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बिना परमिट विभिन्न प्रजातियों के सात पेड़ों के काटे जाने पर वन विभाग ने दर्ज कराया मुकदमा

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सोन्सरी में बिना परमिट विभिन्न प्रजातियों के सात पेड़ों के काटे जाने पर वन विभाग ने दर्ज कराया अपराध। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सोसंरी में सुनील के दो गुलरके पेड़, एवं लालू के दो गुलर, दो शीसम, व एक जामुन का पेड़ ठेकेदार वसीम निवासी तबौर ने बिना परमिट के काट कर मौके से कटी हुई लकड़ी को गायब कर दिया, अवैध पेड़ों के कटान की सूचना पर मौके पर पहुंचे वन दरोगा ओमप्रकाश ने, ग्राम सोसंरी निवासी सुनील व लालू ठेकेदार तंबौर निवासी वसीम के विरुद्ध उत्तर प्रदेश ग्रामीण एवं पर्वतीय क्षेत्रों में वृक्षों के संरक्षण अधिनियम की धारा 4/10 के तहत कोतवाली में दर्ज कराया अपराध।

संदिग्ध परिस्थितियों में 18 वर्षीय युवक ग्राम लालपुर बाजार से लापता, पुलिस ने दर्ज की गुमशुदगी

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। संदिग्ध परिस्थितियों में 18 वर्षीय युवक ग्राम लालपुर बाजार से लापता, पुलिस ने दर्ज की गुमशुदगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सोन्सरी निवासी गुड्डू पुत्र गिरधारी ने कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि, उसका 18 वर्षीय पुत्र रजित कुमार क्षेत्र के ग्राम लालपुर बाजार में अमा डायग्नोस्टिक सेंटर संचालित करता है।

बृहस्पतिवार को हमेशा की तरह डायग्नोस्टिक सेंटर गया था वहां से स्टेट बैंक की बीसी शाखा में पैसे भी जमा किए थे, उसके उपरांत अर्पित मेडिकल स्टोर से दवाइयां भी खरीदी थी, दवाइयां खरीदने के बाद दोपहर लगभग 12:00 बजे से उसका मोबाइल स्विच ऑफ है और वह लापता है, पीड़ित पिता के अनुसार रजित कुमार की अर्पित मेडिकल स्टोर में पार्टनरशिप भी है। पीड़ित पिता गुड्डू ने कोतवाली पुलिस से अपने पुत्र की तलाश की लगाई गुहार। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि, पीड़ित पिता गुड्डू की तहरीर पर गुमशुदगी दर्ज कर लापता युवक की तलाश की जा रही है।

पैसों के विवाद में पुत्रों ने पिता को उतारा मौत के घाट

शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) पैसों के विवाद में लडकों ने लाठी डंडों से पीट कर पिता को उतारा मौत के घाट सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर शव का पंचायतनामा भरकर उसे पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है |

सकरन थाना क्षेत्र के मुर्थना गांव निवासी रामऔतार (60) ने बृहस्पतिवार को अपने खेत में लगे यूके लिप्टिस के पेंडों को 22 हजार में बेंचा था रात को रामऔतार के लडको राजू व ओमकार ने अपने पिता से पेंडों के पैसे मांगे तो उसने पैसे देने से इंकार कर दिया ।जिससे गुस्साये दोनो लडकों ने देर रात अपने पिता रामऔतार को लाठी डंडों से मारा पीटा सर पर लाठी लगने की वजह से रामऔतार की मौके पर ही मौत हो गयी ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचायतनामा भरकर उसे पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है तथा दोनो आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है मृतक का एक लड़का लखनऊ में काम करता है।

मृतक की माली हालत ठीक नही है मात्र दो बीघा जमीन है पूरा परिवार मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता है मामले में अभी किसी प्रकार की तहरीर पुलिस को नही मिली है |

एसओ दिग्विजय पांडेय ने बताया कि पैसों के विवाद ने लडकों की पिटाई से मौत हुयी है दोनो लडको को हिरासत में ले लिया गया है तहरीर मिलने पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।

पैसों के विवाद में पुत्रों ने लाठी डंडों से पीट कर पिता को उतारा मौत के घाट




सीतापुर। जिले के सकरन थाना क्षेत्र में पैसों के विवाद में पुत्रों ने लाठी डंडों से पीट कर पिता को मौत के घाट उतार दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। 




