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CM बनने के बाद पहली बार दिल्ली जा रहे विष्णुदेव साय, मंत्रिमंडल विस्तार पर नेताओं से करेंगे चर्चा

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सीएम बनने के बाद पहली बार कल दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं. डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा भी दिल्ली जाएंगे. वहां केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करेंगे. भाजपा के आला नेताओं से मंत्रिमंडल विस्तार पर विचार विमर्श किया जाएगा. बताया जा रहा कि कल रात तक मंत्रिमंडल विस्तार पर अंतिम फैसला हो सकता है

भूपेश का भरोसा समाप्त’: नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को लेकर विधायक केदार कश्यप का तंज, कहा- भूपेश बघेल से अब कांग्रेस पार्टी करने लगी है किनारा

रायपुर-   भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और विधायक केदार कश्यप ने कांग्रेस पर तंज कसा है. केदार कश्यप ने कहा, कांग्रेस पार्टी को भूपेश बघेल पर अब भरोसा नहीं रहा, जो उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरणदास महंत को विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष बनाया है. कांग्रेस सरकार में वनमैन शो का काम करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अब कांग्रेस पार्टी किनारा करने लगी है, जिसका ताजा उदाहरण सबके सामने है.

आगे उन्होंने कहा, 15 वर्षों से सत्ता से दूर रही कांग्रेस पार्टी को 2018 में जनता ने जो जनादेश दिया था. उसे जनादेश का कांग्रेस पार्टी ने जरा भी सम्मान नहीं किया. कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इन 5 वर्षों में भ्रष्टाचार के नए-नए कीर्तिमान बनाए थे. भूपेश है तो भरोसा है का नारा देने वाली कांग्रेस पार्टी में अब भूपेश बघेल पर जरा भी भरोसा नहीं है.

विधायक केदार कश्यप ने यह भी कहा कि, कांग्रेस पार्टी शुरू से ही अपनी अंदरूनी कलह से जूझती रही. उनके सरकार के मंत्री ही भूपेश बघेल पर भरोसा नहीं करते थे. कांग्रेस पार्टी जान गई थी कि, भूपेश बघेल की नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. भ्रष्टाचार और लूट चारों तरफ हुई है, जिसकी वजह से कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल पर जरा भी भरोसा नहीं जताया. परिणामस्वरूप कांग्रेस के आलाकमान ने भूपेश बघेल को दरकिनार करते हुए अपने वरिष्ठ नेता चरणदास महंत को विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष बनाया है.

मान-मनौव्वल के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहित केरकेट्टा ने अपना इस्तीफा लिया वापस

रायपुर-   कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन प्रभारी संगठन महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु के मनाने के बाद इस्तीफा वापस ले लिया है.

बता दें कि, पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा था कि उपरोक्त विषयांतर्गत लेख है कि मैं मोहित राम, पाली तानाखार विधानसभा, क्षेत्र क्रमांक 23 से पूर्व विधायक एवं पूर्व उपाध्यक्ष, मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन एवं विकास प्राधिकरण (राज्यमंत्री दर्जा) हूं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं समस्त पदों से अपना इस्तीफा दे रहा हूं. पाली तानाखार से पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया था. उनका आरोप था कि, आदिवासी विधायकों को हारने का षडयंत्र किया गया है. पार्टी के अंदर के कुछ नेताओं ने मिलकर षड्यंत्र रचा है. केरकेट्टा ने कहा था कि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को भी गुमराह किया गया.

केरकेट्‌टा ने आरोप लगाया था कि बैज को चुनाव लड़ाने का काम षड्यंत्रकारियों ने किया है. केरकेट्टा ने अपने विधानसभा क्षेत्र पालीतानाखार में पीसीसी महामंत्री प्रशांत मिश्रा द्वारा पार्टी विरोधी काम करने का आरोप भी लगाया था. वहीं बड़ी संख्या में सिटिंग विधायकों की टिकट काटने को भी नुकसान बताया था. अब मान मनौव्वल के बाद केरकेट्‌टा ने इस्तीफा वापस ले लिया है.

राम विचार नेताम बने प्रोटेम स्पीकर, राज्यपाल ने दिलाई पद की शपथ…

रायपुर-   रामानुजगंज से छठवीं बार विधायक चुने गए रामविचार नेताम ने प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ ली. राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने भाजपा के वरिष्ठ नेता नेताम को पद की शपथ दिलाई.

राष्ट्रगान और राज्य गीत के साथ शुरू शपथ समारोह शुरू हुआ. राम विचार नेताम ने छत्तीसगढ़ी भाषा में शपथ ग्रहण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के अलावा तमाम विधायक उपस्थित रहे.

बता दें कि छठवीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 से 21 दिसंबर के बीच होगा. इस दौरान बतौर प्रोटेम स्पीकर नेताम नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे.

डॉ रमन सिंह आज विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए दाखिल करेंगे नामांकन

रायपुर-   छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह नामांकन दाखिल करेंगे. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा मौजूद रहेंगे. रमन सिंह विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन देंगे.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की नई सरकार के गठन के बाद विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है. यह शीतकालीन सत्र 19, 20 और 21 दिसंबर को होगा. प्रोटेम स्पीकर अपनी शपथ के बाद सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे. सत्र में अनुपूरक बजट भी लाया जा सकता है.

