उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन के बैनर तले पीस टॉक का आयोजन, ग्लोबल इंग्लिश सेंटर के छात्र-छात्राओं ने लिया हिस्सा
गया/शेरघाटी। गांधी जयंती के अवसर पर उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन के द्वारा एक इंटरनेशनल पीस टॉक का आयोजन किया गया।
जिसमे शेरघाटी शहर के ग्लोबल इंग्लिश सेंटर के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। जिसमें साजिया अंजुम,शाहीन अनवर, ईरम नाज, अरशद खान, अंजली गुप्ता एवम विभिन्न देशों से भी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें हलीमा मज़हर (पाकिस्तान), शायरा मनिहार (मुम्बई यूनिवर्सिटी), प्रकाश कुमार (इ ऍफ़ एल यूनिवर्सिटी), नरगीश राशिद (काश्मीर) के साथ-साथ भारत सहित दुनिया के अलग अलग देशों के छात्र छात्राओं ने शांति और सद्भाव के महत्व और उसकी जरूरत पर प्रकाश डाला।
संस्था के डायरेक्टर राजीव कुमार ने कहा कि प्रतिभागियों ने अपने अपने भाषण के माध्यम से विश्व को अमन और भाईचारा का पाठ पढ़ाया एवम पूरे विश्व के लोगों से आग्रह किया की हर मसले का हल हम शांति और सद्भाव के पथ पर चलकर कर दे सकते हैं।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए हुए मार्ग पर चलकर हम वैश्विक अमन और शांति को कायम रख सकते हैं। वक्ताओं ने धर्म, संप्रदाय, रंग भेद, नस्ल और नागरिकता से परे शांति की मिशाल पूरी दुनिया में कायम करने की बात कही। भाषण प्रतियोगिता में जज की भूमिका निभा रहे डॉ. अमीना हुसैन, जामिया इस्लामिया दिल्ली, नाहिद असलम यूके, इज़हारुल हक वाणी, पैतरिसिया मैक्लीफ (अमेरिका) आदि शामिल थे। उन्होंने कहा कि जंग में सिर्फ बर्बादी है और हमें इसको रोकने और शांति वार्ता पर यकीन रखना चाहिए।
मुख्य अतिथि डॉक्टर एस के भँसल, न्यूरोलॉजिस्ट (चंडीगढ़) डॉक्टर शैलेजा (हिमाचल प्रदेश)डॉक्टर इंशा कय्यूम (रिसर्च स्कॉलर) आदि ने उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन संस्था की जमकर प्रशंसा की।वैश्विक शांति और आध्यात्मिकता पर चर्चा को सुविधाजनक बनाने के लिए उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम। दुनिया के सभी कोनों से प्रतिभागियों, कनिष्ठों से लेकर वरिष्ठों तक, जिनमें प्रोफेसर, डॉक्टर, छात्र और जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्ति शामिल हैं, को शांति और आध्यात्मिकता पर अपने दृष्टिकोण साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। वे शांति-निर्माण में उनके योगदान और हमारी वैश्वीकृत दुनिया में इसकी तत्काल आवश्यकता पर चर्चा करेंगे। मानव और पर्यावरण दोनों के लिए शांति और समृद्धि के लिए और समाज में संचार विकसित करने के लिए वसुधैव कुटुंबकम (पूरी दुनिया एक परिवार है) और असबिया (समूह भावना) की अवधारणा के आधार पर उमरान की स्थापना 2020 में की गई थी। उमरान का अर्थ है समाज और हरे का अर्थ है समृद्धि और प्रकृति। उमरान विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से इन मुद्दों को सक्रिय रूप से संबोधित कर रहा है और सभी समाज के लोगो को इस मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है।
रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।
Oct 05 2023, 19:02