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आजमगढ़: मेंहनगर तहसील में लेखपाल संघ के अध्यक्ष घूस लेते गिरफ्तार
मेंहनगर में लेखपाल संघ अध्यक्ष रिश्वत लेते गिरफ्तार आजमगढ़ : मेहनगर तहसील में कार्यरत लेखपाल संघ के अध्यक्ष अमर सिंह को एसडीएम आवास के पास से ₹5000 की रिश्वत लेते एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया है। अमर सिंह एसडीएम आवास के पीछे सरकारी भवन में रहते थे। मेहनगर थाना क्षेत्र के ग्राम सभा उमरी गणेशपुर के रहने वाले जितेंद्र यादव ने लेखपाल से रिपोर्ट लगाने की मांगकी थी। इसके बाद लेखपाल ने पैसे की डिमांड की थी। इसके साथ ही आरोपी लेखपाल ने पैसा ना देने पर रिपोर्ट न लगाने की बात भी कही थी। पीड़ित किसान ने इस मामले की शिकायत जिले की एंटी करप्शन यूनिट से की थी। इसके बाद एंटी करप्शन यूनिट ने आरोपी लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने का प्लान बनाया। इस प्लान के तहत लेखपाल की गिरफ्तारी की गई। लेखपाल की गिरफ्तारी के मामले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लेखपालों ने गंभीरपुर थाने के बाहर पहुंच कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। वही एंटी करप्शन टीम आरोपी लेखपाल से पूछताछ करने में जुटी हुई है। किसान द्वारा पैसा देते ही हुई गिरफ्तारी जैसे ही किसान जितेंद्र यादव ने लेखपाल को पहले से ही केमिकल लगे हुए नोट दिए मौके पर पहुंचे एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल को हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही आरोपी लेखपाल को लेकर पुलिस थाने लेकर चली आई है। मामले की छानबीन की जा रही है। जिले में एंटी करप्शन द्वारा गिरफ्तारी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी बड़ी संख्या में राजस्व विभाग और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जा चुका है।
पौधरोपण कर साई कॉलेज में मनाया पर्यावरण दिवस, जैव विविधता के साथ पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

अम्बिकापुर- पृथ्वी की जैव विविधता के साथ पर्यावरण को बचाये रखना हमारी जिम्मेदारी है। हमे अगली पीढ़ी को बेहतर जीवन सौंपना है जो अच्छे पर्यावरण से ही सम्भव है। यह बातें गुरूवार को पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. अर्णब बनर्जी ने कही। उन्होंने इंडिंग प्लास्टिक पाल्यूशन इश्यू एंड चैलेंजेस विषय पर सम्बोधित करते हुए कहा कि हवा, पानी, मृदा प्रत्येक स्तर पर प्रदूषण बढ़ा है। समाज और जीवन के लिये पर्यावरण का सुरक्षित होना आवश्यक है।

इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि संसाधनों का उपयोग होता रहेगा। विकास के लिए संसाधन आवश्यक है लेकिन जीवन के संधारित विकास होना चाहिए। सेमिनार के कोआर्डीनेटर डॉ. श्रीराम बघेल ने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता से अवगत कराते हुए विषय प्रवर्तन किया।

गुरू घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर के गणित विभाग की डॉ. उर्मिला मिश्रा ने रोल ऑफ मैथमेटिकल मॉडलिंग इन इंडिंग प्लास्टिक पाल्यूशन विषय पर सम्बोधित करते हुए कहा कि प्लास्टिक पॉल्यूशन चुनौती बन चुका है। इसका निस्तारण करना आवश्यक है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. आरएन शर्मा ने कहा कि कला, संस्कृति के साथ पर्यावरणीय जीवन हमारे लिये आवश्यक है। जल-जंगल-जमीन तीनों हमारे लिये आवश्यक हैं और इसी से जीवन है। उन्होंने कहा कि हमारी धार्मिक मान्यतायें, पौराणिक कथायें प्रकृति आधारित हैं।

कार्यक्रम का संचालन सेमिनार के कन्वीनर सहायक प्राध्यापक दीपक तिवारी ने किया। अतिथियों का आभार सहायक प्राध्यापक रेखा हलदार ने ज्ञापित किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में नीम, आम, बोगन बेलिया, इमली के साथ ही फलदार और छायादार पौधे लगाये गये। इस दौरान फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शैलेष देवांगन, डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, डॉ. अलका पांडेय आदि उपस्थित रहे।

सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज में विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण व प्लास्टिक मुक्त भारत की दिशा में संकल्पित हुआ आयोजन

रमेश दूबे,सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया गया। इस अवसर पर ग्रुप के वाइस चेयरमैन विशाल अग्रवाल ने वृक्षारोपण कर “प्लास्टिक मुक्त भारत” अभियान में सर्वोत्तम योगदान देने का संकल्प लिया।

वाइस चेयरमैन अग्रवाल ने बताया कि चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में इस वर्ष कंपनी द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु उल्लेखनीय पहल की गई है। रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक निस्तारण की दिशा में तीन-तीन प्लास्टिक पेट बोटल क्रशिंग मशीनें विलासपुर व जबलपुर रेलवे स्टेशनों पर तथा तीन मशीन नागपुर में स्थापित करवाई गई हैं। साथ ही नागपुर क्षेत्र में कोका कोला के उत्पादों का वितरण अब इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी लाई जा सके।

विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में कंपनी की सभी इकाइयों — उदयपुर ब्रेवरीज लिमिटेड, नर्मदा ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, सुपीरियर ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो यूरोपियन ब्रेवरीज लिमिटेड, सुपीरियर इंडस्ट्रीज लिमिटेड एवं सुपीरियर पॉलीमर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड — में बड़े उत्साह के साथ वृक्षारोपण और पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक विकास मित्तल, प्रबंध निदेशक मनीष अग्रवाल, निदेशकगण नवनीत गर्ग, राजपाल चोकर एवं अनूप अग्रवाल ने की। कार्यक्रम का संचालन एवं विवरण प्रबंध निदेशक एवं सीईओ आशीष सेठी द्वारा प्रस्तुत किया गया।

वाइस चेयरमैन ने अपने संबोधन में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कंपनी की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरणीय संतुलन हेतु हरसंभव प्रयास करने की बात कही।

सीएचआरओ डॉ. सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रबंध निदेशक श्री मनीष अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए उन्हें “युगपुरुष” की संज्ञा दी और उनके सम्मान में वृक्षारोपण भी किया। अंत में डॉ. मिश्रा ने समस्त उपस्थितजनों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया।

*आईटीएम गोरखपुर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया"प्लास्टिक प्रदूषण हटाओ – प्रकृति बचाओ" थीम पर संगोष्ठी का आयोजन*

इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गोरखपुर एवं द इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), गोरखपुर लोकल चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में संस्थान के डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सभागार में विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस वर्ष की थीम प्लास्टिक प्रदूषण हटाओ को केंद्र में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और तकनीकी जिम्मेदारी जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए गए।

कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं तकनीकी पेशेवरों में पर्यावरणीय चेतना जागृत करना एवं स्थायी विकास के प्रति उत्तरदायित्व भावना विकसित करना रहा।

मुख्य वक्ता प्रो. गोविन्द पाण्डेय, आचार्य, सिविल विभाग, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर एवं पूर्व निदेशक, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बस्ती ने अपने संबोधन में कहा, आज के दौर में पर्यावरण संरक्षण को तकनीकी विकास के साथ समन्वित करना अत्यंत आवश्यक हो गया है। हम तभी एक विकसित राष्ट्र की दिशा में बढ़ सकते हैं जब हमारी विकास योजनाएं पर्यावरण के अनुकूल हों। ‘प्लास्टिक प्रदूषण हटाओ’ जैसी थीम हमें अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक उपयोग पर नियंत्रण का संकल्प लेने की प्रेरणा देती है।

इंजीनियर जे. बी. रॉय, अध्यक्ष, मदन मोहन मालवीय एलुमनी एसोसिएशन ने कहा,हमारे प्राचीन ग्रंथों में प्रकृति को माँ का स्थान दिया गया है। छात्रों को केवल विज्ञान ही नहीं, संस्कृति से भी जोड़ने की आवश्यकता है ताकि वे प्रकृति के साथ सामंजस्य बना सकें और उसे संरक्षित करने में योगदान दे सकें।

संस्थान के निदेशक एवं द इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया, गोरखपुर लोकल चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. एन. के. सिंह ने कहा, विश्व पर्यावरण दिवस केवल एक प्रतीकात्मक दिवस नहीं है, बल्कि यह हमें हमारे पर्यावरणीय कर्तव्यों की स्मृति दिलाता है। जल, वायु, मिट्टी और जैव विविधता की रक्षा हेतु हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। संस्थान का उद्देश्य केवल तकनीकी शिक्षा देना नहीं, बल्कि भावी इंजीनियरों व प्रबंधकों में पर्यावरणीय संवेदनशीलता उत्पन्न करना भी है।

डॉ. पी. के. मिश्रा, वरिष्ठ निदेशक, निर्माण उद्योग विकास परिषद, नई दिल्ली ने कहा,निर्माण उद्योग को पर्यावरण हितैषी बनाना समय की मांग है। ग्रीन बिल्डिंग, ऊर्जा संरक्षण एवं अपशिष्ट प्रबंधन जैसे विषयों को तकनीकी पाठ्यक्रमों में सम्मिलित कर हमें सतत निर्माण की ओर बढ़ना चाहिए।

एस. बी. आर. मिश्रा, पूर्व अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग ने कहा, भूजल संरक्षण, पारंपरिक जल स्रोतों का पुनर्जीवन एवं वनों की रक्षा अब केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं रह गई है, यह समाज के प्रत्येक नागरिक का सामूहिक दायित्व है।

कार्यक्रम के समापन पर गोरखपुर लोकल चैप्टर के मानद सचिव इंजीनियर पवनेश कुमार ने संगोष्ठी के थीम पर प्रकाश डाला और अंत मे सभी अतिथियों, वक्ताओं, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं का आभार प्रकट करते हुए कहा,

"यह संगोष्ठी छात्रों के मन-मस्तिष्क में पर्यावरणीय चेतना को विकसित करने की एक प्रेरणादायक पहल रही। आने वाले समय में भी हम ऐसे आयोजनों द्वारा प्रकृति के संरक्षण की दिशा में जागरूकता फैलाते रहेंगे।"इस अवसर पर इंजीनियर अमित कुमार, इंजीनियर आशीष सिंह मेम्बर आई 0ई 0आई0 उत्तर प्रदेश सेन्टर इंजीनियर महमूद आलम, इंजीनियर अभिषेक सिंह, इंजीनियर अमरेश, डीन अकादमिक डॉ. आर. पी. सिंह, डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. आशुतोष राव, श्री विजेंद्र प्रताप सिंह सहित संस्थान के सभी विभागों के शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

*अस्पतालों में भेजे जाएंगे 22 वेंटिलेटर, एल -2 अस्पताल में लगे थे 26 वेंटिलेटर,चार रिजर्व रखेगा स्वास्थ्य विभाग*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। चार सालों से आइसोलेट वेंटिलेटर अब एक बार फिर बंद कमरे से बाहर निकलेंगे। कोविड की आहट देख स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। भदोही के एल-2 अस्पताल में रखे गए 26 वेंटिलेटर में 22 को अलग-अलग अस्पतालों में भेजवाया जा रहा है। वहीं, चार वेंटिलेंटर को इमरजेंसी केस के लिए रिजर्व रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि सभी वेंटिलेटर सही हाल में हैं। देश में कोविड की दस्तक के बीच स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। आक्सीजन प्लांटों को जहां चेक किया जा रहा है, वहीं, अन्य उपकरणों की उपयोगिता को भी परखा जा रहा है।‌ कोविड काल के दौरान जिले के भदोही एमबीएस परिसर स्थित 100 बेड एमसीएच विंग को एल-2 अस्पताल बनाया गया था। जहां 26 वेंटिलेटर लगाए गए थे। कोविड खत्म होने के बाद विभाग ने उपकरणों को सहेज कर रख लिया।

अब एमसीएच विंग का संचालन हेरिटेज ग्रुप को सौंप दिया गया है। ऐसे में विभागीय स्तर से अन्य अस्पतालों पर सुविधाओं की तैयारियां शुरू हैं। 26 वेंटिलेटर में से चार को जहां इमरजेंसी के लिए रिजर्व रखा जाएगा। वहीं, अन्य को अलग-अलग अस्पतालों में भेजवाया जाएगा। इसमें सबसे अधिक 10 बेड औराई सीएचसी, भदोही सीएचसी पर सात और डीघ पर पांच और जिला अस्पताल, एमबीएस भदोही में दो-दो बेड लगाए जाएंगे। औराई व भदोही सीएचसी पर वेंटिलेटर बेड लगा दिए गए हैं। अन्य जगहों पर तैयारी चल रही है। अच्छी बात यह है कि जिले में अब तक कोविड के एक भी मरीज नहीं मिले हैं। कोविड के अभी एक भी केस नहीं मिले हैं, लेकिन विभागीय तैयारीयां पुख्ता है। तीन सीएचसी, जिला अस्पताल और एमबीएस में वेंटिलेटर लगाए जा रहे हैं। 26 बेड है। इसमें से 22 लगाए जाएंगे,चार बेड इमरजेंसी के लिए रखा गया है।

डॉ एसके चक सीएमओ भदोही

*पर्यावरण संरक्षण जीवन के लिए बहुत जरूरी"- डॉक्टर ज्योत्सना*

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। केशव प्रसाद मिश्र राजकीय महिला महाविद्यालय औराई भदोही में बृहस्पतिवार को वनस्पति विज्ञान विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण जागरूकता शपथ एवं पर्यावरण संरक्षण विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया ।

इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन करते हुए वनस्पति विज्ञान विभाग प्रभारी डॉक्टर ज्योत्सना जायसवाल ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस हर वर्ष 5 जून को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1972 में घोषित किया गया था और पहली बार 1974 में मनाया गया। वनस्पति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अनुज कुमार सिंह ने कहा कि हम सब जानते हैं कि आज पर्यावरण संकट में है वनों की कटाई, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन ये सभी हमारे पर्यावरण को अधिक मात्रा में नुकसान पहुँचा रहे हैं। इसका परिणाम बढ़ता तापमान, असमय वर्षा, सूखा, बाढ़ और जैव विविधता का विनाश है। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार की तरफ से महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर पीएन डोंगरे को अशोक का वृक्ष भेंट किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर पी एन डोंगरे ने उपस्थित सभी छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाते हुए कहा कि हमें समझना होगा कि प्रकृति सिर्फ हमारे लिए नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है। हमें इसे बचाकर रखना है। पेड़ लगाना, पानी बचाना, प्लास्टिक का कम उपयोग करना और स्वच्छता बनाए रखना ये छोटे-छोटे कदम हमारे जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं अतः हम सभी का कर्तव्य है कि हम पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें साथ ही आज के दिन हम यह संकल्प भी लें कि हम प्रकृति की रक्षा करेंगे, पेड़ लगाएंगे, जल और ऊर्जा की बचत करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ योगेंद्र लाल वर्मा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक गण प्रोफेसर विनोद कुमार मिश्र प्रोफेसर रमोद कुमार मौर्य डॉक्टर सुचिता वर्मा डॉक्टर ज्योत्सना जायसवाल डॉक्टर प्रज्ञा वर्मा डॉक्टर जयकुमार डॉक्टर अनुज कुमार सिंह डॉक्टर श्वेता त्रिपाठी डॉक्टर योगेंद्र लाल वर्मा सहित सभी कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

शाहजहांपुर में घर से निकले 100 से अधिक जहरीले सांप, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति को अपने घर की सफाई के दौरान एक प्लास्टिक के ड्रम में 100 से अधिक जहरीले सांप मिले। इस दृश्य को देखकर उसके होश उड़ गए और पूरे गांव में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत 'सर्प मित्र' और वन विभाग को सूचना दी, जिन्होंने विशेषज्ञों की मदद से सभी सांपों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला और जंगल में छोड़ दिया।

सांपों के घर में घुसने के कारण:

- बरसात के मौसम में सांप और बिच्छू सूखे और सुरक्षित स्थानों की तलाश में घरों में घुस जाते हैं।

- लंबे समय से बंद पड़े सामानों या स्थानों में सांपों के अंडे देने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे इस तरह की घटनाएं होती हैं।

सुरक्षा के लिए सुझाव:

- घर के आसपास की सफाई: घर के आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें और घास-फूस न बढ़ने दें।

- बंद पड़े सामानों की जांच: लंबे समय से बंद पड़े ड्रम, बक्से या अन्य वस्तुओं की नियमित जांच करें।

- सांप दिखने पर सावधानी: सांप दिखने पर घबराएं नहीं, सुरक्षित दूरी बनाए रखें और तुरंत विशेषज्ञों को सूचित करें।

- घर की दरारें सील करें: घर में दरारों, छेदों और अन्य संभावित प्रवेश मार्गों को सील करें।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सांपों को ड्रम में रेंगते हुए देखा जा सकता है। यह घटना हमें सतर्क रहने की चेतावनी देती है, विशेषकर बरसात के मौसम में.

विश्व पर्यावरण दिवस-2025’’ के अवसर पर पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार परिसर में पालिका अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल के नेतृत्व में वृक्षारोपण का आयोजन*
नगर पालिका परिषद सुलतानपुर द्वारा आज ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस-2025’’ के अवसर पर पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार परिसर में पालिका अध्यक्ष प्रवीन कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में शहर के विभिन्न समाजसेवी संगठनों के प्रमुखों की उपस्थिति में समारोहपूर्वक आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी उपस्थित रहे तथा संयुक्त समाज समिति के अध्यक्ष डा0 सुधाकर सिंह, संयोजिका श्रीमती पल्लवी वर्मा, सम्मानित संगठनों से जुड़े हुए डा0 आर0ए0वर्मा, डा0 राजीव श्रीवास्तव, सरदार बलदेव सिंह, अमर बहादुर सिंह, डा0 सीतासरण त्रिपाठी, डा0 डी0एस0मिश्र, मदन सिंह, सरदार महेन्द्रपाल सिंह, डा0 आशुतोष श्रीवास्तव, सुदीप पाल सिंह, श्री अरूण श्रीवास्तव, संतोष सिंह सी0ए0, एडवोकेट आशीष अग्रवाल आदि सामाजिक कार्यकर्ता व वनविभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे। पालिकाध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा कि गत वर्ष हमने लगभग 28 सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से ‘‘स्वच्छ सुन्दर हरित सुल्तानपुर‘‘ के संकल्प को दोहराते हुए ‘‘एक पेड़ माॅं के नाम‘‘ वृहद् वृक्षारोपण महाअभियान-2024 के अन्तर्गत ‘‘पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ‘‘ एवं ‘‘पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ‘‘ के नारे के साथ आक्सीजन बैंक के रूप में गोमती नदी के तट पर पर्यावरण पार्क के उत्तरपूर्वी किनारे पर 817 पेड़ लगाकर वाल्मीकि उपवन का निर्माण किया, नगर के प्रमुख मार्गों के डिवाइडरों व दोनों पटरियों पर हजारों की संख्या में वृक्षारोपण का कार्य कराया गया। जिसकी सुरक्षा हेतु पालिका द्वारा विशेष कर्मचारियों की ड्यूटी लगाते हुए लगभग 85ः पेड़ों का संरक्षण किया है। साथ ही पूर्व सांसद श्रीमती मेनका संजय गाॅंधी जी की पर्यावरण संरक्षण व शहर को हरा-भरा रखने की पहल व प्रयासों को याद करते हुए डिवाइडरों पर किये गये वृक्षारोपण के परिणामस्वरूप विकसित पेड़ांे व फूलों से निर्मित स्वच्छ सुन्दर वातावरण बनाने में सामाजिक संस्थानों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा किये गये योगदान हेतु आभार व्यक्त किया व अपील की कि हम सभी मिलकर नगर क्षेत्र में जहाॅं भी उचित स्थान हो वहाॅं आम,नीम, पाकड़,पीपल, बरगद आदि आक्सीजन देने वाले पेड़ों को अधिक से अधिक संख्या में लगवाने में योगदान दें, साथ ही आग्रह किया कि गोमती नदी के किनारे स्थान चिन्हित किया जा रहा है,जहाॅं बैरीकेटिंग कराते हुए आक्सीजन बैंक के रूप में सघन वृक्षारोपण कराया जायेगा। जिसमें भी आप सभी अपना योगदान दें व आश्वासन दिया कि पालिका द्वारा उनकी समुचित देख-रेख करायी जायेगी। पालिकाध्यक्ष ने मा0 मुख्यमन्त्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के जन्मदिवस पर उनकी दीर्घायु की कामना करते हुए, गंगा दशहरा के अवसर पर शुभकामनाएं दी। सामाजिक संस्थाओं की ओर से डिवाइडरों व पटरियों के किनारे लगे पेड़ों की देख-रेख करने वाले 05 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं पट्टिका देकर पुरस्कृत किया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी ने पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए सभी सामाजिक संगठनों को एक मंच पर लाते हुए शहर में वृक्षारोपण कार्य हेतु पालिकाध्यक्ष की सराहना की व कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा नदी के दोनों किनारों पर पर्यावरण संरक्षण हेतु अभियान चलाकर सघन वृक्षारोपण की बात कही गयी है, जिसके लिए पार्टी व कार्यकर्ताओं द्वारा आपको सहयोग दिया जायेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संयुक्त समिति के अध्यक्ष डा0 सुधाकर सिंह ने नगर पालिका के पर्यावरण संरक्षण के कार्यों की सराहना करते हुए सभी सामाजिक संस्थाओं को आह्वाहन किया कि पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण के इस महाअभियान में एक जुट होकर वृक्षारोपण करेंगे व नगर सहित गोमती नदी तट को हरा-भरा बनाने में अपना पूर्ण योगदान देंगे, साथ ही कहा कि हम सभी पेड़ लगाते हैं, जिनके प्रति अपनी संवेदना को भी जगाना होगा, हमंे नदियों, पौधों आदि सभी को बचाना है, इस पर गम्भीर चिंतन करने की आवश्यकता है, तभी हमारी आने वाली पीढ़ियों को हम स्वच्छ रोगरहित वातावरण दे पायंेगे, साथ ही इस अवसर पर गायत्री दिवस व गंगा दशहरा के अवसर पर भी सभी को बधाइयाॅं व शुभकानाएं दी। अधिशासी अधिकारी लाल चन्द्र सरोज द्वारा उपस्थित सभी जनों को ‘‘स्वच्छ भारत, हरित भारत’’ की शपथ दिलायी गयी। पालिकाध्यक्ष, मुख्य अतिथि व सम्मानित आगन्तुकों द्वारा आम, नीम, चितवन के पेड़ों का वृक्षारोपण किया गया व तत्पश्चात सभागार से नगर पालिका परिषद सुलतानपुर कार्यालय तक पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘‘प्लास्टिक संग्रहण यात्रा’’ निकाली गयी।
*विश्व पर्यावरण दिवस पर सुल्तानपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने किया वृक्षारोपण।*
प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने की थीम पर मनाया जा रहा पर्यावरण दिवस,लोगों से कम से कम प्लास्टिक का प्रयोग करने का विनोद सिंह ने किया अनुरोध।*

