11 हजार लाइन का तार टूट कर पेड़ो पर गिरा,हादसा टला
रायबरेली। बुधवार की दोपहर नगर विद्युत उपकेंद्र की अरखा फीडर की 11 केवी लाइन अचानक टूटकर पेड़ों पर गिर गई । जिस समय यह हादसा हुआ , उस समय विद्युत प्रवाह संचालित था । गनीमत थी कि तार की चपेट में कोई नहीं आया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था ।
यह घटना बुधवार दोपहर को हुई है । इस समय बिजली लाइनों पर कभी अधिक भार है । लाइनें जर्जर होने के कारण अक्सर हादसे होते रहते है। बुधवार को नगर स्थित 33 केवीए विद्युत उपकेंद्र से जाने वाली अरखा फीडर की 11केवी लाइन में अधिक भार होने के कारण तार टूट गया । जब यह घटना हुई उस समय लाइन में विद्युत प्रवाह संचालित था । तार के टूटते ही विद्युत लाइन स्वतः ट्रिप हो गई और फीडर बंद हो गया। जहां तार टूटा वहां पेड़ थे ।
विद्युत लाइन के तार टूटकर पेड़ पर गिरे । गनीमत थी कि वहां पर कोई नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था । वहीं अभी तक रिवैप योजना के तहत जर्जर लाइनों के तार बदले जाने का काम भी नहीं हो सका। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र की जर्जर हो चुकी लाइन ओवरलोड होने के कारण आए दिन तार टूट कर गिर जाते हैं।वहीं प्रयागपुर में 5 एमबीए क्षमता का उप केंद्र बनना था,लेकिन अभी तक केंद्र किसी में केंद्र में काम नही शुरु हो सका है।अगर उपकेंद्र बन जाता तो यह घटनाएं कम हो सकती थी।
अवर अभियंता लालमणि ने बताया कि विद्युत लाइन को दुरुस्त करके लाइन चालू कर दी गई है । वही एक्सईएन धीरेंद्र सिंह ने बताया कि जर्जर लाइनों का एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है जल्दी तार बदलने का कार्य किया जाएगा।
जिले में आठ बनने थे उपकेंद्र
रायबरेली।जिले में आठ नए विद्युत उपकेंद्र बने थे लेकिन अभी तक किसी भी उपेंद्र की टेंडर प्रक्रिया नहीं हो पाई है। जिसके कारण उपकेंद्र बनाने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है।गर्मियों में लोड बढ़ाने के साथ ही जर्जर लाइनों के तार टूटते हैं।
ओवरलोड काम करने के लिए ही नए उपकेंद्र बने थे।जिसमें चार बिधुत उपकेंद्र विद्युत वितरण मंगल प्रथम में एवं चार विद्युत मंडल द्वितीय में बनाए जाने थे।
May 03 2024, 19:54