जातीय सर्वे की दूसरी रिपोर्ट आई सामने, प्रदेश में 25% सवर्ण गरीबा रेखा के नीचे
डेस्क : बिहार सरकार की जातीय सर्वे की दूसरी रिपोर्ट सामने आ गई है। पहले रिपोर्ट में जहां बिहार में रहनेवाली जातियों की संख्या की जानकारी दी गई थी। वहीं दूसरी रिपोर्ट में विभिन्न जातियों में गरीबों रेखा से नीचे रहनेवालों की संख्या की जानकारी दी गई है।
इस दूसरे रिपोर्ट में आश्चर्य जनक बात सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार में सवर्ण वर्ग में 25 फीसदी से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से नीचे बताये गए हैं। वहीं गरीबी रेखा से नीचे रहनेवालों में सबसे अधिक 47.70 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लोगों की बताई गई है।
रिपोर्ट के अनुसार सामान्य वर्ग में कुल परिवारों की संख्या 43,28,282 लाख बताई गई है। जिसमें ब्राह्मणों की संख्या 10 लाख से अधिक बताई गई है। इसमें गरीब परिवारों की आबादी 2,72,576 बताई गई है। जो कि उनकी कुल आबादी का 25 परसेंट है। इसी तरह भूमिहारों की कुल परिवार 8.38 लाख है। जिसमें 2,32,211 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि उनकी संख्या के 27.58 फीसदी है।
राजपूतों में कुल परिवार 9,53,784 है। जिसमें 2,37,412 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि कुल परिवारों की संख्या के 24.89 फीसदी है।
जबकि सबसे बेहतर कायस्थों की बताई गई है। रिपोर्ट में कायस्थों में कुल परिवारों की संख्या 1,70,985 बताई गई है। जिसमें सिर्फ 23,639 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि कुल परिवारों के 13.83 फीसदी है।
शेखों में कुल परिवार 10,38,388 बताए गए हैं। जिसमें 2,68, 398 परिवार गरीबी रेखा से नीचे बताये गए हैं। जो कि कुल परिवार के 25.84 है। इसी तरह पठान(खान) में कुल परिवार 1,89,777 हैं, जिसमें 42,137 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि कुल परिवार के 22.20 है। सैयद परिवारों की संख्या 59,838 है। जिसमें 10,540 गरीबी रेखा से नीचे बसर करते हैं। यह उनकी कुल संख्या का 17.61 फीसदी है।













Nov 07 2023, 17:26
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
39.0k