सीसीएल में माउंट एवरेस्ट सम्मिट की 70वी वर्षगाठ मनाई गई : 15 पर्वतारोहीयो ने साझा की अपनी कहानी
राँची: सीसीएल के सभागार में आज माउंट एवरेस्ट सम्मिट की 70वी वर्षगाठ मनाई गई। इस कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले 15 पर्वतारोही अपना अपना अनुभव साझा किए।
यह कार्यक्रम का आयोजन सीसीएल, आइडियेट इंस्पायर इग्नाइज फाउंडेशन, साइबरपीस फाउंडेशन, सीएमपीडीआई, के साथ मॉडर्न पीथीयन गेम के सहयोग से किया गया। देश में पहली बार एक साथ 15 माउंट एवरेस्ट विजेता का जुटान सीसीएल के कन्वेंशन सेंटर में हुआ। सभी पर्वतारोहियों अपने चढ़ाई के दौरान साहस, अनुभव और विजय की कहानी को साझा किया। एवरेस्ट फतह करने वालो में झारखंड के तीन पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल, विनीता सोरेन व हेमंत गुप्ता, पश्चिम बंगाल के सत्यरूप सिद्धांत, रूद्र प्रसाद हलदर, यूपी की अरुणिमा सिन्हा, जम्मु-कश्मीर से कर्नल रणवीर जमवाल, मध्य प्रदेश से मेघना परमार, कनार्टक से प्रियंका मोहिते, महाराष्ट्र से मनीषा बाघमरे, कुंतल जोइशर, भगवान छवाले, गुजरात से अदिती वैद्य व अनुजा वैद्य शामिल हुए।
पर्वतारोहियों ने बताया कि मोटिवेशनल कहानियां सुनकर, वीडियो देखकर आपमें एवरेस्ट फतह करने का जोश तो आ सकता है लेकिन सफलता के लिए अपने आप में भरोसा होना जरूरी है। किसी भी क्षेत्र में सफलता तभी मिलती है जब आप में आत्मविश्वास हो। उन लोगों ने कहा कि अब तो एवरेस्ट फतह करने की होड़ सी मच गई है। लेकिन इसमें अधिकांस को मौका नहीं मिलता है। अब परवतारोह के नाम पर पहाड़ गंदे हो रहे हैं। पहाड़ों के प्रती सम्मान कम हो रहे हैं। हम लोगों को इसका भी ध्यान रखना जरूरी है।
वर्ष 1935 में न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी और दार्जिलिंग के तेनजिंग नोर्गे ने एवरेस्ट पर फतेह हासिल की थी। इस सफलता के आज 70 साल पूरे हो गए हैं इसी के उपलक्ष में रांची में एवरेस्ट सम्मिट आयोजन में पर्वतारोहियों का जुटान हुआ।
Aug 21 2023, 12:07