दो अपहरणकर्ताओं को नालंदा पुलिस ने किया गिरफ्तार, असम के व्यवसायी को बंदी बना 2 लाख की कर रहा था डिमांड
नालंदा : असम की पुलिस ने नालंदा की परवलपुर पुलिस की मदद से असम के दो निवासियों को अपहरण कर्ताओं के चंगुल से मुक्त करते हुए 2 अपहरण कर्ता को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
आज मंगलवार को असम की पुलिस अपहरण कर्ताओं को एवं असम के दो निवासियों को अपने साथ लेकर वापस लौट गई।
अपहरण कर्ताओं को किया गया गिरफ्तार
परवलपुर थानाध्यक्ष पप्पू कुमार सिंह ने बताया कि 18 फरवरी के दिन 12:00 बजे असम पुलिस के द्वारा सूचना प्राप्त हुई की असम के दो व्यक्तियों को इस्लाम और बहादुर अली को कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा बंदी बना लिया गया है। असम पुलिस के द्वारा लोकेशन भेजा गया जिसको ट्रैक करते हुए परवलपुर थाना की पुलिस गांधीनगर के खंधा पहुँची, जहां देखा गया कि चार चार लोग एक जगह बैठे हुए हैं। जिनमें दो व्यक्ति पुलिस को देखकर भाग गए।
इसके बाद पीछा कर दो लोगों को पकड़ा गया। इसके बाद दोनों व्यक्ति ने अपना नाम नवलेश कुमार एवं मंटू कुमार के रूप में बताया।
बंदी बनाए गए दो लोगों को बरामद करते हुए उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे लोग डम्फर का व्यापार करते हैं इसी सिलसिले में वे लोग बिहार आए थे। बंदी बनाए गए लोग अपहरणकर्ताओं के पूर्व से भी संपर्क में थे। पहले भी इन लोगों से असम के निवासी ने व्यवसाय किया था।
अपहरण कर्ताओं ने बंदी बनाए गए लोगों के परिजनों से पैसे भी लिए थे। दोनों अपहरणकर्ताओं को और बंदी बनाए गए लोगों को असम पुलिस को सौंप दिया गया है। मंटू अलीपुर गांव का रहने वाला है जबकि नवलेश कृष्ण विगहा गांव का रहने वाला है।
क्या बोली असम पुलिस
असम पुलिस के जोगी गोपा थाना के सब इंस्पेक्टर उत्तम रॉय ने बताया कि सेदामारी बालपारा के निवासी ममेरुल इस्लाम एवं मेरेरपोर थाना क्षेत्र के बहादुर अली के भाई ने थाने पर आकर सूचना दिया कि उसके भाई का अपहरण कर लिया गया है। अपहरणकर्ता उसके साथ मारपीट कर रहे हैं एवं 2 लाख रुपए की डिमांड कर रहे हैं। पूर्व में भी कुछ पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए हैं।
इसके बाद मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया गया है एवं बोंगई गांव के एसपी के द्वारा एक टीम की गठन की गई। स्थानीय परवलपुर थाना को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद अपहरण कर्ताओं के चंगुल से बंदी को मुक्त कराया गया। अपहरणकर्ता फोन कर अपरहित के परिवार को धमकी दे रहे थे कि पैसा नहीं भेजने पर दोनों को जान से मार दिया जाएगा।
अपह्रत ममेंरुल इस्लाम ने बताया कि मंटू और नवलेश उन दोनों को लेकर बिहार आया था। 10 चक्का हाइवा हायर कर उसे मंथली बेसिस पर कंपनी को दिया जाता है। काम होने के उपरांत वाहन मालिक को पैसा दिया जाता है। विकास कुमार जिसका नाम नवलेश है। वह दो दिनों तक बिहारशरीफ में होटल में रख कर 50 हजार की डिमांड करने लगा। उसने बोला कि 50 हजार रुपए पहले दे दो, इसके बाद हाइवा दिखाते हैं। उसने पैसे देने से मना कर दिया, उसने कहा कि पहले वह हाइवा देखेगा। इसके बाद हाइवा दिखाने उन्हें परवलपुर के गांधीनगर गांव लेकर चले आए और जंगल एरिया में लेकर चले गए और इसके बाद आधा दर्जन लोगों को बुलाया और उसके साथ शराब के नशे में मारपीट कर डराया। फिर अगले दिन पुलिस पहुंची और उन्हें अपहरण कर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराया।
नालंदा से राज
Feb 23 2024, 10:14