गया में आजीवन कारावास की सजा काट रहे सेंट्रल जेल में बंदी की मौत, बीमार होने के बाद मेडिकल में कराया गया था भर्ती
गया. बिहार के गया में गया सेंट्रल जेल में बंद आजीवन कारावास की सजा काट रहे 82 वर्षीय बंदी की मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. बीते दिन वे अचानक गंभीर रूप से बीमार हुए थे. गंभीर रूप से बीमार होने की स्थिति में बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. किंतु बंदी की इलाज के दौरान मौत हो गई.
गया सेंट्रल जेल के वृद्ध बंदी की मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है. पिछले 8 वर्षों से गया सेंट्रल जेल में बंद थे. मृत बंदी की पहचान राजबली पांडेय 82 वर्ष के रूप में हुई है. यह औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना अंतर्गत पकरी गांव के रहने वाले थे. वारसलीगंज थाना कांड संख्या 81/85 में आजीवन कारावास की सजा इन्हें हुई थी. वर्ष 2015 से गया जेल सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काटने को लाया गया था.
82 वर्ष की उम्र होने से रह रहे थे बीमार
जेल से मिली जानकारी के अनुसार राजबली पांडे की उम्र 82 वर्ष थी. अत्याधिक उम्र होने के कारण वे जेल में बीमार रह रहे थे. इस बीच बीते दिन वे अचानक गंभीर रूप से बीमार हुए थे, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. किंतु इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई. बंदी की मौत होने की जानकारी परिजनों को जेल प्रशासन द्वारा दी गई है.
गया सेंट्रल जेल में बंद वृद्ध बंदी की हुई है मौत: जेेल उपाधीक्षक
इस संबंध में गया सेंट्रल जेल के उपाधीक्षक सतीश कुमार ने बताया कि एक बंदी की मौत इलाज के दौरान हो गई है. बताया कि 82 वर्षीय बंदी राजबली पांडे बीमार चल रहे थे. उन्हें इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई. बंदी की मौत होने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.
Dec 12 2023, 17:07