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*कुरीतियों को समाप्त कर रही बीबीबीपी योजना: डा. सुमन*

गोण्डा। कन्या को बचाने के लिए माता-पिता की सोच बदलना ही पहली जरुरत है। उन्हें अपनी बेटियों के पोषण, शिक्षा, जीवन शैली, आदि की उपेक्षा रोकने की जरूरत है। उक्त बातें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुजेहना पर आयोजित कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अधीक्षक डा. सुमन मिश्रा कही।

उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ केक काटकर किया तथा सीएचसी पर जन्म लेने वाली नवजात बच्चियों को कपड़ा व हिमालया बेबी किट वितरित किया गया। अधीक्षक डा. मिश्रा ने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया जा रहा है।

संरक्षण अधिकारी चन्द्रमोहन वर्मा ने कहा कि बच्चियां आने वाले कल की भविष्य हैं, इसलिए उन्हे भी उतना ही अधिकार मिलना चाहिए, जितना कि बेटे को। महिला कल्याण अधिकारी ज्योत्सना सिंह ने कहा कि अपने बच्चों को एक समान मानना चाहिये चाहे वो बेटी हो या बेटा। यह माता-पिता की लड़की के लिए सकारात्मक सोच ही है जो भारत में पूरे समाज को बदल सकती है।

जिला समन्वयक राजकुमार आर्य ने कहा कि आज लड़कियां भी किसी से कमजोर नहीं है, वह भी हर क्षेत्र में अपना बढ़ चढ़कर योगदान दे रही हैं।

चाइल्ड लाइन के प्रभारी आशीष मिश्रा ने चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098 के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मुश्किल में फसे बच्चों के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की जानकारी इस हेल्पलाइन पर दी जा सकती है। कार्यक्रम के दौरान बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी गयी तथा पम्पलेट वितरित किये गये।

इस दौरान बीपीएम विकास चन्द्र श्रीवास्तव, बीसीपीएम राकेश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता पंकज राव, डीईओ अमरीश कुमार, अपराजिता संस्था के प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर शुभम द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।

*गर्मी के मौसम में लू, हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए दिये गये आवश्यक दिशा निर्देश*

गोण्डा। जिलाधिकासरी नेहा शर्मा ने आमजन मानस को अवगत कराया है कि वर्तमान में मौसम और बढ़ती गर्मी को देखते हुए हीट स्ट्रोक की भी संभावना बढ़ रही है जिससे आमजन, बुजुर्ग और बच्चों को स्वस्थ व सुरक्षित रखने, लोगों में बचाव हेतु शीतल पेयजल की व्यवस्था के साथ साथ लू/हीट स्ट्रोक से प्रभावित को तत्काल उचित व पर्याप्त ईलाज के लिए सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने, ओ आर एस वितरण काउंटर पर पर्याप्त मात्रा में ओ आर एस के पैकेट रखने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि वर्तमान में सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा चल रहा है जिसमें आशाएं घर घर ओ आर एस पैकेट का वितरण करने के साथ साथ आमजन में जागरूकता बढ़ाये जाने का कार्य भी कर रहीं हैं।

जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने हीट स्ट्रोक से बचाव के लिये क्या करें और क्या ना करें को अपनाये जाने का सुझाव दिये जिसे हम सभी अपना कर हीट स्ट्रोक के खतरे से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा कर सकते हैं।

उन्होंने बताया है कि हीट वेव की स्थिति शरीर की कार्य प्रणाली पर प्रभाव डालती है, जिससे मृत्यु भी हो सकती है। इसके प्रभाव को कम करने के लिए निम्न तथ्यों पर ध्यान देना चाहिए-

क्या करें:

1. प्रचार माध्यमों पर हीट वेव/लू की चेतावनी पर ध्यान दें।

2. अधिक से अधिक पानी पियें यदि प्यास न लगी हो तब भी।

3. हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले हलके वस्त्र पहनें।

4. धूप के चश्मे, छाता, टोपी व चप्पल का प्रयोग करें।

5. अगर आप खुले में कार्य करते है तो सिर, चेहरा, हाथ पैरो को गीले कपड़े से ढके रहे तथा छाते।

का प्रयोग करें।

6. यात्रा करते समय पीने का पानी अपने साथ ले जाएं।

7. ओ०आर०एस०, घर में बने हुये पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड), नीबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, जिससे कि शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके।

8. हीट स्ट्रोक, हीट रेश, हीट कैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना सरदर्द, उबकाई पसीना

आना मूर्छा आदि को पहचानें।

9.यदि मूर्छा या बीमारी अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सीय सलाह लें।