विश्व पर्यावरण दिवस पर आज सुल्तानपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में नीम तथा पाकड़ का पेड़ लगाया। इस दौरान उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाए जाएं ताकि हमारा पर्यावरण हरा भरा रहे। उन्होंने कहा कि इस बार विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि आज प्लास्टिक का प्रयोग ज्यादातर हो रहा है जिसके चलते प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। इसलिए हमें संकल्प लेना है कि हम कम से कम प्लास्टिक का प्रयोग करें, और संभव हो तो न ही करें। इसके साथ ही विधायक विनोद सिंह ने आज पर्यावरण दिवस पर लोगों से ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने का अनुरोध किया, साथ ही जब तक वृक्ष संभलने लायक न हो जाए तब तक उसकी देखभाल भी करने की बात कही। वहीं वृक्षारोपण के दौरान वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्णय से छत्तीसगढ़ को डिजिटल कनेक्टिविटी की बड़ी सौगात, 83 गांवों को मिलेगी 4G सेवा

रायपुर- छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती व आदिवासी बहुल भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के 83 गांवों को अब हाई-स्पीड 4G इंटरनेट सेवाओं से जोड़ा जाएगा। यह ऐतिहासिक निर्णय केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा स्थानीय विधायक रेणुका सिंह के अनुरोध पर लिया गया। इस कदम से “डिजिटल इंडिया” मिशन को जमीनी स्तर पर सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।

त्वरित कार्रवाई में दिखी संकल्प की दृढ़ता

विधायक रेणुका सिंह द्वारा अपने क्षेत्र में नेटवर्क की गंभीर समस्याओं को उठाए जाने के बाद केंद्रीय संचार मंत्री ने तत्काल दूरसंचार विभाग को सर्वेक्षण के निर्देश दिए। सर्वेक्षण के आधार पर भरतपुर-सोनहत क्षेत्र के 83 गांवों को 4G सैचुरेशन योजना और LWE Phase-1 Upgradation परियोजना में शामिल कर लिया गया है।

सर्वेक्षण ने उजागर की डिजिटल असमानता

रायगढ़ जिले के सीमावर्ती अंचलों में किए गए विश्लेषण में यह सामने आया कि 27 गांवों में पहले से 4G सेवाएं उपलब्ध थीं, लेकिन शेष गांवों में नेटवर्क की बेहद कमी थी। अब अमृतपुर, गरनई, नेवादिह, नटवाही, सोनहारी सहित अन्य गांवों में 4G सेवा विस्तार का कार्य शुरू किया जा चुका है।

केंद्रीय मंत्री संचार मंत्री का विधायक रेणुका सिंह ने व्यक्त किया आभार

विधायक रेणुका सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ के माध्यम से इस निर्णय की जानकारी साझा करते हुए केंद्रीय संचार मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा “विधानसभा चुनाव के दौरान मैंने क्षेत्र की जनता से हर गांव को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ने का वादा किया था। आज वह संकल्प पूरा होता देखना गर्व और संतोष का क्षण है।”

डिजिटल क्रांति से बदलेगा ग्रामीण जीवन

इस कनेक्टिविटी विस्तार से क्षेत्र के ग्रामीणों को अनेक लाभ मिलेंगे। विद्यार्थियों को जहां ऑनलाइन शिक्षा की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं किसानों को सरकारी योजनाओं और कृषि संबंधी जानकारियों तक त्वरित पहुंच प्राप्त होगी। इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों को डिजिटल भुगतान प्रणाली और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। यह डिजिटल सशक्तिकरण न केवल सूचना तक पहुंच को सरल बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को भी नई गति प्रदान करेगा।

जल्द जुड़ेंगे और भी गांव

अगली सूची में आनंदपुर, घटमा, भुमका, नारायणपुर, कछाड़ी, मेंड्रा और पटपरटोला जैसे गांवों को शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं। क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार भविष्य में और भी गांवों को इस परियोजना से जोड़ा जाएगा।

संचार मंत्रालय कर रहा है मिशन मोड में कार्य

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में संचार मंत्रालय देश के हर कोने में डिजिटल कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए मिशन मोड में कार्यरत है। यह निर्णय उसी निरंतर प्रयास का प्रमाण है, जो ग्रामीण भारत को डिजिटल भारत से जोड़ने की दिशा में किया जा रहा है।

