बीमारियों का रामबाण इलाज है ये मुनगा की पत्तियाँ, पढे पुरी खबर को
डायबीटीज, ब्लड प्रेसर, जॉइंट पेन, खून की कमी जैसी बीमारियों को दूर करने में रामबाण है, मोरिंगा अथवा सहजन जिसे आम बोल-चाल की भाषा में 'मुनगा' भी कहते हैं, की पत्तियाँ। वन विभाग के द्वारा बराबर नर्सरी में इसका प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाया गया है।
बराबर नर्सरी में 25 एकड़ भूमि पर दो लाख मुनगा का पौधा लगाया गया है। साथ-ही, बराबर के अगल- बगल के तीन पंचायत भयक, साकिर विगहा और जामुनगंज के 16 गांव से 40 रूपये प्रति केजी के दर से मुनगा की पत्तियों को वन विभाग खरीदती है।
ताकि ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को मुनगा की पत्तियों से बना पाउडर उपलब्ध किया जा सके। इसके लिए इको डेवलपमेंट कमिटी बनाई गई है। भयक गांव की चिंता देवी ने बताया कि मुनगा की पत्तियाँ वन विभाग को बेचकर ठीक-ठाक रकम जुटा लेती है।
जिससे घर का गुजारा अच्छे से हो जाता है। वहीं इको कमिटी के अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने बताया कि इस प्रोडक्ट की इतनी मांग हो गई है कि दो लाख मुनगा का पेंड़ और 16 गांव से भी मांग को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। आज शायद-ही कोई ऐसा घर होगा जहाँ के परिवार का कोई सदस्य डायबीटीज बी पी, गैस, रक्त की कमी अथवा घुटना दर्द से पीड़ित नहीं होंगे। ऐसे में 15 दिन से एक महीना लगातार सेवन से इन रोगों से निजात अथवा उसमें भारी कमी आ जाती है। वन विभाग, बिहार सरकार का मकसद कम पैसे में ज्यादा लोगों तक इसको पहुँचाने का मकसद है।
साथ-ही, इस प्रोसेसिंग यूनिट से लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। कई ग्रामीण मुनगा का बगीचा लगा रहे हैं ताकि फल के साथ इसके पत्तियों से भी आर्थिक लाभ मिल सके। कल बराबर में वन विभाग के द्वारा हम पत्रकार निमंत्रित थे। ताकि मीडिया के माध्यम से मुनगा की पत्तियों से होने वाले लाभ को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। और स्वस्थ्य बिहार- विकसित बिहार, की परिकल्पना को साकार किया जा सके।
यह प्रोडक्ट वन विभाग बराबर नर्सरी में 100 ग्राम,2 सौ ग्राम, आधा केजी और एक केजी के रूप में उपलब्ध है। मैंने वन विभाग से आग्रह किया था कि इसका एक सेंटर जहानाबाद मुख्यालय में भी रखा जाय ताकि लोगों को आसानी से उपलब्ध हो जाय। अच्छी बात रही कि इस आग्रह को उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया।
जहानाबाद से बरुण कुमार
Jun 24 2023, 09:51