गोड्डा में 24वीं विश्व दृष्टि दिवस के उपलक्ष्य पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
गोड्डा, संवाददाता
शंकर सुमन
शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति गोड्डा के तत्वावधान के स्थानीय अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर रामनगर गोढ़ी में 24वीं विश्व दृष्टि दिवस के उपलक्ष्य पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। नेत्र विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 अंगेश कुमार सिन्हा के द्वारा बताया गया कि इस साल का थीम है "काम के लिए अपनी आंखों से प्यार "है तथा विश्व दृष्टि दिवस पूरे माह मनाया जा रहा है ।उन्होंने आगे बताया कि आंखों के लिए विटामिन ए बेहद जरूरी है। विटामिन ए बच्चों की आंखों की रोशनी तथा उनके शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन ए प्राप्त करने के प्राकृतिक तरीकों को अपनाने के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाने वाली विटामिन ए की खुराक भी दी जानी चाहिए। विटामिन ए की खुराक बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है। बच्चों के खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी एवं ताजी सब्जियां और पीली एवं नारंगी रंग के फल आदि शामिल करें। पालक और गाजर में विटामिन ए काफी मात्रा में पाया जाता है।
आंखें संवेदनशील होती हैं। बच्चों में दृष्टिदोष के कारण उनका महत्वपूर्ण जीवनकाल प्रभावित होता है। आंखों में दर्द, लालिमा या भेंगापन होना जैसी समस्या भी होती है। ऐसी किसी समस्या को नजरअंदाज नहीं कर चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।उन्होंने आगे बताया कि अपने आखों को हम स्वास्थ्य दिनचर्या से बचा सकते है।1- सही खाओ,आपकी थाली में ऐसे खाद्य पदार्थ होने चाहिए जो ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन सी और विटामिन ई से भरपूर हों। हरी सब्जियां, सैल्मन, अंडे और खट्टे फलों का एक स्वस्थ हिस्सा शामिल करें। स्वस्थ आहार मधुमेह की संभावना को कम करता है जो अंधेपन के प्रमुख कारणों में से एक है। 2- स्क्रीन टाइम मैनेज करें,ऐसे युग में जहां लगभग हर चीज डिजिटल हो गई है, स्क्रीन टाइम का प्रबंधन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे सूखी, खुजली वाली या लाल आंखें हो सकती हैं।कुछ प्रभावी स्क्रीन टाइम प्रबंधन विधियां इस प्रकार हैं:-(एक) हर 20 मिनट में स्क्रीन ब्रेक लें।(दो)कंप्यूटर का उपयोग करते समय, गर्दन और कंधे के दर्द और सिरदर्द से बचने के लिए एक सहायक कुर्सी का उपयोग करना सुनिश्चित करें और अपनी स्क्रीन को आंखों के स्तर पर रखें। (तीन)अपनी आंखें झपकाना न भूलें (चार) कंप्यूटर, टैबलेट या फ़ोन का उपयोग करते समय सुरक्षात्मक चश्मा पहनें। बिस्तर पर लेटते समय अपने फ़ोन या टैबलेट का उपयोग करने से बचें। 3- नियमित रूप से स्क्रीनिंग कराएं नियमित आधार पर अपनी जांच कराने की आदत बनाएं। यदि स्क्रीनिंग के दौरान दृष्टि संबंधी संभावित समस्या उत्पन्न हो तो किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलें। 4- स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें,एक स्वस्थ जीवनशैली आपकी दृष्टि में काफी सुधार कर सकती है या आंखों के स्वास्थ्य में गिरावट के जोखिम को कम कर सकती है। इसमें शराब का सेवन कम करना, धूम्रपान छोड़ना, आंखों को उचित आराम देना और आंखों के व्यायाम का अभ्यास करना शामिल है।5- धूप का चश्मा पहनें जब भी आप धूप में निकल रहे हों तो धूप का चश्मा लगाना न भूलें। आपके धूप के चश्मे को आपको UVA और UVB किरणों से 99-100% सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।जिला शहरी स्वास्थ्य प्रबंधक जयशंकर ने बताया कि कंप्यूटर, टेलीविजन व मोबाइल का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा नहीं करना चाहिए तथा प्रतिदिन छह से आठ गिलास पानी पीना चाहिए। पानी आंखों में नमी और ताजगी बनाए रखता है। रात को पूरी नींद लें। रोजाना की दिनचर्या निर्धारित करें। झुककर या लेटकर नहीं पढें। हमेशा टेबल कुर्सी का इस्तेमाल करना चाहिए। पढ़ने के आधे घंटे के दौरान पांच मिनट के लिए ब्रेक लें। किताबों से एक फीट दूर रह कर पढ़ें।इस मौके पर एएनएम आराधना कुमारी,रीना कुमारी ,सोनम कुमारी,अलबिना सोरेन,साधना कुमारी जयमाला कुमारी,बीटीटी बेबी कुमारी,प्रह्लाद कुमार,साहिया सुजाता कुमारी,नरगिस जहां, तर्रान्नुम खातून,तबस्सुम खातून, रेणु देवी,मंडली कुमारी उपस्थिति थी।
Oct 30 2023, 18:41