डीएम-एसएसपी ने छठ पूजा को लेकर पदाधिकारियों को केंदुई घाट पर किया ब्रीफ, दिए कई सख्त निर्देश
गया : कार्तिक छठ महापर्व के अवसर पर सुरक्षा, विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती की संयुक्त अध्यक्षता में केंदुई घाट, पोलटेकनिक घाट एव झारखंडी घाट में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारियों के साथ स्पॉट पर केंदुई घाट में ब्रीफिंग की गई।
ब्रीफिंग के दौरान निर्देश दिया गया कि बाईपास से केंदुई घाट के आगे तक निरंतर मोटरसाइकिल से पुलिस पदाधिकारी की गश्ती रखेंगे साथ ही पैदल गश्ती भी रखा जाएगा। बाईपास घुघडी ताड़ के पास जाम नहीं रहे, इस सुनिश्चित करवाये।
आज से अगले चार दिनों तक महत्वपूर्ण सभी छठ घाटों पर पुलिस लगातार मूवमेंट रखें। इसके अलावा बाजार/हाट वाले क्षेत्रों में भी मूवमेंट रखें। सभी छठ घाटों पर पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम एवं पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित रखें। इसके अलावा मेडिकल कैंप, नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था रखें।
किसी भी छठ घाट पर पटाखा फोड़ना पूर्णत पाबंदी है। ऐसा करते पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी संध्या अर्घ्य की तिथि के दिन दोपहर 12:00 बजे से ही अपने प्रतिनियुक्त स्थान पर उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा सुबह अर्घ्य के तिथि के दिन अर्ली मॉर्निंग 3:00 बजे से ही अपने प्रतिनियुक्त स्थान पर उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे।
क्योंकि लोग जो दूर-दराज से आते हैं। वह अर्ली मॉर्निंग में ही छठ घाट पर पहुंच जाते हैं। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए हाल में उपस्थित रहेंगे।
छठ पर्व के अवसर पर जारी किए गए ट्रैफिक प्लान का पूरी अच्छी तरीके से पालन करवाएंगे ताकि कहीं भी जाम की समस्या नहीं रहे। लोग निर्धारित समय में ही अपने गंतव्य स्थान से छठ घाट तक पहुंच सके। सड़क के किनारे ऑटो का पड़ाव नहीं हो इसे सुनिश्चित करेंगे।
इसके उपरांत जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा झारखंडी घाट का निरीक्षण किया गया। घाट जाने के लिए चौड़ा पाथवे बनाया गया है, जो सीधे नदी तक जाएगा।
नदी में पाथवे के सहारे उतारने के लिए 50 की संख्या में लकड़ी का चौकी लगवाया जा रहा है ताकि अर्घ्य देने आने वाले छठ व्रतियों का सामान एवं दाउरा को रखने में आसानी हो सके।
श्रद्धालुओं को नहाने के लिए झरना की भी व्यवस्था की जा रही है। इस घाट पर 60 से 70 वालंटियर आई कार्ड के साथ मौजूद रहेंगे।
रोशनी की भी पुख्ता इंतजाम रखी गई है। जिलाधिकारी ने प्रभारी पदाधिकारी आपदा को निर्देश दिया कि गोताखोर के माध्यम से झारखंडी घाट में पानी के गहराई को आकलन करवा ले साथ ही ज्यादा गहराई रहने पर बैरिकेडिंग एवं लाल झंडा लगवाना सुनिश्चित करें।
इसके उपरांत मानपुर सूर्यपोखर का निरीक्षण किया गया। साफ सफाई पर विशेष बल दिया। गोताखोर की पूरी ततपरता रखने को कहा। घाट आने वाले रास्ता को पूरा समतल बनाने को कहा। पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार अनोउंसीमेंट करवाते रहने को कहा।
ज़िलाधिकारी ने बताया कि छठ पर्व के अवसर पर एसडीआरएफ की एक टीम जिले में मौजूद है। इसके अलावा 30 सदस्य गोताखोर की प्रतिनियुक्ति विभिन्न छठ घाटों पर की गई है। 7 नाव के माध्यम से विभिन्न नदी एवं तालाब में छठ पर्व के दौरान लगातार मूवमेंट रखा जाएगा। देवघाट, सीताकुंड, पंचदेव घाट, रुक्मणी तालाब, सूर्यकुंड सहित अन्य तालाबों में बैरिकेडिंग करवाया गया है।
सभी छठ घाटों पर सीसीटीवी की व्यवस्था रखी गई है। देवघाट एवं सूर्यकुंड में ड्रोन के माध्यम से भी भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा पिता महेश्वर, सूर्यकुंड, सीता कुंड एवं केंदुई में नियंत्रण कक्ष बनाया जा रहा है। सभी छठ घाटों पर मेडिकल शिविर लगाया जा रहा है। पर्यपात स्थानों पर एम्बुलेंस भी रखा जा रहा है।
सभी अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से खतरनाक घाटों को चिन्हित कर उसे पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है ताकि उस घाट पर कोई भी छत व्रती/ श्रद्धालु नहीं जा सकेंगे। इसके लिए स्थानीय स्तर पर लोगों के बीच प्रचार प्रसार भी करवाया गया है।
गया से मनीष कुमार
Nov 17 2023, 20:33