डिप्टी सीएम विजय शर्मा का प्रथम नगर आगमन पर हुआ भव्य स्वागत

कवर्धा-    छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार अपने गृह नगर कवर्धा पहुंचे। इस दौरान उनका जगह-जगह अतिशी स्वागत किया गया।

राजनांदगांव बाईपास से बाइक रैली निकालकर उनका भव्य स्वागत और अभिनंदन किया गया। कबीरधाम जिले के ग्राम अगरी, दशरंगपुर, पनेका,इंदौरी, धरमपुरा, बिरकोना, रानी सागर, छिरहा में ग्रामीणजनों, समाज प्रमुखों ने भी उनका स्वागत किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं में जमकर उत्साह देखने को मिली।

बिरहोर जनजाति के लिए काम करने वाले स्वयंसेवी जागेश्वर राम को देख सीएम साय ने कहा- ऐती आ, उहां का खडे़ हस, मोर कोती आ… जानिए दोनों के बीच का रोचक

रायपुर-    राज्य अतिथि गृह पहुना मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का अस्थाई निवास है. यहां उनसे प्रदेश भर से लोग मिलने पहुंच रहे रहे हैं. वहीं, आज मुख्यमंत्री के गांव के निकट भीतघर से उनसे मिलने जागेश्वर राम पहुंचे. जागेश्वर राम कभी चप्पल नहीं पहनते, वे कपड़े भी मामूली ही पहनते हैं. वे सीएम साय से मिलने जब पहुना पहुंचे तो वे बैरिकेड के उस पार थोड़े से संकोच के भाव से अपनी बारी का इंतजार करते खड़े हो गए.

मुख्यमंत्री जब आए तो परिचितों से भेंट करते वक्त उनकी नजर दूर खड़े जागेश्वर राम पर गई. उन्होंने जागेश्वर को आवाज लगाई. बड़ी आत्मीयता से उन्होंने पुकारा. आ ऐती आ, उहां का खड़े हस, मोर कोती आ. फिर उन्होंने जागेश्वर राम को गले लगाया, पूरे समय साथ ही रहे और समय-समय पर आत्मीय चर्चा करते रहे. जागेश्वर ने उन्हें कैबिनेट की बैठक में प्रदेश के 18 लाख लोगों को आवास देने के निर्णय पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि इस निर्णय से सरगुजा संभाग की विशेष पिछड़ी जनजाति के हजारों बिरहोर लोगों को आवास मिलने का रास्ता खुल गया है, जो घास-फूस की झोपड़ियों में हर साल सरगुजा की कड़ी सर्दी गुजारते हैं.

दरअसल, जागेश्वर राम और मुख्यमंत्री साय के बीच आत्मीयता की जो कड़ी जुड़ी, वो प्रदेश की अति पिछड़ी जनजाति मानी जाने वाली बिरहोर जनजाति की वजह से जुड़ पाई. जागेश्वर राम महकुल यादव जाति से आते हैं. अपने युवावस्था के दिनों में जब पहली बार वे बिरहोर जनजाति के संपर्क में आए तो इस विशेष पिछड़ी जनजाति की बेहद खराब स्थिति ने उन्हें बेहद दुखी कर दिया. वे शेष दुनिया से कटे थे. शिक्षा नहीं थी, वे झोपड़ियों में रहते थे. स्वास्थ्य सुविधा का अभाव था. उन्होंने संकल्प लिया कि अपना पूरा जीवन बिरहोर जनजाति के बेहतरी में लगाऊंगा. यह बहुत बड़ा मिशन था और इसके लिए उन्होंने अपनी ही तरह के संवेदनशील लोगों से संपर्क आरंभ किया.

इसके चलते वे तत्कालीन सांसद विष्णु देव साय के संपर्क में आये. जागेश्वर राम ने उनके समक्ष इस जनजाति के विकास के लिए योजना रखी. सांसद ने उन्हें पूरे सहयोग के लिए आश्वस्त किया। इसके बाद सांसद साय के सहयोग से भीतघरा और धरमजयगढ़ में आश्रम खोले. शुरूआत में ऐसी स्थिति थी कि लोग आश्रम से अपने बच्चों को घर ले जाते थे, लेकिन जब आश्रम में पहली पीढ़ी के बच्चे पढ़कर निकले और उनके जीवन में सुखद बदलाव आये तो बिरहोरों ने अपने बच्चों को यहां भेजना शुरू किया. इस गौरवमयी उपलब्धि के लिए राज्य अलंकरण समारोह में उन्हें शहीद वीर नारायण सिंह पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

मुख्यमंत्री से जागेश्वर राम ने कहा कि अब हमारे बिरहोर लोगों की मकान की जरूरत पूरी होगी. आपने 18 लाख आवासों के स्वीकृत करने का निर्णय कैबिनेट की बैठक में किया है. मैंने बिरहोरों की तकलीफ देखी हैं. उनकी उजाड़ झोपड़ियों की जगह अब पक्के घर होंगे. छत्तीसगढ़ में बड़ा फैसला आपने किया है जो लाखों बिरहोरों के जीवन में सुखद बदलाव लाएगा.

