खुशी गुप्ता, ऋषभ भारती, खुशी सिंह एवं महविश मेराज के भाव नृत्य ने सभी को किया भाव विभोर
गोण्डा। श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में हिंदी विभाग और आई.क्यू.ए.सी. ने संत कबीर अकादमी, संस्कृति विभाग उ.प्र. के साथ मिलकर वातावरण को कबीरमय बना दिया। बीते शुक्रवार पूरा दिन निर्गुण की महिमा में आप्लावित शास्त्री कॉलेज में 'राम नाम के पटतरे : निर्गुण दुनिया की संरचना' विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रथम सत्र में संपन्न हुई, जिसमें प्रो. हरिशंकर मिश्र, सेवानिवृत्त प्रोफ़ेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, कबीर निर्वाण स्थली के मुखिया सद्गुरु विचारदास साहेब, पूर्व प्राचार्य डॉ. सूर्यपाल सिंह ने विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। संगोष्ठी का समाहार करते हुए आभार प्रदर्शन प्रोफेसर जितेंद्र सिंह अध्यक्ष भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा किया गया। संगोष्ठी का संचालन आयोजन सचिव प्रो. जय शंकर तिवारी द्वारा किया गया।
द्वितीय सत्र में 'अनहद नाद' गायन, 'प्रेम मगन ह्वै नाचु' नृत्य, 'पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ' नाट्य मंचन एवं पुरस्कार वितरण संपन्न हुआ। इस सत्र के मुख्य अतिथि मगहर, संत कबीर नगर में कबीर निर्वाण स्थली के मुखिया सद्गुरु श्री विचार दास साहेब रहे और कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र कुमार ने की। निर्गुण निधि कबीरी निर्गुण उत्सव के संयोजक प्रो. शैलेंद्र नाथ मिश्र ने निर्गुण दुनिया के निहितार्थ को सार्वजनिक किया। द्वितीय सत्र में भी प्राचार्य ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और मंच संचालन डॉ. रेखा शर्मा ने किया और आयोजन के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. जयशंकरतिवारीनेकिया।
डॉ. रेखा शर्मा के निर्देशन में खुशी गुप्ता, ऋषभ भारती, खुशी सिंह एवं महविश मेराज के भाव नृत्य ने सभी को भाव विभोर कर दिया, वहीं जया श्रीवास्तव के निर्गुण भजन 'चदरिया झीनी रे झीनी', मनीष चंद्र दुबे ,अमन तिवारी, अतुल कुमार दुबे, आदर्श पांडे के 'भंवरवा के तोहरे संग जाई' गायन एवं सौम्या पांडे, पूजा मिश्रा, आंचल तिवारी, आकांक्षा सिंह के कबीर- रहीम संवाद ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। निर्गुण उत्सव का मुख्य आकर्षण 'पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ' नाट्य मंचन रहा जिसमें कबीर एवं सर्वानंद के संवाद ने सभी को भावुक कर दिया। नाट्य-अभिनय में पुष्कर बाबू ने सर्वानंद की यादगार भूमिका प्रस्तुत की, राहुल वाजपेयी कबीर के किरदार में जीवंत दिखे तो अनूपा यादव ने सर्वानंद की मां के रूप में दर्शकों का दिल जीत लिया। राजेश यादव एवं आकांक्षा सिंह ने कबीर के बेटा-बेटी कमाल एवं कमाली की भूमिका अदा की। सभी का अभिनय उत्कृष्ट रहा।
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में मंडल स्तरीय अन्तर महाविद्यालयी वाद-विवाद, निबंध और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के सभी स्थान प्राप्त और प्रतिभागी छात्र-छात्राओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया। कबीर निर्वाण स्थली मगहर से आए कवि-गीतकार मंजुल भरत ने पारंपरिक निर्गुण शैली में अपने गीतों की प्रस्तुति से इस असार संसार और क्षणभंगुर मानव देह की अनित्यता को प्रकट कर दिया, लोग वाह-वाह कह उठे, सभागार तालियों से गूँज उठा। राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस अवसर पर सभागार में अतिथिगण डॉ. एस पी सिंह, डॉ. डी.के. गुप्त, डॉ. ओंकार पाठक, डॉ. ए के शर्मा, साकेत कॉलेज, अयोध्या, डॉ. नीरज पांडेय, बहराइच सहित महाविद्यालय के आयोजन समिति से जुड़े हुए अनेक प्रोफ़ेसर, सह प्रोफ़ेसर, सहायक प्रोफ़ेसर और कर्मचारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त आचार्य नरेंद्र देव पीजी कॉलेज बभनान, एम.एल.के. कॉलेज बलरामपुर, एमएसआईटी, गोण्डा और एल. बी. एस. कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित रहे। नैक समन्वयक प्रो. जितेंद्र सिंह, आई. क्यू. ए. सी. समन्वयक प्रो. राम समुझ सिंह, प्रो. अतुल कुमार सिंह, प्रो. बी. पी. सिंह, प्रो. संजय पांडेय, प्रो. अमन चंद्रा, प्रो. राव, प्रो. श्रवण कुमार श्रीवास्तव, डॉ. रंजन शर्मा, प्रो. संदीप श्रीवास्तव, प्रो. बघेल, प्रो. जे. बी. पाल, प्रो. अभय कुमार श्रीवास्तव, प्रो. राव ,प्रो. राजीव अग्रवाल, प्रो. मंशाराम वर्मा, प्रो. विजय अग्रवाल, डॉ. नीरज यादव, मनीष शर्मा, डॉ. पुष्यमित्र मिश्र, संतोष श्रीवास्तव,डॉ. बंदना भारतीय,डॉ. शिशिर त्रिपाठी, डॉ. अरुण प्रताप सिंह, डॉ. चमन कौर, डॉ. रामिन्त, डॉ. अवधेश वर्मा, डॉ. ओम प्रकाश यादव, डॉ. शैलेश, डॉ. दलीप सिंह, डॉ. पूजा यादव, डॉ. मनोज मिश्रा, डॉ. अमित कुमार शुक्ल, डॉ. संजय कुमार वर्मा, डॉ. अजीत मिश्र, डॉ. वंदना भारतीय, डॉ. मनीष मोदनवाल, डॉ. हरीश शुक्ल, डॉ. मनीषा पाल, डॉ. अमित वर्मा, कार्यक्रम के सह संयोजक अच्युत शुक्ल, हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर पवन कुमार सिंह, डॉ. मुक्ता टंडन, डॉ. स्मिता सिंह, डॉ. प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ स्मृति शिशिर का सहयोग सराहनीय रहा।
Dec 10 2023, 18:06