अबू धाबी की यात्रा के बाद दोहा पहुंचे पीएम मोदी, भारतीय प्रवासियों ने किया भव्य स्वागत, कतर पीएम से की मुलाकात
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संयुक्त अरब अमीरात में हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी अब कतर पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा के बाद बुधवार को दोहा पहुंचे।एयरपोर्ट पर कतर के विदेश राज्य मंत्री सोल्तान बिन साद अल-मुरैखी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद भारतीय समुदाय ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और जोरदार स्वागत किया।अपने समकक्ष शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच भारत और कतर के संबंधों को बढ़ाने पर बात हुई। पीएम मोदी ने इस बैठक को शानदार करार दिया। प्रधानमंत्री मोदी आज ही कतर के शासक शेख तमीम बिन हमाद अल थानी से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के संबंधों के साथ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि कतर के पीएम के साथ उनकी मुलाकात शानदार रही। पीएम मोदी ने ट्वीट करके लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि दोहा में असाधारण स्वागत! भारतीय प्रवासियों का आभारी हूं।बता दें कि वर्ष 2014 के बाद से प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की यह दूसरी कतर यात्रा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने ट्वीट करके जानकारी दी कि भारत-कतर साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने दोहा में कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एचएच मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान के साथ एक सार्थक बैठक की। चर्चा में व्यापार और निवेश, ऊर्जा और वित्त जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, भारत कतर के साथ ऐतिहासिक और गहरे संबंधों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है। कतर के शीर्ष नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत की योजना है।
पीएम मोदी की कतर यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि कतर ने जासूसी के आरोप में करीब 18 महीने से जेल में बंद आठ पूर्व नौसेना अधिकारियों को हाल ही में रिहा किया है, जो भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है। अगस्त 2022 मे कतर की खुफिया एजेंसी ने कथित जासूसी मामले में दोहा में आठ भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जो एक निजी कंपनी के साथ काम करते थे। कतरी अधिकारियों ने उन पर पनडुब्बी पर जासूसी करने का आरोप लगाया और उन्हें जेल भेज दिया। इस मामले में उनको मौत की सजा सुनाई गई थी। नवंबर 2023 में भारत सरकार ने कतर की एक उच्च अदालत में मौत की सजा के खिलाफ अपील दायर की। वहीं कूटनीतिक तौर पर भी प्रयास किए। इसके बाद कतर की एक अदालत ने आठ नौसेना दिग्गजों की मौत की सजा को पलट दिया। अदालत ने मौत की सजा को घटाकर जेल की सजा में बदल दिया। इसके बाद इनकी भारत वापसी संभव हो सकी।
Feb 15 2024, 12:49