*मोहर्रम के चलते नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मातम और मजलिसों का दौर जारी*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। मोहर्रम के चलते नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मातम और मजलिसों का दौर जारी है, क्षेत्र के मुनीम मिर्ज़ा के यहाँ से मजलिस और मातम का आगाज़ हुआ उसके बाद इमामबाड़ा सरकारे हुसैनी काज़ी टोला में हज़रत अब्बास का अलम उठाया गया और फिर नज़रें मौला का भी इंतेज़ाम हुआ।
ग्राम अकबरपुर में डाक्टर सुल्तान अली खान के आवास पर मजलिस में मौलाना अम्मार हैदर ने खिताब करते हुए कहा कि हज़रत अब्बास बचपन से ही इमाम हुसैन के ही हुक्म मानते चले आऐ यहाँ तक कि कर्बला में भी उनको जंग की इजाज़त नहीं मिली, इमाम हुसैन ने हज़रत अब्बास से कहा कि बच्चे 3 दिन से प्यासे हैं उनके लिए पानी ले आओ जब हज़रत अब्बास पानी लेने दरिया की तरफ चले तो दुश्मन की फौज में भगदड़ मच गई, क्योंकि हज़रत अब्बास की बहादुरी के चर्चे आम थे, अकेला कोई भी उन पर क़ाबू नहीं पा सकता था फिर दुश्मनों ने हज़ारों की तादाद में हज़रत अब्बास को घेर कर उन्हें शहीद कर दिया।
क्षेत्र के ग्राम दरियापुर में भी मजलिस व मातम हुआ व हज़रत अब्बास का अलम भी उठाया गया जो मस्जिद तक ले जाया गया जिसमें पूर्व प्रधान बहादर अली, अरमान, आक़िल रिजवी, ताज मियां, मीसम, शहनशाह अली, सामिन अब्बास, साहिल, आसिर, नाज़िर, मोजिज़ अली, फराज़ ज़बीर, शानू रिजवी, अमर, शहनवाज आदि ने शिरकत की और अंजुमन लशकरे हुसैनी ने नौहाख़ानी व सीनाज़नी करके कर्बला के 72 शहीदों को ख़िराजे अक़ीदत पेश किया।
Jul 28 2023, 15:04