श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा हर्षित हुए स्रोता
रमेश दूबे,
संत कबीर नगर ।जनपद के पौली ब्लॉक क्षेत्र के तिलकुपुर मे चल रहे श्रीमद्भागवत कथा में तीसरे दिन अयोध्या से आये कथा व्यास पंडित राहुल जी महाराज श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुना कर स्रोताओं को मन्त्र मुग्ध कर दिया वही बच्चों द्वारा निकली गई कृष्ण जन्म झांकी ने मौजूद लीगो का मन मोह लिया।
कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए कथा व्यास ने कहा कि जब आकाशवाणी द्वारा कंस को ज्ञात हुआ कि देवकी का आठवा संतान के द्वारा हमारा वध होगा। तब देवकी वसुदेव को कारागार में डाल दिया। कारागार में भगवान श्रीकृष्ण देवकी के आठवे सन्तान के रूप में प्रकट हुए और वसुदेव उन्हें गोकुल में नन्द यशोदा के यहाँ पहुँचा दिया।
श्रीकृष्ण को मारने के लिए कालकूट विष स्तन में लगाये राक्षसी पूतना गोकुल पहुँच श्रीकृष्ण जब स्तनपान कराकर मरना चाही तो श्रीकृष्ण पूतना को मार दिया। इसके बाद सकटा सुर, तृणावर्त समेत बहुत से राक्षस आए जिनको भगवान श्री कृष्ण ने परलोक प्रदान किया। इसके बाद गर्गाचार्य जी के द्वारा भगवान श्री कृष्ण और बलराम का नामकरण हुआ।
कथावाचक ने भगवान श्री कृष्ण के माखन चोरी की लीलाओं का बहुत ही मनमोहक वर्णन किया।श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के दौरान झांकी और छोटे-छोटे बच्चों ने नृत्य द्वारा लोगो का मन मोह लिया और शकुन्तला द्वारा सोहर गीत का श्रो ताओ ने खूब आनन्द उठाया। इस मौके पर मुख्य यजमान सुरेश पाल सपत्नी, राजेश पाल रिकपाल अवधेश पाल दिनेश पाल राकेश पाल सतीश पाल आर्य पाल मुकेश पाल मनीष पाल अंशुमन पाल कमल पाल अनिल पाल समेत बहुत से श्रोता मौजूद है रहे।
Feb 13 2024, 13:11