सात मार्च से लंबित मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेगा आरएसएम
रायबरेली। शिक्षकों की लंबित मांगों को विभाग की तरफ से निस्तारित नहीं किया जा रहा है।मांगों की अनदेखी को लेकर अब राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ सात मार्च से धरना प्रदर्शन करने जा रहा है। आज एक बार फिर से बीएसए को ज्ञापन देकर संगठन ने अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षक,शिक्षिकाओं के अवशेष देयकों का भुगतान, अन्तर्जनपदीय शिक्षकों को वार्षिक वेतन वृद्धि एवं अन्य देयकों का भुगतान,एमआरसी शिक्षकों की उपस्थित प्रमाणित न किया जाना, जनपद के खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा सेवा पंजिकाओं का अद्यतन न किया जाना,खण्ड शिक्षा अधिकारी बछरावां द्वारा ब्लाक के शिक्षकों का शोषण उत्पीड़न आदि समस्याओं के निस्तारण सम्बन्धी विभिन्न ज्ञापन पत्र समय-समय पर आपके कार्यालय को प्राप्त कराए गए हैं लेकिन अभी तक समस्याओं का निस्तारण नहीं किया है।
उन्होंने बताया कि आपसे व्यक्तिगत मिलकर निस्तारण की निरन्तर मांग संगठन के पदाधिकारी करते रहे है, लेकिन आप द्वारा समस्याओं को प्राथमिकता एवं संवेदनशीलता से निस्तारित न किये जाने के कारण जनपद का शिक्षक ,संगठन के सदस्य अत्यन्त निराश हैं।
संगठन मंत्री मधुकर सिंह ने बताया कि बीईओ बछरावां द्वारा ब्लॉक के शिक्षकों का शोषण एवं उत्पीड़न की जांच कराए जाने के संबंध में, लेखा कार्यालय के पटल प्रभारियों द्वारा जनपद के शिक्षक/शिक्षिकाओं/ शिक्षणेत्तर कर्मियों के अवशेष देयकों का भुगतान कई महीनों तक लम्बित रखा जाना।
इसके अलावा अंतर्जनपदीय स्थानांतरण 2023 में जनपद आए शिक्षक/शिक्षिकाओं को वार्षिक वेतन वृद्धि/डीए/ बोनस आदि देयकों का भुगतान न किया जाना सहित करीब एक दर्जन मांग हैं, जिनको अभी तक पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि संगठन की तरफ से सात मार्च से धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
Feb 27 2024, 20:23