मेरी गिरफ़्तारी भारत के लोकतंत्र का काला अध्याय,विधानसभा में जमकर गरजे झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, राज्यपाल पर भी लगाए आरोप
जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज सोमवार (5 फ़रवरी) को दावा किया कि कथित भूमि घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 31 जनवरी को उनकी गिरफ्तारी में राज्यपाल भी शामिल हैं। PMLA कोर्ट द्वारा चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के लिए विश्वास मत में भाग लेने की अनुमति दिए जाने के बाद झारखंड विधानसभा में बोलते हुए, हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी को "भारत के लोकतंत्र में काला अध्याय" कहा।
इससे पहले दिन में, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने यह कहते हुए हेमंत सोरेन को क्लीन चिट दे दी कि उन्हें ऐसे काम के लिए गिरफ्तार किया गया है जो उन्होंने किया ही नहीं। हेमंत सोरेन ने अपने विधानसभा भाषण में केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) को भूमि घोटाले से अपना संबंध साबित करने की चुनौती दी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) प्रमुख ने कहा कि, "आज मुझे 8.5 एकड़ जमीन घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यदि उनमें हिम्मत है तो वे मेरे नाम पर दर्ज उक्त जमीन के दस्तावेज दिखाएं। अगर यह साबित हो गया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।"
बता दें कि, हेमंत सोरेन को ED ने पूछताछ में शामिल होने के लिए 10 समन भेजे थे। आखिरी समन में उन्हें 29 जनवरी या 31 जनवरी में से एक तारीख बताने के लिए कहा गया था, जिस दिन वो पूछताछ में शामिल हो सकते हों। हालाँकि, सोरेन ने इसका कोई जवाब नहीं दिया, 29 जनवरी को वे अचानक गायब हो गए। पता चला वे दिल्ली में हैं, जब दिल्ली स्थित उनके बंगले पर पुलिस पहुंची, तो सोरेन वहां से भी गायब मिले। वहां पुलिस को 38 लाख नकद, दो BMW मिले और कुछ डाक्यूमेंट्स मिले, जिसे जब्त कर लिया गया। 29 की रात में सोरेन का वीडियो सन्देश आया कि वे 31 जनवरी को अपने घर पर सवालों के जवाब देंगे। ED ने तय तारीख को उनसे लंबी पूछताछ की, और फिर गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेश किए जाने के बाद हेमंत सोरेन को 5 दिनों के लिए हिरासत में भेज दिया गया। हालाँकि, उन्हें फ्लोर टेस्ट में शामिल होने की अनुमति दे दी है।
Feb 05 2024, 14:24