अति विशिष्ट अतिथियों की अगवानी करने वाले परिसर पहुना में आने वाला हर व्यक्ति इस बात को लेकर आशंकित रहता है कि मुख्यमंत्री से मिलने वाले हजारों प्रियजनों के बीच उसे मुख्यमंत्री का थोड़ा समय मिल पाएगा या नहीं. यह आशंका उन लोगों में और भी बढ़ जाती है जो आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन पहुना आते ही उन्हें अपने घर-गांव जैसा ही माहौल लगता है जैसे पूरा पहुना परिसर मड़ई की तरह हो गया हो और वे पहुना हो गये हों. अपने लोगों से गहरा स्नेह रखने वाले मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि अपने सभी प्रियजनों को समय दें.

खाट-पलंग की व्यवस्था की थी साय ने

जागेश्वर राम ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सांसद रहते बिरहोर जनजाति के दुखदर्द को समझा. वे झोपड़ियों में सर्द रातें बिना खाट के गुजारते थे. साय ने उनके लिए खाट-पलंग की व्यवस्था की. वे 1980 से ही उनके साथ हैं और पहाड़ी कोरवा तथा बिरहोर जनजाति के इलाकों में जब भी दौरे पर जाते हैं जागेश्वर राम को साथ ही रखते हैं.

धान खरीदी ने पकड़ी रफ्तार, रोजाना मंडियों में हो रही तीन से चार लाख मीट्रिक टन की खरीदी…

रायपुर-   प्रदेश में पिछले साल की तुलना में अब तक लगभग 10 लाख मीट्रिक टन से कम धान खरीदी हुई है. हालांकि, पिछले तीन दिनों में किसानों की आमद बढ़ने से मंडियों में धान खरीदी ने रफ्तार पकड़ी है. प्रतिदिन तीन से चार लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होने लगी है. अब तक 7.87 लाख किसानों ने धान बेचा है, जिसके एवज में उन्हें 73,13 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है.

खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर 1 नवम्बर 2023 से धान खरीदी का महाभियान निरंतर जारी है. किसानों की सहुलियत को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष 2 हजार 739 धान उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं. धान खरीदी के एवज में किसानों को भुगतान के लिए मार्कफेड द्वारा अपेक्स बैंक को अब तक कुल 7 हजार 313.02 करोड़ रुपए जारी किया गया है.

राज्य सरकार द्वारा किसानों के सहुलियत को ध्यान में रखते हुए सुगमतापूर्वक धान खरीदी के निर्देश दिए गए हैं. धान उपार्जन केन्द्रों में निर्धारित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने को कहा गया है. खाद्य विभाग के अधिकारियों को धान खरीदी व्यवस्था का निरंतर निरीक्षण करने को भी कहा गया है.

राज्य शासन ने इस वर्ष प्रदेश के किसानों से 130 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. इस खरीफ विपणन वर्ष में धान बेचने के लिए प्रदेश के 26.86 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है. इसमें कुल पंजीकृत रकबा 33.15 लाख हेक्टेयर है, वहीं 2.59 लाख नवीन किसानों ने पंजीयन कराया है.

पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है. अब तक कुल धान खरीदी 35.57 लाख मीट्रिक टन धान में से 27.43 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 17.02 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया आज की धान खरीदी के लिए 76 हजार 463 टोकन जारी किए गए थे. इनमें टोकन तुंहर हाथ एप के तहत 28 हजार 082 टोकन ऑनलाइन जारी किए गए थे. गत डेढ़ माह में राज्य के 7 लाख 86 हजार 463 पंजीकृत किसानों से 36 लाख 58 हजार 374 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है.

राज्य सरकार ने RDA सहित इन प्राधिकरणों की नियुक्ति की रद्द, आदेश जारी*

रायपुर-   राज्य सरकार ने रायपुर विकास प्राधिकरण और सिरपुर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष व सदस्यों की सेवाएं रद्द की है। आवास एवं पर्यावरण विभाग की तरफ से इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया गया है।

किसान आत्महत्या मामला : कांग्रेस ने किया 5 सदस्यीय जांच समिति का गठन, विधायक लखेश्वर बघेल बनाए गए कमेटी के संयोजक

रायपुर-    नारायणपुर में किसान के आत्महत्या मामले में कांग्रेस ने 5 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है. यह जांच समिति सुसाइड करने वाले किसान के गांव-कुकड़ाझोर का दौरा करेगी और मृतक के परिजनों और ग्रामवासियों से मुलाकात कर घटना की जानकारी लेगी. इसके बाद जांच प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी.

विधायक लखेश्वर बघेल इस कमेटी के संयोजक बनाए गए हैं. कमेटी में पूर्व पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम कुमार नेताम, पूर्व विधायक चंदन कश्यप और जिला कांग्रेस अध्यक्ष रजनु नेताम शामिल है.