क्षेत्र के मुर्थना गांव निवासी रामऔतार (60) ने बृहस्पतिवार को अपने खेत में लगे यूके लिप्टिस के पेड़ों को 22 हजार में बेंचा था। रात को रामऔतार के पुत्र राजू व ओमकार ने अपने पिता से पेड़ों के पैसे मांगे तो उसने पैसे देने से इंकार कर दिया जिससे गुस्साए दोनों पुत्रों ने देर रात अपने पिता रामऔतार को लाठी डंडों से मारा पीटा। सिर पर लाठी लगने की वजह से रामऔतार की मौके पर ही मौत हो गयी। 




ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मृतक का एक लड़का लखनऊ में काम करता है। मृतक की माली हालत ठीक नहीं है। मात्र दो बीघा जमीन है। पूरा परिवार मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता है। एसओ दिग्विजय पांडेय ने बताया कि पैसों के विवाद ने लड़कों की पिटाई से मौत हुई है। दोनों लड़कों को हिरासत में ले लिया गया है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सीतापुर सामूहिक हत्याकांड का खुलासा: अजीत ने नब्बे मिनट में छह लोगों को उतारा था मौत के घाट, गुमराह करने के लिए रची थी कहानी, मारने के पीछे यह र

सीतापुर । मेरे भाई अनुराग का पूरा परिवार मुझे लल्लू समझता था...सब कहते थे ये तो मास्टर है क्या कर पाएगा...बहुत दिनों से अपमानित महसूस कर रहा था। जब भाई अनुराग ने कर्जा चुकाने की बात से इंकार किया तो गुस्सा आ गया। इसी गुस्से में सबको मार दिया। यह बात पल्हापुर हत्याकांड के आरोपी अजीत सिंह ने पुलिस पूछताछ में कबूली। आईजी रेंज तरुण गाबा ने एसपी चक्रेश मिश्र के साथ प्रेस वार्ता कर इस हत्याकांड के खुलासे का दावा किया। आईजी रेंज तरुण गाबा ने बताया कि अजीत ने मात्र 90 मिनट में ही छह लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद लोगों को गुमराह करने के लिए एक कहानी बनाई। यही कहानी सबको बताई। जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो अजीत से सख्ती से पूछताछ शुरू हुई। तब जाकर उसने हत्या की बात कबूल कर ली। आरोपी अजीत सिंह के विरुद्ध रामपुर मथुरा थाने में हत्या व आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है।

*खिचड़ी में मिला दी थी पांच नींद की गोलियां, दो बजे उठा फिर शुरू किया खूनी खेल*

अजीत सिंह ने पूछताछ में बताया कि जब भाई अनुराग ने पिता के केसीसी के लोन को चुकाने से मना कर दिया तो वह गुस्से से भर गया। उसने शुक्रवार शाम घर में बनी खिचड़ी में नींद की पांच गोलियां मिला दीं। वह सबके सोने का इंतजार करने लगा। वह सिर्फ अनुराग और प्रियंका की हत्या करना चाहता था। मां सावित्री और बच्चों को केवल नींद की गोली देकर सुलाना चाहता था। उसे पता चला कि परिवार के सभी लोग बाहर से खाना खाकर आए। इसके बाद वह मकान की पहली मंजिल पर बने अपने कमरे में जाकर लेट गया। वह रात 2:00 बजे उठा। करीब रात ढाई बजे उसने खूनी खेल शुरू किया। नब्बे मिनट में छह हत्याएं कीं। सबसे पहले उसने पहली मंजिल पर बने प्रियंका सिंह व बच्चों के कमरे का बिजली का मेन पावर स्विच ऑफ कर दिया। गर्मी लगने पर प्रियंका सिंह कमरे से बाहर आ गईं। जहां अजीत ने उसे गोली मार दी। गुस्सा इस कदर था कि प्रियंका के चेहरे पर हथौडे से ताबड़तोड़ वार कर डाले।

*बारी-बारी से तीनों बच्चों को छत से फेंका, फिर नीचे आकर सांसे टूटने तक देखता रहा*

इसी बीच गोली की आवाज सुनकर मां सावित्री जाग गई। इस वजह से मां को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद वह अनुराग सिंह के कमरे में गया और उसे गोली मार दी। अजीत ने बताया कि उसने बड़ी लड़की अर्ना सिंह को यह समझाने की कोशिश की थी कि उसके पिता अनुराग ने यह सभी हत्याएं कर खुदकुशी कर ली है। लेकिन अर्ना नहीं मानी और चिल्लाने लगी। उसके साथ आश्वी और आद्विक भी चिल्लाने लगे। अजीत ने अर्ना को गोली मारकर छत से नीचे फेंक दिया। आर्ना के बाद आश्वी और आद्विक को भी बारी-बारी ले जाकर छत से नीचे फेंक दिया। इसके बाद नीचे आकर बच्चों को चेक किया। सांसें चलती देखीं तो दोबारा हत्या का प्रयास किया।

