तृतीय विश्व युद्ध के मुहाने पर दुनिया
संदर्भ : पाकिस्तान ने ईरान के रिहायशी इलाकों पर किया हमला
यूक्रेन- रूस युद्ध , इसराइल - हमास युद्ध , अमेरिका- हूती युद्ध और ताजा ईरान- पाकिस्तान युद्ध । आज विश्व में कहीं भी शांति नहीं है। हजारों लोग मारे जा रहे हैं। शहर के शहर तबाह हो रहे हैं । आबादी वाले क्षेत्रों में मिसाइलों से हमले किये जा रहे हैं । कभी इंसानी चहल-पहल से भरे रहने वाले शहर आज खंडहर के रूप में नजर आ रहे हैं। इन युद्धों में कितनी क्षति होती है उसका आकलन कर पाना मुमकिन नहीं।
शायर बसीर बद्र की एक ग़ज़ल है -
लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में।
तुम तरस खाते नहीं बस्तियां जलाने में।।
हर धड़कते पत्थर को दिल समझते हैं।
उम्र बीत जाती है दिल को दिल बनाने में।।
युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं होते। इससे युद्ध में शामिल देशों को भी बहुत भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। युद्ध वर्तमान और आने वाली पीढ़ी पर बुरा असर डालता है। युद्ध लंबा चलने से लोगों को मानसिक और भावनात्मक आघात लगता है।
आज जब भी दो देशों के बीच युद्ध होता है तो ऐसी- ऐसी मिसाइलें दागी जाती हैं जो इंसानी बस्तियों को श्मशान बनाने में देर नहीं करतीं। मालूम हो कि युद्ध रत देशों को आधुनिक हथियारों की आवश्यकता होती है। इनमें गोला-बारूद, मिसाइलें, अत्याधुनिक ड्रोन आदि शामिल हैं।
इनकी सप्लाई के लिए एक लाबी सक्रिय रहती है जो हथियार बनाने वाले देशों के संपर्क में रहती है। इनमें अमेरिका सबसे पहले स्थान पर है।
क्यों होते हैं युद्ध : युद्ध आमतौर पर किसी देश या देशों के समूह द्वारा किसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए विद्रोही ताकतों के खिलाफ लड़ा जाता है। युद्ध आर्थिक, क्षेत्रीय ,धार्मिक ,राजनीतिक ,नागरिक प्रतिशोध और वैचारिक सहित कई कारणों से लड़े जाते हैं।
युद्ध रत देशों की पीठ थपथपाते रहते हैं हथियार निर्माता देश : आज दुनिया तृतीय विश्व युद्ध के मुहाने पर आप पहुंची है। कहीं भेड़िया आया - भेड़िया आया वाली कहावत चरितार्थ न हो जाये। क्योंकि हथियार निर्माता देश युद्ध में शामिल देशों की पीठ को थपथपाते रहते हैं और उन्हें हथियारों की आपूर्ति कर अपना खजाना भरते रहते हैं।
वहीं युद्ध तभी होने चाहिए जब कोई हमारी शांति की नीति को हमारी कमजोरी मानकर आतंकवादी हरकतों को अंजाम दे, किसी देश की न्यूक्लियर धमकी आदि पर युद्ध करना आवश्यक हो जाता है। 2014 से पहले तक हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान हमेशा सीमा पर गोलीबारी करता रहता था। इससे हमारे सैनिक मारे जाते थे। लेकिन सर्जिकल और एयर स्ट्राइक से उसके होश ठिकाने आ गये। भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन की पाकिस्तान से वापसी की कहानी तो सबको मालूम ही है।
और अंत में युद्ध एक दुखद जुनून कहा जा सकता है। लालच,भय, और घमंड ही है जो दो देशों को युद्ध करने के लिए उकसाते हैं।
Jan 24 2024, 11:09
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