पटना के डाकबंगला चौराहे पर हुई लाठीचार्ज में भाजपा कार्यकर्ता की मौत और घायल पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ आज भाजपा ने काला दिवस के रूप में मनाया
भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान पटना के डाकबंगला चौराहे पर हुई लाठीचार्ज में भाजपा कार्यकर्ता की मौत और घायल पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ आज शुक्रवार को मुज़फ़्फ़रपुर जिला भाजपा ने काला दिवस मनाया। साथ ही घटना के विरोध में प्रदर्शन मार्च कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला दहन कर राज्य की महागठबंधन सरकार के प्रति आक्रोश जताया।
इस क्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार के नेतृत्व में पार्टी के नेता एवं सैंकड़ो की तादाद में पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय मीठनपुरा पानी टंकी चौक स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मारक स्थल से काला पट्टी बांध कर बिहार की महागठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए देवी मंदिर, हरिसभा चौक होते हुए कल्याणी चौक पंहुचे और मुख्मंत्री एवं उप-मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जहां प्रदर्शन मार्च सभा में तब्दील हो गमौके पर सभा को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि सत्ता के अहंकार में चूर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पुलिस ने बिहारियों के हक और अधिकार के लिए लड़ रहे भाजपा के निहत्थे कार्यकर्ता की जान ले ली. मुख्यमंत्री को जवाब देना होगा कि यह बिहार में अघोषित आपातकाल नहीं है तो और क्या है? उन्होंने कहा कि पहले छात्र एवं शिक्षक फिर किसान सलाहकार के बाद अब भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता पर लाठीचार्ज करवाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तानाशाही रवैये को दर्शाता है।
कहा कि जनता के हक में सरकार के विरुद्ध उठी हर आवाज को लाठी, डंडे आंसू गैस की गोले की दम पर बिहार की नाकाम सरकार दबाने का काम कर रही है। लोकतांत्रिक तरीक़े से शांतिपूर्ण मार्च कर रहे पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं पर बिहार की निरंकुश शासन ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज कर बेशक बिहार के हक में उठी आवाज़ को दबाने का काम किया किंतु अब यह आवाज दबने वाली नहीं है, लाठियां जितनी चलेंगी विरोध का स्वर उतना ही बुलंद होगा। भाजपा कार्यकर्ताओं का तो इतिहास ही संघर्ष का रहा है और भाजपा कार्यकर्ता इस निरंकुश सत्ता को उखाड़ फेंकने के लिए हर वक्त तैयार हैं।
वहीं पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार ने कल बिहार में खुलेआम लोकतंत्र की हत्या कर ज्ञान एवं गंगा की पवित्र धरा बिहार को देश भर में शर्मसार कर दिया है।
कहा कि भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जो दमनकारी चरित्र उजागर हुआ, उससे यही प्रतीत होता है कि नीतीश कुमार शान्तिपूर्ण प्रदर्शन, शांति पूर्वक मार्च जैसी लोकतांत्रिक कार्यकलापों में विश्वास नहीं करते हैं।
पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि बिहार में विधि व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त है। यह सरकार लाठी गोली के दम पर गुंडागर्दी को बढ़ावा देने वाली सरकार है।
भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने वाली सरकार है। कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है सरकार के पास किसी भी समस्या का समाधान नही है। बिहार की निकम्मी महाठगबंधन सरकार ने भाजपा के कार्यकर्ता की हत्या का महापाप किया है। ब्रिटिश हुकूमत की तरह नीतीश सरकार के बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज में भाजपा कार्यकर्ता की मौत बिहार में लोकतंत्र का काला अध्याय बन गया है।
सभा को भाजपा के वरिष्ठ नेता रविन्द्र प्रसाद सिंह, डाo अरविंद कुमार सिंह, डाo ममता रानी, पूर्व विधान पार्षद गीता देवी, लोस प्रभारी रत्नेश सिंह एवं अर्जुन राम ने भी संबोधित किया।
इस दौरान मुख्य रूप से जिला महामंत्री सचिन कुमार, धर्मेंद्र साहू, प्रभु कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष विश्वेश्वर शंभू, अंकज कुमार, जिला मंत्री धनंजय झा, नंद किशोर पासवान, कोषाध्यक्ष संजय चूड़ीवाल, मोर्चा अध्यक्ष राशि खत्री , विकास कुमार गुप्ता, विजय पांडेय सहित
रवि रंजन शुक्ला, देवांशु किशोर सत्य प्रकाश भारद्वाज, मनोज कुमार पींटू, आशीष अग्रवाल, साकेत शुभम, मनीष कुमार सिंह, राकेश पटेल, संतोष साहेब, परिमल कुमार, नंद किशोर ठाकुर, राहुल बर्मा, अनिल गुप्ता, प्रणव भूषण, परितोष सिंह , कोमल सिंह, सोनी सिंह, प्रभात कुमार, शांतनु शेखर, अमित राठौर, आदित्य कुमार , मुकुल सिंह, वरूण झा, श्लोक कुमार, मोनिका अरोड़ा, अनीला देवी, मीरा कुमारी, अंजु वर्मा, लाली जालान ,सुंदरी देवी, पूनम देवी, कांति देवी, संजीव झा, विकास गुप्ता, दिलीप कुमार,चुन्ननू रजक, आकाश पटेल, राकेश रंजन, अनिल कुमार, दिलीप कुमार मौजूद रहे।
Jul 16 2023, 19:12