*पीएम रिपोर्ट में चोट के निशान मिलने पर पुलिस की जांच घूमी*

अजीत के पिता वीरेंद्र सिंह 1996 के भरत सिंह मर्डर केस में नामजद थे। उस समय उनकी रायफल जमा हो गई थी। इसके बाद उन्हाेंने एक देशी तमंचा अपने पास रखना शुरू कर दिया था। पिछले वर्ष पिता की मौत के बाद से ही तमंचा अजीत के पास था। इसी असलहे से उसने अनुराग, प्रियंका और अर्ना पर गोलियां बरसाईं। पुलिस तफ्तीश में सामने आया कि अनुराग सिंह, प्रियंका सिंह और अर्ना सिंह पर गोली चलाई थी। वहीं, सभी छह मृतकों के चेहरे व अन्य शरीर के भागों में गंभीर चोटों के निशान पाये गये। शवों पर इसके अतिरिक्त भी कतिपय चोट के निशान पाये गये। अनुराग सिंह के सिर में 2 गोलियां मारी गईं। वहीं, अजीत ने अनुराग पर गुस्से में हथौड़े से भी वार किया था।

*दो बार क्राइम सीट दोहराया और 12 लोगों से की पूछताछ*

पुलिस टीमों ने अजीत सिंह, उसकी पत्नी विभा सिंह, ताऊ आरपी सिंह, ताई अमरावती, प्रभाकर प्रताप सिंह, मेडिकल स्टोर संचालक, अजीत के ससुर अजय सिंह, बहनोई अकलेंद्र सिंह संग कुल 12 लोगों से पूछताछ हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद आईजी रेंज की क्राइम टीम, एसओजी, स्थानीय पुलिस और फोरेंसिक की टीमें खुलासे के लिए लग गईं। इसके साथ एसटीएफ की एक टीम भी एएसपी अमित नागर के नेतृत्व में खुलासे के लिए लग गई। इस दौरान दो बार क्राइम सीन को दोहराया भी गया।
सड़क के किनारे फेंकी गई मेडिकल निष्प्रयोज्य सामग्री का वीडियो हुआ वायरल

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। नगर के मोहल्ला इंद्रा नगर जाने वाले मार्ग पर एक क्लीनिक के द्वारा सड़क के किनारे फेंकी गई मेडिकल निष्प्रयोज्य सामग्री का वीडियो हुआ वायरल।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है जिसमें नगर के मोहल्ला इंदिरा नगर जाने वाले मार्ग पर एक क्लीनिक के द्वारा मेडिकल निष्प्रयोज्य सामग्री सड़क के किनारे डाल दी गई है। ज्ञातव्य है कि, इस मार्ग पर एक मदरसा है जिसमें छोटे-छोटे बच्चे भी पढ़ने जाते हैं और एक मस्जिद भी है जिसमें भारी संख्या में लोग मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जाते हैं।

मेडिकल निष्प्रयोज्य सामग्री के सड़क के किनारे फेंकने से मदरसा जाने व नमाज पढ़ने जाने वाले किसी के भी पैरों में पड़ी हई निष्प्रयोज्य मेडिकल सामग्री से इन्फेक्शन व गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं, किसी ने सड़क पर पड़ी हुई उक्त निष्प्रयोज्य सामग्री का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस संबंध में नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी अनिरुद्ध पटेल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जानकारी मिली है तत्काल सफाई करवा कर ऐसा दोबारा न किया जाए उसके लिए चेतावनी भी दी जाएगी।

वाली क्षेत्र के एक ग्राम से एक 15 वर्षीय किशोरी लापता

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। कोतवाली क्षेत्र के एक ग्राम से एक 15 वर्षीय किशोरी लापता, पीड़ित पिता ने एक अन्य गांव के युवक पर बहला फुसलाकर भगाने का आरोप लगाते हुए आरोपी युवक को जमकर पीटा।

उधर आरोपी युवक के पिता ने नाबालिग किशोरी के पिता व उसके दो भाइयों एवं एक अन्य के विरुद्ध आरोपी युवक को पीटने का आरोप लगाते हुए अपराध दर्ज कराया कि मारपीट की घटना के बाद उसका पुत्र डर के मारे कहीं भाग गया है। कोतवाली प्रभारी मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर पर अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

