जब इनके ताले नहीं खुलेंगे तो आम जनमानस यह सुविधा कैसे प्राप्त कर पाएगा। खंड विकास अधिकारी से लेकर अन्य उच्च अधिकारी तक इस तरफ ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। ग्रामीणों के लिए सरकार द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं पर ग्राम प्रधान ग्राम विकास अधिकारी का एकाअधिकार नहीं होना चाहिए और सुलभ शौचालय के ताले हमेशा खुले रहने चाहिए।
May 31 2024, 17:53