अररिया जिले के 30 नवनियुक्त सीएचओ को परिवार नियोजन को लेकर किया गया प्रशिक्षित
पूर्णिया, 27 जून।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के स्तर पर दी जाने वाली सेवाओं में स्वास्थ्य उप केंद्र और समुदाय के बीच संपर्क स्थापित करने वाली पहली और सबसे नजदीक वाली कड़ी मानी जाती है। क्योंकि एचडब्ल्यूसी में एक प्रशिक्षित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) के द्वारा सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाती है।
उक्त बातें स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ विजय कुमार ने अररिया जिले के 30 नवनियुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन कही।
इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक मोहम्मद कैशर इक़बाल, प्रमंडलीय आशा समन्वयक प्रियंका कुमारी, आरपीएमयू के श्याम कुमार एवं शाहनवाज आलम सहित प्रशिक्षक के रूप में जपाइगो के क्षेत्रीय कार्यक्रम अधिकारी डॉ गंगेश गुंजन, केयर इंडिया की ओर से सनत गुहा एवं सोमेन अधिकारी, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य मौजूद थे।
अररिया जिले के 30 नवनियुक्त सीएचओ को केयर इंडिया एवं जपाइगो के अधिकारियों द्वारा किया गया प्रशिक्षित: आरपीएम क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक मोहम्मद कैशर इक़बाल ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए समुदाय स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम दीदी के साथ समन्वय स्थापित कर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है।
परिवार नियोजन को सुदृढ़ कराने की दिशा में अररिया जिले के 30 नवनियुक्त सीएचओ को केयर इंडिया और जपाइगो के अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। ताकि अपने - अपने क्षेत्र के योग्य दंपतियों को इसका लाभ दिलाने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को गर्भावस्था, प्रारंभिक प्रसव एवं प्रसव पश्चात मौकों पर गर्भावस्था के स्वास्थ्य एवं सही अंतराल के महत्व को समझाने के साथ ही प्रसव पश्चात गर्भ निरोधक साधन अपनाने के लिए प्रेरित करें।
नवविवाहित दंपतियों को परिवार नियोजन से संबंधित आशा करती हैं जागरूक: आशा समन्यवयक
प्रमंडलीय आशा समन्वयक प्रियंका कुमारी ने कहा कि
परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत जनसंख्या स्थिरीकरण एवं सीमित परिवार के प्रोत्साहन के लिए आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा नवविवाहित जोड़ों को नई पहल किट देकर परिवार नियोजन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मिशन परिवार विकास के तहत हम दो हमारे दो बच्चों तक परिवार सीमित रखने के लिए इस योजना को शामिल किया गया है।
इस योजना के तहत आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा नवविवाहित दंपतियों को परिवार नियोजन के तरीकों एवं संबंधित जानकारी देनी है। पहली और दूसरी संतान के बीच पर्याप्त अंतर एवं विवाह के बाद एक निश्चित अंतराल के लिए गर्भ निरोधक साधनों को अपनाने के लिए जागरूक करना है।
परिवार नियोजन में नवविवाहित दंपतियों की सुविधा के लिए दी जाने वाली नई पहल किट में एक जूट का बैग के साथ विवाह पंजीकरण फार्म, पंपलेट या लीफलेट, स्वच्छता बैग के अंतर्गत तौलिया, कंघी, बिंदी, नेल कटर, दो रूमाल एवं एक छोटा शीशा के साथ ही कंडोम का दो पैकेट, गर्भ निरोधक गोलियां, दो पैकेट माला -एन, आपातकालीन गर्भ निरोधक की तीन गोलियां, साप्ताहिक गर्भ निरोधक गाेलियां एक पैकेट एवं दो प्रेग्नेंसी जांच किट दी शामिल हैं।
Jun 27 2023, 20:44