न्यायालय के आदेश पर चोरी से पेंड काटने के मामले में सात लोगों पर केस दर्ज

शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) चोरी से पेंड काटने के मामले में न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने सात लोगों के बिरूद्ध दर्ज किया मुकदमा |

सकरन थाना क्षेत्र के मुर्थना गांव निवासी रामप्यारी के खेत में लगे यूके लिप्टिस के 30 पेंडों को थाना क्षेत्र के झौव्वापुरवा गांव निवासी श्रीराम, परशुराम, सुन्दा,मुनीम,धीरज,रवीन्द्र,कल्यान ने विगत 18-1-2024 को चोरी से काट लिया था।

जानकारी मिलने पर जब रामप्यारी ने पेंड काटे जाने की बात श्रीराम से पूंछी तो उक्त लोगों ने उसे मारा पीटा था तब रामप्यारी ने सकरन थाने में तहरीर दी थी मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही की गयी थी तब रामप्यारी ने न्यायालय की शरण लेते हुये 156/3 के तहत वाद दायर किया था जिसमें सीतापुर न्यायालय ने बुधवार को मामले में मुकदमा दर्ज किये जाने का आदेश सकरन पुलिस को दिया था ।

न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने उक्त सातों लोगों के बिरूद्ध चोरी से पेंड काटे जाने मारपीट व एससीएसटी एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया है |

एसओ दिग्विजय पांडेय ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर सात लोगों के बिरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है |

सीतापुर सामूहिक हत्याकांड : पहले भाभी के सीने में मारी गोली, मां दौड़ी तो हथौड़े से किया वार, उसके बाद अनुराग व तीन बच्चों को उतारा था मौत के घा

सीतापुर। जिले के पल्हापुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड को अंजाम देने वाले अजीत सिंह ने पुलिस की पूछताछ में उस रात की अपनी क्रूरता की पूरी कहानी बयां की है। उसने सबसे पहले अपनी भाभी के सीने में गोली मारी थी। गोली की आवाज सुनकर जब उसकी मां सावित्री पहुंची थी तो उन पर हथौड़े से वार कर घायल कर दिया था। उसके बाद अनुराग व उसके तीनों बच्चों को मौत के घाट उतारा। कुछ देर घायल मां के पास बैठा रहा। फिर अचानक उनका सिर कूंच दिया था।

सबसे ज्यादा भाभी से रखता था खुन्नस

पुलिस सूत्रों के मुताबिक अजीत सबसे ज्यादा खुन्नस प्रियंका सिंह से रखता था। इसलिए वह 11 मई की रात असलहा और हथौड़ा लेकर उनको ही मारने के लिए छत पर पहुंचा था। सोते वक्त ही उसने प्रियंका के सीने में गोली मार दी थी। गोली चलने की आवाज जब सुनाई दी तो अजीत की मां सावित्री वहां पहुंची। उनको देख उसने उन पर हथौड़े से वार कर दिया। वह घायल होकर वहीं गिर गईं। उसके बाद अनुराग के कमरे में गया। उसको दो गोलियां मारीं। फिर वह ऊपर आया। अनुराग के तीनों बच्चों की हत्या की। सबसे बाद में उसने मां को मारा।

मां को मारने का नहीं थी इरादा, अचानक सामने आ गई तो करना पड़ा वार

अजीत ने पुलिस को बताया है कि मां को मारने का इरादा नहीं था। लेकिन, वह अचानक से सामने आ गईं। इसलिए उसने उन पर वार कर दिया। जब अन्य सभी की हत्या कर वह मां के पहुंचा तो उनकी सांसें चल रही थीं। अजीत ने ये भी दावा किया कि मां ने कहा था कि वह वहां से चला जाए। अजीत का कहना था कि उस पर सनक चढ़ी थी, कुछ समझ नहीं आ रहा था। ऐसा लगा कि अगर मां जिंदा रहेगी तो वह कैसे उनका सामना करेगा। ये सोचते ही अजीत ने मां सावित्री पर कई वार कर दिए।

पुलिस जांच में अभी तक अजीत के अलावा अन्य की नहीं मिली भूमिका

पुलिस ने अजीत के अलावा उसके कई रिश्तेदार और परिचितों की भूमिका खंगाली है। सभी मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल खंगाली और लोकेशन देखी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में किसी अन्य की वारदात में भूमिका नहीं पाई गई है। जांच के मुताबिक अकेले अजीत ने पूरी वारदात को अंजाम दिया। दरअसल, रामपुर मथुरा इलाके के पल्हापुर गांव निवासी अनुराग सिंह (45) पत्नी प्रियंका सिंह (40) और मां सावित्री (62) के अलावा तीन बच्चे बेटी अस्वी (12), अर्ना (8) और पुत्र आद्विक (4) के खून लथपथ शव मिले थे। इनमें से कुछ को गोली लगी थी, जबकि कुछ को हथौड़े से प्रहार कर मौत के घाट उतारा गया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी वारदात को बर्बरतापूर्ण हत्या की दिशा में मोड़ दिया

