जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव पहुंचे गया, गयाजी डैम में तर्पण के लिए पानी रहेगी उपलब्ध, पितृपक्ष मेला के तैयारियों का लिए जायजा
गया। बिहार के गया में जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद द्वारा गया जिला पहुँच कर पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन के लिये किये जा रहे तैयारियों का जायजा लिया गया। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों के साथ गया जिले के लोगों के लिये गर्व की बात है कि अब तर्पण हेतु सालों भर पानी उपलब्ध रखने हेतु फल्गु नदी में देवघाट के सामने गयाजी डैम बनकर तैयार है।
इस वर्ष भी पिछले वर्ष की तुलना में भीड़ आने की पूरी संभावना है। निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि सीता पथ में 100 की संख्या में वन विभाग के सहयोग से पौधा लगाने का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही पाथवे के किनारे में पेवर ब्लॉक भी बिछाया जाएगा। इस वर्ष पहली बार घाट पर भी यात्रियों के सुविधा के लिये बने विभिन्न पेयाउ में गंगा पानी सप्लाई दिया जा रहा है। विभिन्न स्थानों से आए यात्री तर्पण के साथ साथ गंगा का पानी भी पी सकेंगे। घाट पर पर्याप्त चेंजिंग रूम, टॉयलेट्स की भी व्यवस्था करवायी जा रही है। यात्रियों की हर सुबिधा को ध्यान में रख कर काम किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव ने गया जी डैम पुल के उत्तरी भाग जो भूसंडा की ओर निकास है, वहां पर बड़े भूखंड खाली है, उसे स्थल पर वन विभाग के सहयोग से ब्रह्मवन के तर्ज पर एक पार्क डेवलप करने पर विचार विमर्श किया गया। सीता पथ के बाउंडरी वाल पर गया जिला के पौराणिक इतिहास तथा तर्पण सहित विभिन्न वेदियों इत्यादि से संबंधित मिथिला पेंटिंग करवाने पर पंडा समाज के पुरोहितों के साथ जिलाधिकारी एवं अपर मुख्य सचिव ने विचार विमर्श किया। अपर मुख्य सचिव ने कार्यपालक अभियंता रबर डैम को निर्देश दिया कि गया जी डैम पुल को नियमित सफाई करवाते रहे। पूल के ऊपर बने लोहे के रैलिंग को पेंट करवाये। साथ ही पूल के आगे एवं पीछे बने कंक्रीट दिवार को आकर्षक पेंटिंग करवाए ताकि और खूबसूरती डैम की बढ़ सके। पूल पर आकर्षक लाइट का नजारा दिखे, इसे सुनिश्चित करवाये।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सहायक अभियंता नगर निगम शैलेंद्र कुमार को निर्देश दिया कि गयाजी डैम के बाद उतरी छोर में मनसरवा नाला को अंडरग्राउंड नाला के साथ आगे निकास किया गया है।आगे दूरी पर जमे गाद के कारण प्रोपर पानी निकास नही हो रहा, उसे अच्छा से साफ करवाते हुए पानी निकासी करवाने का निर्देश दिए। गयाजी दम से देवघाट तक तथा देवघाट से शमशान घाट तक टूटे हुए टाइल्स को तेजी से ठीक करवाने का निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव ने पंडा समाज के पुरोहितों से अपील किया है कि यह डैम आप सभी का है। इसे स्वच्छ एवं निर्मल रखने में आप सभी प्रशासन का सहयोग करें। पिंड सामग्री को नदी में ना डालकर घाट पर ही बड़े आकार के कंकरीट स्ट्रक्चर्स का पीट निर्माण करवाया गया है, जहां आप पिंड सामग्री को छोड़ सकते हैं। उन्होंने यात्रियों को पूरी जानकारी के लिए पंडा समाज के यंग वॉलिंटियर्स को भी घाट पर रखने को कहा ताकि यात्रियों को अपनी भाषा में उन्हें प्रेरित कर सके।
जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में डैम को स्वच्छ एवं निर्मल रखने के लिए नगर निगम के माध्यम से पर्याप्त सफाई कर्मी रखते हैं, जो जाल के माध्यम से यत्र तत्र पूजन सामग्री को छानकर डस्टबिन में डालते हैं। इसके अलावा घाट पर बड़े-बड़े आकार के पर्याप्त संख्या में डस्टबिन लगाए गए हैं जहां लोग अपना पिंड सामग्री डाल सकते हैं। जिला पदाधिकारी ने यह भी बताया कि पितृपक्ष मेला अवधि में एसडीआरएफ के नाव से पर्याप्त सफाई कर्मी जाल के माध्यम से यत्र तत्र सामग्री को पानी से छानते हैं। इसके अलावा स्काउट एंड गाइड/ एनसीसी तथा नेहरू युवा केंद्र के वॉलिंटियर्स के माध्यम से भी तीर्थ यात्रियों को लगातार प्रेरित एवं अनुरोध किया जाता है कि यत्र तत्र को नदी में प्रवाहित कर गंदा ना करें, पानी को निर्मल साफ बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें। पिंड सामग्रियों को घाट पर बने स्ट्रक्चर पीट में ही डालें। शमशान घाट के समीप निरीक्षण के दौरान यत्र तत्र घाट पर लकड़ी के बने ढेर को देखकर अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि अभिलंब सभी लकड़ियों के ढेर को जब्त करते हुए हटाए साथ ही घाट पर बने दुकानों को नगर निगम द्वारा चिन्हित किए गए दुशरे स्थान पर शिफ्ट करवाने का कार्य करें।
जिलाधिकारी ने जल संसाधन विभाग के अभियंता को निर्देश दिया कि शमशान घाट के पास मिट्टी के बने टीला को हटवाने का निर्देश दिए ताकि नदी का पानी समानांतर दिखे। अपर मुख्य सचिव ने पितृपक्ष मेला को ध्यान में रखते हुए निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र तथा गया जिला प्रवेश वाली मुख्य सड़के जहां भी जल संसाधन विभाग द्वारा पाइपलाइन बिछाने के दौरान काटी गई है उसे तेजी से रिस्टोर समतल करवाये। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का पितृपक्ष मेला अपने आप में एक ऐतिहासिक रूप रहेगा। तीर्थ यात्रियों के लिए हर बेहतर सुविधा इस वर्ष जिला प्रशासन एवं बिहार सरकार उपलब्ध करा रही है। इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा ब्रह्मशत सरोवर का निरीक्षण किया। उन्होंने वरीय उप समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी पितृपक्ष मेला दिवाकर कुमार को निर्देश दिया कि सरोवर के रास्ते को स्मूथ बनाएं, जहां भी टाइल्स टूटी है उसे ठीक करवाये, दीवार पर पेंट करवाये, यात्रियों को बैठने हेतु बनाए गए शेड को अच्छे से मरम्मत एवं पेंट करवाये, जहां उवर खाबर है उसे समुचित ढलाई करवाये, डस्टबिन को ठीक करवाये। इस अवसर पर नगर आयुक्त नगर निगम, ज़िला वन पदाधिकारी, जल संसाधन विभाग के मुख्यालय स्तर के आये अधिकारीगण, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, वरीय उप समाहर्ता अभिषेक कुमार, कार्यपालक अभियंता गया जी डैम, कार्यपालक अभियंता तिलैया धाधर सहित नगर निगम के तमाम पदाधिकारी एवं अभियंता, विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों एवं अभियंतागण उपस्थित थे।
Aug 31 2023, 17:30