कई सीटों पर राजद की बढ़ी परेशानी, कही गठबंधन के तो कही अपने ही दल के नेताओं का दिख रहा बगावती तेवर
डेस्क : इस बार लोकसभा चुनाव में राजद को प्रदेश के कई सीटों पर अपने ही नेताओं और साथी दलों के नेताओं के बगावती तेवर के कारण परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन वापसी की तिथि समाप्त होने के बाद पूर्णिया और नवादा लोकसभा सीट पर राजद को परेशान करने वाली स्थिति सामने आ गई है। कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय करने वाले पप्पू यादव ने पार्टी के अल्टीमेटम के बाद भी निर्दलिए के तौर पर पूर्णिया से चुनाव मैदान में डटे हुए है।
सबसे पहले हम पूर्णिया लोकसभा सीट की बात करते है। यहां पर निर्दलीए पप्पू यादव के मैदान में डटे रहने के बाद अब राजद प्रत्याशी बीमा भारती, एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा और इनके बीच त्रिकोणिय मुकाबला होना तय हो गया है।
बीमा भारती के पति अवधेश मंडल की छवि एक बाहुबली की है। वहीं बीमा भारती ओबीसी गंगौंता जाति से आती हैं। चुनाव में वह ओबीसी का कार्ड भी खेलना शुरू कर दी है। बीमा भारती अपने प्रचार में कह रही हैं कि नीतीश कुमार ने उनके पति और बेटा को जेल भेज दिया। उनको यानी अति पिछड़ा महिला को अपमानित करने का काम किया। वह कहती हैं कि लालू यादव ने एक महिला को टिकट देकर महिला का सम्मान बढ़ाया है।
वहीं पप्पू यादव की छवि बाहुबली होने के साथ-साथ पूर्णिया में अच्छी पकड़ है। बीते वर्षो में उन्होंने पूर्णिया में कई सामाजिक कार्य कर अपनी पकड़ को मजबूत किया है। वे हमेशा यह कहते है कि पूर्णिया उनकी मां है। वहीं पूर्णिया में यादवों की संख्या भी अच्छी खासी है।
वहीं सबसे बड़ा खेल तो यह हो गया है कि राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव ने पूर्णिया में पप्पू यादव का खुला समर्थन किया। पत्रकारों से बात करते हुए देवेंद्र यादव ने साफ कहा कि जिस तरह राजद ने टिकट बंटवारे में परिवारवाद और दूसरे पार्टी के लोगों को जगह दी उससे यह स्पष्ट हो गया कि राजद मनुवादियों की पार्टी है। उन्होंने कहा कि पप्पू यादव को जनता का आशीर्वाद प्राप्त है और पप्पू यादव की जीत पूर्णिया की जनता की जीत होगी।
अब ऐसे में राजद प्रत्याशी बीमा भारती के लिए मुशीबत खड़ी हो सकती है।
हालांकि इन सबके बीच इसका सबसे बड़ा फायदा निवर्तमान सांसद व एनडीए से जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा हो सकता है। यदि बीमा भारती और पप्पू यादव के बीच वोट बंटवारा होता है तो इसका सीधा फायदा संतोष कुशवाहा को होगा।
वही नवादा सीट की बात करें तो वहां राजद के साथ बड़ा खेल हो गया है। पार्टी क़े दो विधायकों ने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद क़े फैसले के खिलाफ लोकसभा चुनाव में बिगुल फूंक दिया है। नवादा क़े राजद विधायक विभा देवी और प्रकाशवीर दोनों विधायकों ने राजद क़े प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा क़े खिलाफ राजद से बागी होकर चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी विनोद यादव क़े समर्थन में खुले तौर उतर गए हैं। वे न सिर्फ अपना समर्थन दिया, बल्कि दिन -रात एक कर निर्दलीय प्रत्याशी को जीत दिलाने और राजद प्रत्याशी क़ो करारी हार देने की बात भी कर रहे हैं। इन दोनों विधायकों द्वारा लोकसभा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी विनोद यादव क़े साथ घुम- घुमकर मंच भी साझा कर रहे हैं।
दरअसल नवादा के विनोद यादव को तेजस्वी यादव ने प्रदेश महासचिव बनाया था। विनोद कुशवाहा नवादा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने को लेकर काफी पहले से तैयारी कर रहे थे। लेकिन उन्हें टिकट न देकर श्रवण कुशवाहा क़ो नवादा से उम्मीदवार बनाया। जिसके बाद विनोद यादव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन कराया। उसके बाद राजद क़े दोनों विधायक और निर्दलीय एमएलसी अशोक यादव अपना समर्थन निर्दलीय उम्मीदवार विनोद यादव समर्थन देकर राजद सुप्रीमो के फैसले को चुनौती दे दिया है।
Apr 13 2024, 13:43