चीन ने लंबे समय से लापता रक्षा मंत्री ली शांगफू को किया बर्खास्त, किन गैंग पर भी की गई कार्रवाई
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चीन ने लंबे समय से लापता चल रहे अपने रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू को उनके पद से हटा दिया है। शांगफू को रक्षामंत्री के साथ राज्य पार्षद के पद से भी बर्खास्त किया गया है। ली शांगफू पिछले दो महीनों से लापता बताए जा रहे हैं।उन्हें 29 अगस्त के बाद से सार्वजनिक तौर पर देखा नहीं गया। ली शांगफू को हटाने का कारण भी नहीं बताया गया। नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति ने पूर्व विदेश मंत्री किन गैंग को भी राज्य पार्षद के पद से हटाने के लिए मतदान किया। किन गैंग को भी जुलाई में बिना किसी स्पष्टीकरण के पद से हटा दिया गया था।
भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के बीच गायब हुए ली
जुलाई में चीनी विदेश मंत्री किन गैंग के लापता होने के बाद शांगफू के लापता होने की खबर आई थी। ली शांगफू के इस तरह से गायब होने के बाद तमाम तरह की अटकलें लगने लगी हैं। चीन के रक्षा मंत्री तब गायब हुए हैं, जब पांच साल पहले की गई हार्डवेयर खरीद से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि ये जांच जुलाई में शुरू की गई थी। हालांकि, चीनी सेना का कहना है कि वह अक्तूबर 2017 से ही इन मुद्दों की जांच कर रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ली सितंबर 2017 से 2022 तक उपकरण विभाग में कार्यरत थे। हालांकि, उन पर कोई आरोप नहीं है।
तीन महीने में यह चीन में दूसरा बड़ा बदलाव
रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश के शीर्ष सांसदों, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति ने भी रक्षा मंत्री को उनके पद से हटाने के लिए मतदान किया। इस दौरान कांग्रेस की स्थायी समिति ने यिन हेजुन को चीन का विज्ञान -प्रौद्योगिकी मंत्री और लैन फ़ान को वित्त मंत्री नियुक्त किया। बता दें कि जुलाई में विदेश मंत्री किन गैंग को अचानक बदले जाने के बाद तीन महीने में यह चीन के नेतृत्व में दूसरा बदलाव है। पद से हटाए जाने से पहले किन गैंग भी लगभग एक महीने से गायब थे। हालांकि उनकी बर्खास्तगी के पीछे उनका एक अफेयर माना जा रहा है। किन गैंग की टीवी प्रजेंटर फू जियाओटियन के साथ अफेयर होने की बात सामने आई थी। वह देश की सबसे लोकप्रिय टीवी हस्तियों में से हैं। अफेयर की खबरें कम्युनिस्ट पार्टी के लिए सिरदर्द बन गई थीं।
चीन के लिए ये नई बात नहीं
इस एक्शन से शी जिनपिंग के करीबी पावर सर्कल पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो हस्तियों के साथ किया गया बर्ताव चीनी सरकार की उसकी सत्ता के लिए किसी भी चुनौती को दूर करने के प्रयास दिखाता है। कारोबारियों के मामले में कहा जाता है कि देश के निजी कारोबारियों के हाथों में अधिक संपत्ति को चीनी सत्ताधारी पार्टी अपने लिए एक संभावित खतरा मानती है। राष्ट्रपति शी जिंनपिंग के कार्यकाल में और विशेष रूप से पिछले कुछ वर्षों में, ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने और उनकी संपत्ति जब्त करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। माना जाता है कि सत्ता का साफ संदेश है कि कोई भी पार्टी से ऊपर या उसकी पहुंच से बाहर नहीं है।
Oct 24 2023, 19:12