दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आना समस्या नहीं, फाइलेरिया परजीवी के मरने का है संकेत : डॉ एमई हक
गया : जिला में शनिवार से एमडीए राउंड की शुरुआत की गयी है। एमडीए के पहले दिन दवा सेवन के बाद गुरारू प्रखंड में आठ बच्चों में उल्टी और मिचली मामूली शिकायत आयी। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी बच्चों को जरूरी दवा एवं प्रबंधन किया गया है। किसी बच्चों में अधिक गंभीरता नहीं आयी है। सभी बच्चे अब स्वस्थ हैं। फाईलेरिया रोधी दवाएं गुणवत्ता एवं प्रभाव स्तर पर पूर्णता सुरक्षित है। यह जानकारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने दी.
फाइलेरिया संक्रमण की होती है पुष्टि
उन्होंने बताया जिन बच्चों में दवा सेवन के बाद उल्टी, चक्कर एवं सर दर्द जैसी शिकायत आयी है, उनके क्षेत्र में फाइलेरिया परजीवी का संक्रमण होने की पुष्टि होती है। दवा सेवन के बाद अगर किसी तरह की शारीरिक शिकायत होती है तो यह स्पष्ट होता है कि शरीर में पहले से फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे। दवा सेवन से परजीवी मरते हैं, जिसके कारण उल्टी, चक्कर या सर दर्द जैसे छोटी-मोटी शिकायत हो सकती है। यह एक संकेत है कि दवा फाइलेरिया परजीवी को मारने में असरदार साबित हो रही है।
इसको लेकर बहुत अधिक घबराने की जरूरत नहीं है। एक महत्वपूर्ण बात हमेशा याद रखें कि दवा का सेवन कभी भी खाली पेट नहीं करें. खाली पेट दवा सेवन करने से भी दवा का कुछ प्रतिकूल असर आता है. अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खानी है जबकि डीईसी और आइवरमेक्टिन को पानी के साथ निगलना है।
स्वास्थ्य विभाग आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमेशा तत्पर है. गाँव से लेकर जिला स्तर पर स्वाथ्य कर्मी किसी भी तरह की समस्या से आपको बचाने के लिए तैयार हैं. आइये एक बार फ़िर एक जुट होकर दवा सेवन का संकल्प लें और फाइलेरिया को दूर भगाएं।
गया से मनीष कुमार
Feb 12 2024, 17:49