शहर की सडक पर भीड ,यातायात व्यवस्था ध्वस्त
अमेठी। उत्तर प्रदेश की अमेठी भीड के रैला मे शामिल हो गयी। यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो चली है। सड़क की पटरी पर दुकान सजी है। कही कही वाहन पार्किंग पटरी पर व्यवस्थाति हो चला है ।इस खेल को जनप्रतिनिधि भी नजरअंदाज कर रहे है। सरकार भी जाम के खेल मे डुबकी लगा रही है।
नगर पंचायत तो इस खेल से कोई लेना देना नही है। वोर्ड की बैठक मे शहर की पटरी के अतिक्रमण पर चर्चा नही होती है। सभासद इस कदर मुह बन्द कर लिए है कि शहर ही जाम के चपेट मे लिपट गया।
बुधवार को अमेठी -अन्तू रोड पर डिग्री कॉलेज तिराहे पर सहालग की भीड दिखी। स्कूली बच्चे भी पैदल और वाहन,साईकिल से टी टी करते मायूस दिखे। स्कूल की फीस चाहिए। बाकी बच्चे भाड मे जाय ।सब तो सरकार के साथ है। कौन टन्टा करे।
राहुल गाँधी के चुनाव हरने के बाद बिपक्ष के नेता प्रशासन से बात नही करते है। शहर मे तो हूटर वाले नेताओ की चलती है। बन्द गाडी और काले शीशे मे कैद रहते है। वैसे अधिकारी भी बन्द गाडी से चलते है। कुछ बचा है तो पुलिस वाहन चेकिंग के नाम पर तिराहे पर खडी नजर आती है।
हर तिराहे पर स्वयंसेवक की डयूटी यातायात बिभाग की तरफ से नियमित लगती है। लेकिन ठेला,पटरी दुकानदार और पटरी पर वाहन ठहराव पर चुपी नही तोड़ती है। चेयरमैन के पति भी लग्जरी वाहन से सफर करने के शौकीन है ।चेयरमैन , ब्लाक प्रमुख, डीडीसी,विधायक,सांसद सब नेता चुनी गई है। इनसे कौन पंगा ले।
इनसे शहर की बिगड़ती सूरत से लगता है कोई लगाव नही रहा। समय के चक्र मे जनता उलझी है। लगता है कि शहर की राजनीति से जनता घूटन महसूस करना शुरु कर दी।
Dec 13 2023, 19:48