दरोगा व अग्निशामालय पदाधिकारी की परीक्षा कदाचार मुक्त सम्पन्न, कड़ी सुरक्षा के साथ कैमरे से पूरे एग्जाम की हुई निगरानी
पटना : बिहार में होने वाली सभी परीक्षाओं को पारदर्शी व कदाचार मुक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा कई पुख्ता कदम के साथ-साथ नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। हाल ही में शिक्षक भर्ती की परीक्षा में भी इसकी बानगी देखी गई है।
वहीं बीते रविवार को बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा दरोगा व अग्निशामालय पदाधिकारी की लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें भी परीक्षा को कदाचारमुक्त और पारदर्शी बनाए रखने के लिए कई सख्त व्यवस्था देखने को मिली।
परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक हाजरी के साथ साथ सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी गई। जिसकी मोनिटरिंग आयोग के कार्यालय में लगे कई बड़े व छोटे स्क्रीन के द्वारा कई अधिकारियों द्वारा की गई।
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने बताया कि अवर निरीक्षक (दारोगा) मद्य निषेध एवं अनुमंडल अग्निशामालय पदाधिकारी के कुल 64 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया के अंतर्गत आज रविवार को लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया और इसको पारदर्शी व कदाचार मुक्त बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया, ताकि योग्य उम्मीदवार चुनकर आये।
आपको बता दे की इन पदों के लिए रविवार को संयुक्त मुख्य लिखित परीक्षा का आयोजन स्थानीय टीपीएस कॉलेज परिसर में किया गया। कुल 13 कमरों में परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा देने की व्यवस्था की गई थी।
सभी कमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी आयोग मुख्यालय से की गयी। मुख्य परीक्षा में कुल 1280 अभ्यर्थी शामिल हुए। इसके बाद शारीरिक जांच परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। शारीरिक जांच परीक्षा के लिए कुल सीट के छह गुणा अभ्यर्थियोंका चयन किया जाएगा। शरीरिक जांच परीक्षा के माध्यम से अंतिम चयन किया जाएगा।
इन पदों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन संख्या- 01/2023 के तहत मार्च में आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे। कुल 64 पदों के लिए 66, 398 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 16 जुलाई को इन पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया गया था। प्रारंभिक परीक्षा में कुल पदों के 20 गुणा अभ्यर्थियों को मुख्य लिखित परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया था।
Sep 05 2023, 19:56