आजमगढ़: मेंहनगर तहसील में लेखपाल संघ के अध्यक्ष घूस लेते गिरफ्तार
मेंहनगर में लेखपाल संघ अध्यक्ष रिश्वत लेते गिरफ्तार आजमगढ़ : मेहनगर तहसील में कार्यरत लेखपाल संघ के अध्यक्ष अमर सिंह को एसडीएम आवास के पास से ₹5000 की रिश्वत लेते एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया है। अमर सिंह एसडीएम आवास के पीछे सरकारी भवन में रहते थे। मेहनगर थाना क्षेत्र के ग्राम सभा उमरी गणेशपुर के रहने वाले जितेंद्र यादव ने लेखपाल से रिपोर्ट लगाने की मांगकी थी। इसके बाद लेखपाल ने पैसे की डिमांड की थी। इसके साथ ही आरोपी लेखपाल ने पैसा ना देने पर रिपोर्ट न लगाने की बात भी कही थी। पीड़ित किसान ने इस मामले की शिकायत जिले की एंटी करप्शन यूनिट से की थी। इसके बाद एंटी करप्शन यूनिट ने आरोपी लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने का प्लान बनाया। इस प्लान के तहत लेखपाल की गिरफ्तारी की गई। लेखपाल की गिरफ्तारी के मामले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लेखपालों ने गंभीरपुर थाने के बाहर पहुंच कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। वही एंटी करप्शन टीम आरोपी लेखपाल से पूछताछ करने में जुटी हुई है। किसान द्वारा पैसा देते ही हुई गिरफ्तारी जैसे ही किसान जितेंद्र यादव ने लेखपाल को पहले से ही केमिकल लगे हुए नोट दिए मौके पर पहुंचे एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल को हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही आरोपी लेखपाल को लेकर पुलिस थाने लेकर चली आई है। मामले की छानबीन की जा रही है। जिले में एंटी करप्शन द्वारा गिरफ्तारी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी बड़ी संख्या में राजस्व विभाग और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जा चुका है।
पौधरोपण कर साई कॉलेज में मनाया पर्यावरण दिवस, जैव विविधता के साथ पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

अम्बिकापुर- पृथ्वी की जैव विविधता के साथ पर्यावरण को बचाये रखना हमारी जिम्मेदारी है। हमे अगली पीढ़ी को बेहतर जीवन सौंपना है जो अच्छे पर्यावरण से ही सम्भव है। यह बातें गुरूवार को पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. अर्णब बनर्जी ने कही। उन्होंने इंडिंग प्लास्टिक पाल्यूशन इश्यू एंड चैलेंजेस विषय पर सम्बोधित करते हुए कहा कि हवा, पानी, मृदा प्रत्येक स्तर पर प्रदूषण बढ़ा है। समाज और जीवन के लिये पर्यावरण का सुरक्षित होना आवश्यक है।

इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि संसाधनों का उपयोग होता रहेगा। विकास के लिए संसाधन आवश्यक है लेकिन जीवन के संधारित विकास होना चाहिए। सेमिनार के कोआर्डीनेटर डॉ. श्रीराम बघेल ने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता से अवगत कराते हुए विषय प्रवर्तन किया।

गुरू घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर के गणित विभाग की डॉ. उर्मिला मिश्रा ने रोल ऑफ मैथमेटिकल मॉडलिंग इन इंडिंग प्लास्टिक पाल्यूशन विषय पर सम्बोधित करते हुए कहा कि प्लास्टिक पॉल्यूशन चुनौती बन चुका है। इसका निस्तारण करना आवश्यक है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. आरएन शर्मा ने कहा कि कला, संस्कृति के साथ पर्यावरणीय जीवन हमारे लिये आवश्यक है। जल-जंगल-जमीन तीनों हमारे लिये आवश्यक हैं और इसी से जीवन है। उन्होंने कहा कि हमारी धार्मिक मान्यतायें, पौराणिक कथायें प्रकृति आधारित हैं।

कार्यक्रम का संचालन सेमिनार के कन्वीनर सहायक प्राध्यापक दीपक तिवारी ने किया। अतिथियों का आभार सहायक प्राध्यापक रेखा हलदार ने ज्ञापित किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में नीम, आम, बोगन बेलिया, इमली के साथ ही फलदार और छायादार पौधे लगाये गये। इस दौरान फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शैलेष देवांगन, डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, डॉ. अलका पांडेय आदि उपस्थित रहे।

सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज में विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण व प्लास्टिक मुक्त भारत की दिशा में संकल्पित हुआ आयोजन

रमेश दूबे,सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया गया। इस अवसर पर ग्रुप के वाइस चेयरमैन विशाल अग्रवाल ने वृक्षारोपण कर “प्लास्टिक मुक्त भारत” अभियान में सर्वोत्तम योगदान देने का संकल्प लिया।

वाइस चेयरमैन अग्रवाल ने बताया कि चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में इस वर्ष कंपनी द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु उल्लेखनीय पहल की गई है। रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक निस्तारण की दिशा में तीन-तीन प्लास्टिक पेट बोटल क्रशिंग मशीनें विलासपुर व जबलपुर रेलवे स्टेशनों पर तथा तीन मशीन नागपुर में स्थापित करवाई गई हैं। साथ ही नागपुर क्षेत्र में कोका कोला के उत्पादों का वितरण अब इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी लाई जा सके।

विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में कंपनी की सभी इकाइयों — उदयपुर ब्रेवरीज लिमिटेड, नर्मदा ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, सुपीरियर ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो यूरोपियन ब्रेवरीज लिमिटेड, सुपीरियर इंडस्ट्रीज लिमिटेड एवं सुपीरियर पॉलीमर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड — में बड़े उत्साह के साथ वृक्षारोपण और पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक विकास मित्तल, प्रबंध निदेशक मनीष अग्रवाल, निदेशकगण नवनीत गर्ग, राजपाल चोकर एवं अनूप अग्रवाल ने की। कार्यक्रम का संचालन एवं विवरण प्रबंध निदेशक एवं सीईओ आशीष सेठी द्वारा प्रस्तुत किया गया।

वाइस चेयरमैन ने अपने संबोधन में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कंपनी की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरणीय संतुलन हेतु हरसंभव प्रयास करने की बात कही।

सीएचआरओ डॉ. सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रबंध निदेशक श्री मनीष अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए उन्हें “युगपुरुष” की संज्ञा दी और उनके सम्मान में वृक्षारोपण भी किया। अंत में डॉ. मिश्रा ने समस्त उपस्थितजनों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया।

*आईटीएम गोरखपुर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया"प्लास्टिक प्रदूषण हटाओ – प्रकृति बचाओ" थीम पर संगोष्ठी का आयोजन*

इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गोरखपुर एवं द इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), गोरखपुर लोकल चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में संस्थान के डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सभागार में विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस वर्ष की थीम प्लास्टिक प्रदूषण हटाओ को केंद्र में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और तकनीकी जिम्मेदारी जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए गए।

कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं तकनीकी पेशेवरों में पर्यावरणीय चेतना जागृत करना एवं स्थायी विकास के प्रति उत्तरदायित्व भावना विकसित करना रहा।

मुख्य वक्ता प्रो. गोविन्द पाण्डेय, आचार्य, सिविल विभाग, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर एवं पूर्व निदेशक, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बस्ती ने अपने संबोधन में कहा, आज के दौर में पर्यावरण संरक्षण को तकनीकी विकास के साथ समन्वित करना अत्यंत आवश्यक हो गया है। हम तभी एक विकसित राष्ट्र की दिशा में बढ़ सकते हैं जब हमारी विकास योजनाएं पर्यावरण के अनुकूल हों। ‘प्लास्टिक प्रदूषण हटाओ’ जैसी थीम हमें अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक उपयोग पर नियंत्रण का संकल्प लेने की प्रेरणा देती है।

इंजीनियर जे. बी. रॉय, अध्यक्ष, मदन मोहन मालवीय एलुमनी एसोसिएशन ने कहा,हमारे प्राचीन ग्रंथों में प्रकृति को माँ का स्थान दिया गया है। छात्रों को केवल विज्ञान ही नहीं, संस्कृति से भी जोड़ने की आवश्यकता है ताकि वे प्रकृति के साथ सामंजस्य बना सकें और उसे संरक्षित करने में योगदान दे सकें।

संस्थान के निदेशक एवं द इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया, गोरखपुर लोकल चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. एन. के. सिंह ने कहा, विश्व पर्यावरण दिवस केवल एक प्रतीकात्मक दिवस नहीं है, बल्कि यह हमें हमारे पर्यावरणीय कर्तव्यों की स्मृति दिलाता है। जल, वायु, मिट्टी और जैव विविधता की रक्षा हेतु हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। संस्थान का उद्देश्य केवल तकनीकी शिक्षा देना नहीं, बल्कि भावी इंजीनियरों व प्रबंधकों में पर्यावरणीय संवेदनशीलता उत्पन्न करना भी है।

डॉ. पी. के. मिश्रा, वरिष्ठ निदेशक, निर्माण उद्योग विकास परिषद, नई दिल्ली ने कहा,निर्माण उद्योग को पर्यावरण हितैषी बनाना समय की मांग है। ग्रीन बिल्डिंग, ऊर्जा संरक्षण एवं अपशिष्ट प्रबंधन जैसे विषयों को तकनीकी पाठ्यक्रमों में सम्मिलित कर हमें सतत निर्माण की ओर बढ़ना चाहिए।

एस. बी. आर. मिश्रा, पूर्व अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग ने कहा, भूजल संरक्षण, पारंपरिक जल स्रोतों का पुनर्जीवन एवं वनों की रक्षा अब केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं रह गई है, यह समाज के प्रत्येक नागरिक का सामूहिक दायित्व है।

कार्यक्रम के समापन पर गोरखपुर लोकल चैप्टर के मानद सचिव इंजीनियर पवनेश कुमार ने संगोष्ठी के थीम पर प्रकाश डाला और अंत मे सभी अतिथियों, वक्ताओं, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं का आभार प्रकट करते हुए कहा,

"यह संगोष्ठी छात्रों के मन-मस्तिष्क में पर्यावरणीय चेतना को विकसित करने की एक प्रेरणादायक पहल रही। आने वाले समय में भी हम ऐसे आयोजनों द्वारा प्रकृति के संरक्षण की दिशा में जागरूकता फैलाते रहेंगे।"इस अवसर पर इंजीनियर अमित कुमार, इंजीनियर आशीष सिंह मेम्बर आई 0ई 0आई0 उत्तर प्रदेश सेन्टर इंजीनियर महमूद आलम, इंजीनियर अभिषेक सिंह, इंजीनियर अमरेश, डीन अकादमिक डॉ. आर. पी. सिंह, डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. आशुतोष राव, श्री विजेंद्र प्रताप सिंह सहित संस्थान के सभी विभागों के शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

*अस्पतालों में भेजे जाएंगे 22 वेंटिलेटर, एल -2 अस्पताल में लगे थे 26 वेंटिलेटर,चार रिजर्व रखेगा स्वास्थ्य विभाग*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। चार सालों से आइसोलेट वेंटिलेटर अब एक बार फिर बंद कमरे से बाहर निकलेंगे। कोविड की आहट देख स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। भदोही के एल-2 अस्पताल में रखे गए 26 वेंटिलेटर में 22 को अलग-अलग अस्पतालों में भेजवाया जा रहा है। वहीं, चार वेंटिलेंटर को इमरजेंसी केस के लिए रिजर्व रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि सभी वेंटिलेटर सही हाल में हैं। देश में कोविड की दस्तक के बीच स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। आक्सीजन प्लांटों को जहां चेक किया जा रहा है, वहीं, अन्य उपकरणों की उपयोगिता को भी परखा जा रहा है।‌ कोविड काल के दौरान जिले के भदोही एमबीएस परिसर स्थित 100 बेड एमसीएच विंग को एल-2 अस्पताल बनाया गया था। जहां 26 वेंटिलेटर लगाए गए थे। कोविड खत्म होने के बाद विभाग ने उपकरणों को सहेज कर रख लिया।

अब एमसीएच विंग का संचालन हेरिटेज ग्रुप को सौंप दिया गया है। ऐसे में विभागीय स्तर से अन्य अस्पतालों पर सुविधाओं की तैयारियां शुरू हैं। 26 वेंटिलेटर में से चार को जहां इमरजेंसी के लिए रिजर्व रखा जाएगा। वहीं, अन्य को अलग-अलग अस्पतालों में भेजवाया जाएगा। इसमें सबसे अधिक 10 बेड औराई सीएचसी, भदोही सीएचसी पर सात और डीघ पर पांच और जिला अस्पताल, एमबीएस भदोही में दो-दो बेड लगाए जाएंगे। औराई व भदोही सीएचसी पर वेंटिलेटर बेड लगा दिए गए हैं। अन्य जगहों पर तैयारी चल रही है। अच्छी बात यह है कि जिले में अब तक कोविड के एक भी मरीज नहीं मिले हैं। कोविड के अभी एक भी केस नहीं मिले हैं, लेकिन विभागीय तैयारीयां पुख्ता है। तीन सीएचसी, जिला अस्पताल और एमबीएस में वेंटिलेटर लगाए जा रहे हैं। 26 बेड है। इसमें से 22 लगाए जाएंगे,चार बेड इमरजेंसी के लिए रखा गया है।

डॉ एसके चक सीएमओ भदोही

*पर्यावरण संरक्षण जीवन के लिए बहुत जरूरी"- डॉक्टर ज्योत्सना*

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। केशव प्रसाद मिश्र राजकीय महिला महाविद्यालय औराई भदोही में बृहस्पतिवार को वनस्पति विज्ञान विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण जागरूकता शपथ एवं पर्यावरण संरक्षण विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया ।

इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन करते हुए वनस्पति विज्ञान विभाग प्रभारी डॉक्टर ज्योत्सना जायसवाल ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस हर वर्ष 5 जून को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1972 में घोषित किया गया था और पहली बार 1974 में मनाया गया। वनस्पति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अनुज कुमार सिंह ने कहा कि हम सब जानते हैं कि आज पर्यावरण संकट में है वनों की कटाई, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन ये सभी हमारे पर्यावरण को अधिक मात्रा में नुकसान पहुँचा रहे हैं। इसका परिणाम बढ़ता तापमान, असमय वर्षा, सूखा, बाढ़ और जैव विविधता का विनाश है। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार की तरफ से महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर पीएन डोंगरे को अशोक का वृक्ष भेंट किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर पी एन डोंगरे ने उपस्थित सभी छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाते हुए कहा कि हमें समझना होगा कि प्रकृति सिर्फ हमारे लिए नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है। हमें इसे बचाकर रखना है। पेड़ लगाना, पानी बचाना, प्लास्टिक का कम उपयोग करना और स्वच्छता बनाए रखना ये छोटे-छोटे कदम हमारे जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं अतः हम सभी का कर्तव्य है कि हम पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें साथ ही आज के दिन हम यह संकल्प भी लें कि हम प्रकृति की रक्षा करेंगे, पेड़ लगाएंगे, जल और ऊर्जा की बचत करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ योगेंद्र लाल वर्मा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक गण प्रोफेसर विनोद कुमार मिश्र प्रोफेसर रमोद कुमार मौर्य डॉक्टर सुचिता वर्मा डॉक्टर ज्योत्सना जायसवाल डॉक्टर प्रज्ञा वर्मा डॉक्टर जयकुमार डॉक्टर अनुज कुमार सिंह डॉक्टर श्वेता त्रिपाठी डॉक्टर योगेंद्र लाल वर्मा सहित सभी कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

शाहजहांपुर में घर से निकले 100 से अधिक जहरीले सांप, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति को अपने घर की सफाई के दौरान एक प्लास्टिक के ड्रम में 100 से अधिक जहरीले सांप मिले। इस दृश्य को देखकर उसके होश उड़ गए और पूरे गांव में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत 'सर्प मित्र' और वन विभाग को सूचना दी, जिन्होंने विशेषज्ञों की मदद से सभी सांपों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला और जंगल में छोड़ दिया।

सांपों के घर में घुसने के कारण:

- बरसात के मौसम में सांप और बिच्छू सूखे और सुरक्षित स्थानों की तलाश में घरों में घुस जाते हैं।

- लंबे समय से बंद पड़े सामानों या स्थानों में सांपों के अंडे देने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे इस तरह की घटनाएं होती हैं।

सुरक्षा के लिए सुझाव:

- घर के आसपास की सफाई: घर के आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें और घास-फूस न बढ़ने दें।

- बंद पड़े सामानों की जांच: लंबे समय से बंद पड़े ड्रम, बक्से या अन्य वस्तुओं की नियमित जांच करें।

- सांप दिखने पर सावधानी: सांप दिखने पर घबराएं नहीं, सुरक्षित दूरी बनाए रखें और तुरंत विशेषज्ञों को सूचित करें।

- घर की दरारें सील करें: घर में दरारों, छेदों और अन्य संभावित प्रवेश मार्गों को सील करें।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सांपों को ड्रम में रेंगते हुए देखा जा सकता है। यह घटना हमें सतर्क रहने की चेतावनी देती है, विशेषकर बरसात के मौसम में.

विश्व पर्यावरण दिवस-2025’’ के अवसर पर पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार परिसर में पालिका अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल के नेतृत्व में वृक्षारोपण का आयोजन*
नगर पालिका परिषद सुलतानपुर द्वारा आज ‘‘विश्व पर्यावरण दिवस-2025’’ के अवसर पर पं0 राम नरेश त्रिपाठी सभागार परिसर में पालिका अध्यक्ष प्रवीन कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में शहर के विभिन्न समाजसेवी संगठनों के प्रमुखों की उपस्थिति में समारोहपूर्वक आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी उपस्थित रहे तथा संयुक्त समाज समिति के अध्यक्ष डा0 सुधाकर सिंह, संयोजिका श्रीमती पल्लवी वर्मा, सम्मानित संगठनों से जुड़े हुए डा0 आर0ए0वर्मा, डा0 राजीव श्रीवास्तव, सरदार बलदेव सिंह, अमर बहादुर सिंह, डा0 सीतासरण त्रिपाठी, डा0 डी0एस0मिश्र, मदन सिंह, सरदार महेन्द्रपाल सिंह, डा0 आशुतोष श्रीवास्तव, सुदीप पाल सिंह, श्री अरूण श्रीवास्तव, संतोष सिंह सी0ए0, एडवोकेट आशीष अग्रवाल आदि सामाजिक कार्यकर्ता व वनविभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे। पालिकाध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा कि गत वर्ष हमने लगभग 28 सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से ‘‘स्वच्छ सुन्दर हरित सुल्तानपुर‘‘ के संकल्प को दोहराते हुए ‘‘एक पेड़ माॅं के नाम‘‘ वृहद् वृक्षारोपण महाअभियान-2024 के अन्तर्गत ‘‘पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ‘‘ एवं ‘‘पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ‘‘ के नारे के साथ आक्सीजन बैंक के रूप में गोमती नदी के तट पर पर्यावरण पार्क के उत्तरपूर्वी किनारे पर 817 पेड़ लगाकर वाल्मीकि उपवन का निर्माण किया, नगर के प्रमुख मार्गों के डिवाइडरों व दोनों पटरियों पर हजारों की संख्या में वृक्षारोपण का कार्य कराया गया। जिसकी सुरक्षा हेतु पालिका द्वारा विशेष कर्मचारियों की ड्यूटी लगाते हुए लगभग 85ः पेड़ों का संरक्षण किया है। साथ ही पूर्व सांसद श्रीमती मेनका संजय गाॅंधी जी की पर्यावरण संरक्षण व शहर को हरा-भरा रखने की पहल व प्रयासों को याद करते हुए डिवाइडरों पर किये गये वृक्षारोपण के परिणामस्वरूप विकसित पेड़ांे व फूलों से निर्मित स्वच्छ सुन्दर वातावरण बनाने में सामाजिक संस्थानों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा किये गये योगदान हेतु आभार व्यक्त किया व अपील की कि हम सभी मिलकर नगर क्षेत्र में जहाॅं भी उचित स्थान हो वहाॅं आम,नीम, पाकड़,पीपल, बरगद आदि आक्सीजन देने वाले पेड़ों को अधिक से अधिक संख्या में लगवाने में योगदान दें, साथ ही आग्रह किया कि गोमती नदी के किनारे स्थान चिन्हित किया जा रहा है,जहाॅं बैरीकेटिंग कराते हुए आक्सीजन बैंक के रूप में सघन वृक्षारोपण कराया जायेगा। जिसमें भी आप सभी अपना योगदान दें व आश्वासन दिया कि पालिका द्वारा उनकी समुचित देख-रेख करायी जायेगी। पालिकाध्यक्ष ने मा0 मुख्यमन्त्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के जन्मदिवस पर उनकी दीर्घायु की कामना करते हुए, गंगा दशहरा के अवसर पर शुभकामनाएं दी। सामाजिक संस्थाओं की ओर से डिवाइडरों व पटरियों के किनारे लगे पेड़ों की देख-रेख करने वाले 05 कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र एवं पट्टिका देकर पुरस्कृत किया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी ने पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए सभी सामाजिक संगठनों को एक मंच पर लाते हुए शहर में वृक्षारोपण कार्य हेतु पालिकाध्यक्ष की सराहना की व कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा नदी के दोनों किनारों पर पर्यावरण संरक्षण हेतु अभियान चलाकर सघन वृक्षारोपण की बात कही गयी है, जिसके लिए पार्टी व कार्यकर्ताओं द्वारा आपको सहयोग दिया जायेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संयुक्त समिति के अध्यक्ष डा0 सुधाकर सिंह ने नगर पालिका के पर्यावरण संरक्षण के कार्यों की सराहना करते हुए सभी सामाजिक संस्थाओं को आह्वाहन किया कि पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण के इस महाअभियान में एक जुट होकर वृक्षारोपण करेंगे व नगर सहित गोमती नदी तट को हरा-भरा बनाने में अपना पूर्ण योगदान देंगे, साथ ही कहा कि हम सभी पेड़ लगाते हैं, जिनके प्रति अपनी संवेदना को भी जगाना होगा, हमंे नदियों, पौधों आदि सभी को बचाना है, इस पर गम्भीर चिंतन करने की आवश्यकता है, तभी हमारी आने वाली पीढ़ियों को हम स्वच्छ रोगरहित वातावरण दे पायंेगे, साथ ही इस अवसर पर गायत्री दिवस व गंगा दशहरा के अवसर पर भी सभी को बधाइयाॅं व शुभकानाएं दी। अधिशासी अधिकारी लाल चन्द्र सरोज द्वारा उपस्थित सभी जनों को ‘‘स्वच्छ भारत, हरित भारत’’ की शपथ दिलायी गयी। पालिकाध्यक्ष, मुख्य अतिथि व सम्मानित आगन्तुकों द्वारा आम, नीम, चितवन के पेड़ों का वृक्षारोपण किया गया व तत्पश्चात सभागार से नगर पालिका परिषद सुलतानपुर कार्यालय तक पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘‘प्लास्टिक संग्रहण यात्रा’’ निकाली गयी।
*विश्व पर्यावरण दिवस पर सुल्तानपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने किया वृक्षारोपण।*
प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने की थीम पर मनाया जा रहा पर्यावरण दिवस,लोगों से कम से कम प्लास्टिक का प्रयोग करने का विनोद सिंह ने किया अनुरोध।*

