गिरिडीह:नक्सल प्रभावित इलाकों में आदिवासी समाज को अपने अपने ओर जोड़ने हेतु सरगर्मी हुई तेज
गिरिडीह:आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर गिरिडीह के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है।जहां इस दौरान विकसित भारत योजना के तहत बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव ने लगातार कई कार्यक्रमों का आयोजन कर इस इलाके में चुनाव का बिगुल फूंक दिया है।जिसमें उन्होंने पीएम मोदी के पक्ष में ग्रामीण वन्य प्रक्षेत्र में निवास करने वाले इन ग्रामीणों की आस्था पर सेंध लगाने का कार्य किया है।
वहीं संथाली समुदाय के एक बड़े जत्थे को बीजेपी में शामिल कराने में सफल हो गए।तो दूसरी ओर झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के भीड़ बढ़ाऊ युवा नेता जयराम महतो ने भी गिरिडीह विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत इन इलाकों में ताबड़ तोड़ जन सभाओं का आयोजन कर इन वन्य क्षेत्र में जीवन यापन करने वाले महिला पुरुषों के सामने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए इन आदिवासी समाज के लोगों की आंखें खोलने का कार्य करते जा रहे हैं।यहां तक की उन्होंने एक एक दिन में सात स्थानों पर बैठकें एवं सभाओं को संबोधित किया।जिससे आम चुनाव की घोषणा से पहले ही सरगर्मी तेज हो गई है।
वहीं इधर पीरटांड़ प्रखंड में अतिसंवेदन शील माने जाने वाले नक्सली क्षेत्र खुखरा में शनिवार 3 फरवरी को समाजसेवी मनोज साहू के नेतृत्व में जन प्रतिनिधि प्रखंड प्रमुख के साथ ही साथ स्थानीय ग्रामीणों ने
स्थानीय सांसद और विधायक के खिलाफ जमकर खिंचाई की है।
मौके पर पीरटांड़ के खुखरा पंचायत स्थित हरकटवा नदी के पास प्रखंड स्तरीय चिंतन मंथन सह वनभोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आयोजन समाजसेवी मनोज साहू ओर प्रमुख सविता टुडू ने संयुक्त रूप से किया।जिसमे प्रखंड के कई मुखिया,पंचायत संमिति सदस्य एवं गणमान्य लोग भारी संख्या में उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत समाजसेवी मनोज साहू, प्रमुख सविता टुडू, उप प्रमुख महेंद्र महतो,पंचायत समिति सदस्य जोगेंद्र तिवारी, केशव पाठक, रिंकी देवी, संजय मराण्डी, भगत राम महतो, विश्वनाथ साहू सहित कई जनप्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।सलीम उद्दीन अंसारी, राम चंद्र दास वार्ड कमिश्नर गिरिडीह नगरपालिका,नीरज कुमार ने अपनी बातों को रखा।मौके पर मनोज साहू ने पीर टांड़ प्रखण्ड की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए चिंता व्यक्त की।अपने वक्तव्य में वक्ताओं ने पीरटांड़ क्षेत्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं के संचालन में उनकी उदासीनता तथा भ्रष्टाचार के लिए सीधा उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया है।
Feb 04 2024, 15:20