लोकसभा चुनाव : छठे चरण मे सबसे ज्यादा पश्चिम चंपारण तो सबसे कम गोपालगंज में पड़े वोट, जानिए पूरा डिटेल
डेस्क : लोकसभा चुनाव के छठे चरण में बिहार में सख्त सुरक्षा के बीच आठ सीटों पर बीते शनिवार 25 मई को 6 बजे शाम को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। इस छठे चरण में सीवान, गोपालगंज (सु), महाराजगंज, वैशाली, वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और शिवहर में चुनाव हुए। हालांकि इस चरण में भी वोट प्रतिशत 60 को पार नहीं कर पाया।
बिहार में छठे चरण की आठ लोकसभा सीटों पर शनिवार को हुए चुनाव में सबसे ज्यादा 59.75 मतदान पश्चिम चंपारण में व सबसे कम 50.70 गोपालगंज में पड़े हैं। पिछली बार गोपालगंज में 55.78 वोट पड़े थे। साथ ही लोकतंत्र की जननी वैशाली सीट पर इस बार 58. 50 मतदान हुआ। यह पिछले दो चुनाव के मुकाबले कम है। 2019 में 61.91 और 2014 में 59.12 फीसदी मतदान हुआ था।
पश्चिम चंपारण सीट पर सबसे ज्यादा 59.75 वोटिंग हुई। 2019 में 61.68 फीसदी मतदान हुआ था। इस तरह पिछली बार से कम मतदान हुआ है। ग्रामीण इलाकों में वोट डालने को लेकर उत्साह दिखा। वोटिंग के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। दियारा में घुड़सवार पुलिस दल के जवान लगातार गश्त कर रहे थे। दर्जनभर जगहों पर देरी से मतदान शुरू हुआ। गर्मी से सुबह के बाद शाम में मतदान प्रतिशत तेजी से बढ़ा।
पूर्वी चंपारण के कई बूथों पर शाम छह बजे के बाद भी मतदान जारी रहा। यहां महिला मतदाता व फर्स्ट टाइम वोटरों में उत्साह देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में शहर के मुकाबले कतारें अधिक लंबी देखी गईं। कोटवा के ओझा टोला बूथ संख्या 83 पर वीवीपैट में गड़बड़ी से वोटिंग सुबह 7 30 बजे शुरू हो पाई। बूथ 46 पर केबल में गड़बड़ी से मतदान में देरी हुई।
वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र के वाल्मीकिनगर एवं रामनगर विधानसभा क्षेत्रों में कुल 693 बूथों में से 54 बूथों को छोड़कर शेष 639 बूथों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ। 54 बूथों पर शाम 4 बजे तक मतदान हुआ। चुनाव के दौरान 217 शिकायतें मिलीं। पूर्वी चंपारण के सुगौली में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी कन्हैया प्रसाद की स्टेशन क्षेत्र में ट्रेन दुर्घटना में मौत हो गई।
शिवहर लोकसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे से पहले कतार लग गई थी। बूथ संख्या 54 व 55 पर वोटरों ने वोट बहिष्कार कर दिया। बूथ संख्या 54 पर मात्र एक वोट पड़ा। बूथ संख्या 55 पर एक भी वोट नहीं पड़ा। ढाका प्रखंड के बूथ संख्या 199 पर वीवीपैट में गड़बड़ी को लेकर 50 मिनट तक मतदान बाधित रहा। कुछ बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत आई।
वैशाली में 40 डिग्री तापमान के बीच लोगों ने मतदान किया। मॉक पोल के दौरान कई जगह ईवीएम में खराबी की शिकायत सामने आई, जिसके बाद ईवीएम को बदलने की नौबत आयी। ईवीएम बदलने के बाद सभी बूथों पर मतदान शुरू हो गया। डीएम और एसपी ने कई मतदान केन्द्रों का जायजा लिया। बूथों पर मजिस्ट्रेट व ऑब्जर्वर की गाड़ियां दौड़ती रहीं।
सीवान में शहरी वोटरों पर ग्रामीण क्षेत्र के वोटरों का मतदान भारी रहा। गर्मी के कारण लोग तौलिया व कपड़े से मुंह-हाथ ढककर मतदान करने पहुंचे। उधर, सिसवन प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 110 पर छह मतदान होने के बाद बैलेट यूनिट में आई खराबी के कारण उसे बदलना पड़ा। मतदान केंद्र संख्या 188 पर वीवीपैट को बदल गया।
महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में छठे चरण के मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने को लेकर जल व थल पर नावों व घोड़ों से पहरा रहा। मांझी प्रखंड के धर्मपुरा बूथ पर नोकझोंक के बाद पुलिस ने कुछ युवकों की पिटाई की। बाइक भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। दाउदपुर के लहमारी में सड़क के लिए ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया।
वही इसबार गोपालगंज लोकसभा सीट पर सबसे कम मतदान हुआ। यहां इसबार 50.70 वोट पड़े हैं। पिछली बार गोपालगंज में 55.78 वोट पड़े थे।
चुनाव आयोग ने बताया कि छठे चरण के मतदान के दौरान 17,911 कंट्रोल यूनिट, 17940 बैलेट यूनिट तथा 19,458 वीवीपैट का इस्तेमाल हुआ। जिसमें 46 सीयू, 50 बीयू और 135 वीवीपैट मॉक पोल के दौरान बदले गए। जबकि 44 सीयू, 44 बीयू और 190 वीवीपैट मॉक पोल के बाद बदले गए। आपात स्थिति से निबटने के लिए एक एयर एबुंलेंस की तैनाती की गयी थी। वहीं, 8 सामान्य प्रेक्षक, 10 व्यय प्रेक्षक, 5 पुलिस प्रेक्षक एवं 2,134 माइक्रो प्रेक्षकों को तैनात किया गया था। इस चरण में 7,781 बूथों से लाइव वेबकास्टिग की गई।
May 28 2024, 19:52