विश्व पर्यावरण दिवस पर आज सुल्तानपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में नीम तथा पाकड़ का पेड़ लगाया। इस दौरान उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाए जाएं ताकि हमारा पर्यावरण हरा भरा रहे। उन्होंने कहा कि इस बार विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि आज प्लास्टिक का प्रयोग ज्यादातर हो रहा है जिसके चलते प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। इसलिए हमें संकल्प लेना है कि हम कम से कम प्लास्टिक का प्रयोग करें, और संभव हो तो न ही करें। इसके साथ ही विधायक विनोद सिंह ने आज पर्यावरण दिवस पर लोगों से ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने का अनुरोध किया, साथ ही जब तक वृक्ष संभलने लायक न हो जाए तब तक उसकी देखभाल भी करने की बात कही। वहीं वृक्षारोपण के दौरान वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्णय से छत्तीसगढ़ को डिजिटल कनेक्टिविटी की बड़ी सौगात, 83 गांवों को मिलेगी 4G सेवा

रायपुर- छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती व आदिवासी बहुल भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के 83 गांवों को अब हाई-स्पीड 4G इंटरनेट सेवाओं से जोड़ा जाएगा। यह ऐतिहासिक निर्णय केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा स्थानीय विधायक रेणुका सिंह के अनुरोध पर लिया गया। इस कदम से “डिजिटल इंडिया” मिशन को जमीनी स्तर पर सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।

त्वरित कार्रवाई में दिखी संकल्प की दृढ़ता

विधायक रेणुका सिंह द्वारा अपने क्षेत्र में नेटवर्क की गंभीर समस्याओं को उठाए जाने के बाद केंद्रीय संचार मंत्री ने तत्काल दूरसंचार विभाग को सर्वेक्षण के निर्देश दिए। सर्वेक्षण के आधार पर भरतपुर-सोनहत क्षेत्र के 83 गांवों को 4G सैचुरेशन योजना और LWE Phase-1 Upgradation परियोजना में शामिल कर लिया गया है।

सर्वेक्षण ने उजागर की डिजिटल असमानता

रायगढ़ जिले के सीमावर्ती अंचलों में किए गए विश्लेषण में यह सामने आया कि 27 गांवों में पहले से 4G सेवाएं उपलब्ध थीं, लेकिन शेष गांवों में नेटवर्क की बेहद कमी थी। अब अमृतपुर, गरनई, नेवादिह, नटवाही, सोनहारी सहित अन्य गांवों में 4G सेवा विस्तार का कार्य शुरू किया जा चुका है।

केंद्रीय मंत्री संचार मंत्री का विधायक रेणुका सिंह ने व्यक्त किया आभार

विधायक रेणुका सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ के माध्यम से इस निर्णय की जानकारी साझा करते हुए केंद्रीय संचार मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा “विधानसभा चुनाव के दौरान मैंने क्षेत्र की जनता से हर गांव को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ने का वादा किया था। आज वह संकल्प पूरा होता देखना गर्व और संतोष का क्षण है।”

डिजिटल क्रांति से बदलेगा ग्रामीण जीवन

इस कनेक्टिविटी विस्तार से क्षेत्र के ग्रामीणों को अनेक लाभ मिलेंगे। विद्यार्थियों को जहां ऑनलाइन शिक्षा की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं किसानों को सरकारी योजनाओं और कृषि संबंधी जानकारियों तक त्वरित पहुंच प्राप्त होगी। इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों को डिजिटल भुगतान प्रणाली और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। यह डिजिटल सशक्तिकरण न केवल सूचना तक पहुंच को सरल बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को भी नई गति प्रदान करेगा।

जल्द जुड़ेंगे और भी गांव

अगली सूची में आनंदपुर, घटमा, भुमका, नारायणपुर, कछाड़ी, मेंड्रा और पटपरटोला जैसे गांवों को शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं। क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार भविष्य में और भी गांवों को इस परियोजना से जोड़ा जाएगा।

संचार मंत्रालय कर रहा है मिशन मोड में कार्य

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में संचार मंत्रालय देश के हर कोने में डिजिटल कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए मिशन मोड में कार्यरत है। यह निर्णय उसी निरंतर प्रयास का प्रमाण है, जो ग्रामीण भारत को डिजिटल भारत से जोड़ने की दिशा में किया जा रहा है।