28 सितंबर से शुरु होने जा रहा एआइएसएफ का राष्ट्रीय सम्मेलन, 6 राज्यों के 600 प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा
बेगूसराय : एआईएसएफ के राष्ट्रीय अधिवेशन में मिजोरम को छोड़कर सभी राज्यों से छः सौ प्रतिनिधि हिस्सा लगेंगे। इसको लेकर तैयारी अंतिम चरण पर है। 28 सितंबर से 1 अक्टूबर तक होने वाले अधिवेशन में वाम संगठनों के राष्ट्रीय नेतृत्व, पुराने एआईएसएफ नेता के अलावे पड़ोसी देश नेपाल, बंगला देश आदि के नेता भी शामिल होगें। उक्त बातें एआईएसएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी ने कार्यानंद भवन में मंगलवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे मजबूत संगठन बेगूसराय का है। सम्मेलन में 2024 में केंद्र की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का भी संकल्प लेगें। कहा कि देश के किसी विश्वविद्यालय में भी 35 हजार छात्र नहीं है। लेकिन बेगूसराय के जीडी कॉलेज में इतना छात्र है। ऐसे में यहां दिनकर के नाम पर विश्वविद्यालय होनी चाहिए। इसके साथ ही दिनदयाल उपाध्याय एवं गोलबरकर के नाम से देश में विश्वविद्यालय नहीं होगा। लेकिन देश की आजादी में अपना खून बहाने वाले भगत सिंह आदि शहीदों के नाम अवश्य विश्वविद्यालय हो इसके लिए एआईएसएफ आंदोलन करेगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि एआईएसएफ के राष्ट्रीय सम्मेलन में बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना को राष्ट्रीय मुद्दा बने इसका निर्णय लिया जाएगा। इसके साथ ही सम्मेलन में आंदोलन की रणनीति तैयार होगी और नई कमिटी का गठन भी होगा। इसके साथ ही बेगूसराय की धरती से राष्ट्रीय आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
मौके पर राष्ट्रीय महासचिव विक्की महेश्वरी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 को लागू नहीं किया है। बल्कि भाजपा की व्यक्तिगत शिक्षा नीति है। नई शिक्षा नीति नाम देकर लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि विदेश को भारत में विश्वविद्यालय खोलने के लिए जमीन उपलब्ध कराने की बात केंद्र सरकार कर रही है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Sep 27 2023, 20:53