शुरुआती जांच में पुलिस ने बताया कि अनुराग ने परिवार को मारने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी वारदात को बर्बरतापूर्ण हत्या की दिशा में मोड़ दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अनुराग को दो गोलियां मारे जाने की पुष्टि हुई है। अनुराग के एक गोली दाहिनी कनपटी पर मारी गई। जो कि गले को चीरते हुए दूसरी तरफ निकल गई। वहीं दूसरी गोली बाएं तरफ से मारी गई जो कि दिमाग में जाकर फंस गई। अनुराग के दिमाग में फंसी गोली 315 बोर की थी। अनुराग के पोस्टमार्टम के दौरान हुए एक्सरे में गोली पाई गई। इस रिपोर्ट ने यह इशारा कर दिया है कि अनुराग की हत्या हुई है। इसके साथ ही उसकी मां सावित्री के सिर में पांच से छह चोटें आईं है। जो कि हथौड़े की होना बताई गई हैं। रिपोर्ट में यह भी निकल कर आया है कि अनुराग की दस वर्षीय बड़ी बेटी आस्वी को भी गोली मारी गई है।

पुलिस ने मृतक अनुराग के भाई को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उगल दिया सारा राज

ऐसा माना जा रहा है जब वह लेटी थी। अथवा जब जमीन पर उसे गिराकर उसके गले में गोली मार दी गई है। वहीं अन्य दो बच्चों अर्ना और आद्विक को सिर में चोट के निशान मिले। अर्ना की दाहिनी जांघ की हड्डी टूटी मिली थी। वहीं आद्विक के सिर में चोट लगने के साथ उसके बाईं जांघ की हड्डी टूटी मिली। वहीं अनुराग की पत्नी प्रियंका को सीने में गोली मारने के बाद हथौड़े से कूंच कर मौत के घाट उतारा गया है। पुलिस ने मामले में अनुराग के भाई को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया। तफ्तीश में तथ्य उजागर हुए हैं कि संपत्ति विवाद में अनुराग, उसकी पत्नी प्रियंका व तीन मासूमों के साथ मां सावित्री की भी हत्या कर दी।

हरियावां मिल ने महोली गन्ना समिति में कराया शौचालय निर्माण

कृष्णापाल ( के डी सिंह ),पिसावां (सीतापुर) बुधवार को सहकारी गन्ना विकास समिति महोली में डी.सी.एम श्रीराम लिमिटेड शुगर एंड डिस्लरी हरियावां द्वारा तीन लाख रुपए कीमत से शौचालय एवं प्रसाधन का निर्माण कराया गया है। जिसका उद्घाटन इकाई प्रमुख प्रदीप त्यागी व जीएम संजीव तोमर के द्वारा किया गया।

   

 बुधवार को सहकारी गन्ना समिति महोली के परिसर में डी.सी.एम श्रीराम लिमिटेड शुगर एंड डिस्लरी हरियावां द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व योजना के तहत भारत सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के क्रम में शौचालय एवं प्रसाधन का निर्माण कराया गया।शौचालय निर्माण से समिति में आए गन्ना किसानों को लाभ मिलेगा।बता दें समिति की स्थापना वर्ष 1937 में कराई गई थी और समिति कार्यालय का निर्माण 1985 में कराया गया था।चीनी मिल के सहायक उपाध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2023 24 में महोली समिति से हरियावा मिल द्वारा कुल 72.66 लाख कुंतल गन्ना ख़रीदा गया है।जिसका भुगतान 281.29 करोड़ रुपए किसानों के खाते में भेजे जा चुके हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि मिल के द्वारा सिंचाई हेतु उन्नत कृषि यंत्र, बीज उपचार दवा एवं कृषि यंत्रों पर समय समय पर अनुदान दिया जा रहा है।जिसका किसान लाभ उठा रहे हैं। इस मौके पर सोहनवीर सिंह, इंद्रपाल सिंह, अनुज सिंह, राजीवरंजन सिंह, आलोक सिंह, सोकेंद्र सिंह, रामगोपाल सिंह, विशेश्वर वर्मा और सीएसआर स्कीम के प्रभारी आदर्श कुमार भी उपस्थित रहे।