दुमका : गुड न्यूज! खनन विभाग ने वसूला 148 करोड़ राजस्व, लक्ष्य से दुगुना हासिल
विभाग का दावा- अवैध खनन पर रोक से मिली उपलब्धि
दुमका : झारखण्ड में जब करोड़ों की कथित अवैध खनन घोटाला का मामला सामने आया तो पूरा राज्य चर्चित में रहा। कई सवाल भी उठे। मामले की फिलहाल ईडी जांच भी कर रही है लेकिन इन सब के बीच एक अच्छी खबर यह भी है कि राज्य में राजस्व वसूली के मामले में खनन विभाग का योगदान बढ़ता जा रहा है और अवैध खनन पर भी लगातार शिकंजा भी कसता जा रहा है।
खबर झारखंड की उपराजधानी दुमका से है जहाँ खनन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में लक्ष्य के विरुद्ध करीब दुगुना राजस्व वसूली कर पूरे राज्य में बेहतर उपलब्धि हासिल करने की ओर अग्रसर है। दुमका में करीब 28 वैध पत्थर खदान है और करीब 100 से अधिक क्रशर प्लांट है। वित्तीय वर्ष 2023 -24 में विभाग का लक्ष्य 75 करोड़ 60 लाख राजस्व वसूली का था जबकि विभाग ने 196 प्रतिशत की राजस्व वसूली की।
विभाग ने निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध करीब 148 करोड़ 20 लाख रुपये राजस्व प्राप्त किया। प्रभारी जिला खनन पदाधिकारी नाजिश राना ने कहा कि अवैध खनन से राजस्व को नुकसान हो रहा था। जब अवैध खनन पर विभाग ने शिकंजा कसना शुरू किया तो राजस्व भी बढ़ना शुरू हो गया। हाल के दिनों में विभागीय स्तर पर राजस्व संग्रहण को लेकर कई तरह की कार्रवाइंया भी हुई जिसमें पत्थरों और बालू के अवैध कारोबार पर नकेल कसना भी शामिल है।
जानकारी के मुताबिक 2018 -19 में विभाग ने 37 करोड़ 36 की राजस्व वसूली की थी।
2019 -20 में 68 करोड़ 50 लाख के विरुद्ध महज 32 करोड़ 31 लाख ही विभाग राजस्व वसूल कर पाया जिसकी वजह कोविड महामारी रही। करीब यही स्थिति 2020 -21 और 2021 -22 में भी बनी रही। तीनो वित्तीय वर्ष में कोविड महामारी और पत्थर उद्योग पर छायी संकट की वजह से विभाग के लिए राजस्व वसूलना चुनौतीपूर्ण रहा लेकिन वित्तीय वर्ष 2022 -23 से स्थिति मद सुधार होना शुरू हुआ और 54 करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध 65 करोड़ 84 लाख रुपये की राजस्व वसूली की गयी।
वही 2023 -24 में वसूली का प्रतिशत करीब 196 पर पहुँच गया।
खनन पदाधिकारी नाजिश राना ने पत्थर व्यवसायी एवं खदान लीज धारकों के साथ बैठक कर राजस्व संग्रहण के मुद्दे पर चर्चा की, उनकी समस्याएं भी सुनी और उनलोगों से सुझाव भी मांगा। श्री राना ने कहा कि राजस्व संग्रहण को लेकर विभागीय सचिव, खान निदेशक एवं उपायुक्त का लगातार मार्गदर्शन मिल रहा था। जिले में नए पत्थर खदानों का लीज भी दिया जा रहा है। मौके पर पत्थर व्यवसायी मानिक बागरी, कौशल सिंह, नीरज कोठरीवाल, रंजन भगत आदि मौजूद थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Apr 03 2024, 18:53