10. अपने घरों को ठण्डा रखें, पर्दे दरवाजे आदि का उपयोग करें तथा शाम को कमरों को ठण्डा करने हेतु इसे खोल दें।

11. पखे गीले कपड़ों का उपयोग करे तथा बारम्बार स्नान करें।

12. कार्य स्थल पर ठण्डे पीने का पानी रखें / उपलका करायें।

13. कर्मियों को सीधी सूर्य की रोशनी से बचने हेतु सावधान करें।

14. श्रमसाध्य कार्यों को ठण्डे समय में करने / कराने का प्रयास करें।

15. घर से बाहर होने की स्थिति में आराम करने की समयावधि तथा आवृत्ति को बढ़ायें।

16. गर्भस्थ महिला कर्मियों तथा रोगग्रस्त कर्मियों पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए।

क्या न करें:

1. बच्चों को खड़ी गाडियों में न छोड़े। जब बहुत जरुरी हो तो बच्चों को पूरी तरह ढक कर ही बाहर ले जाएं। बच्चों की तरह ही बुजुर्गों का भी पूर्ण ध्यान रखें।

2. 10 से 04 बजे के मध्य सूर्य की सीधी रोशनी में जाने से बचें।

3. गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें।

4. जब बाहर का तापमान अधिक हो तब श्रमसाध्य कार्य न करें।

*जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने ग्रामीण क्षेत्रों की जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए लिया बड़ा फैसला*


गोंडा। मुख्यमंत्री की सुशासन नीति के तहत जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती नेहा शर्मा ने गांव की समस्या, गांव में समाधान' की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। जिलाधिकारी द्वारा जनपद के सभी 16 विकास खण्डों के 100 दूरस्थ ग्रामों का भ्रमण करने एवं ग्राम चौपाल के माध्यम से जनशिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है।

आगामी 20 जून को विकासखण्ड झंझरी से इसकी शुरुआत की जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा एक दिन में 06 ग्रामों के भ्रमण के साथ ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाएगा। प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत प्रत्येक सप्ताह दो कार्य दिवस पर ग्रामों के भ्रमण एवं ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाना है।

जिलाधिकारी द्वारा जिले के सभी संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर इन ग्राम चौपालों में ग्रामीणों की शिकायतों का समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती नेहा शर्मा ने बताया कि शासन की अपेक्षाओं के अनुरूप जनपद की ग्राम पंचायतों में जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए ग्राम पंचायतों / ग्रामों में ग्राम चौपाल लगाये जाने के दृष्टिगत रोस्टर तैयार किया गया है। रोस्टर में अंकित तिथियों को प्रस्तावित ग्रामों में चौपाल का आयोजन किया जाएगा। जिसमें तहसील, विकास खण्ड एवं समस्त सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारी भी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे। समस्त संबंधित / विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि जन सामान्य द्वारा की जा रही शिकायतों एवं मांग आदि का परीक्षण कर उन्हें नियमानुसार कार्यवाही करते हुए निस्तारित / पूर्ण करायेंगे।

सम्बन्धित उपजिलाधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी का यह दायित्व होगा कि वह चौपाल लगाए जाने के प्रस्तावित दिनांक से पूर्व ही चयनित ग्रामों का स्वयं भी निरीक्षण करेंगे। आयोजित चौपाल में उनके द्वारा चिन्हित की गई जन शिकायतों एवं उनके निस्तारण से अवगत कराया जाएगा।

अनुपस्थिति स्वीकार नहीं की जाएगी

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को चौपाल में सुसंगत सूचनाओं एवं प्रगति के साथ उपस्थित रहने हेतु अपने स्तर से भी सूचित करेंगे। चूँकि कार्यक्रम अत्यन्त महत्वपूर्ण है, ऐसी स्थिति में बिना किसी सूचना के संबंधित / विभागीय अधिकारियों की अनुपस्थिति स्वीकार नहीं की जाएगी। ग्रामों के निरीक्षण / चौपाल के दौरान सम्बन्धित थाना प्रभारी एवं क्षेत्राधिकारी ग्राम में चिन्हित भूमि विवाद रजिस्टर, त्योहार रजिस्टर, एच०एस०रजिस्टर तथा ग्राम में घटित बड़ी घटनाओं की सूचना के साथ अनिर्वाय रूप से प्रतिभाग करेंगे।

यह है जून माह का प्रस्तावित भ्रमण एवं ग्राम चौपाल का कार्यक्रम

- आगामी 20 जून को झंझरी विकासखण्ड की बनघुसरा, लक्ष्मनपुर जाट, चिश्तीपुर, रामनगर तरहर, जानकरीनगर और परेड सरकार ग्राम पंचायत एवं राजस्व ग्राम में ग्राम चौपाल का आयोजन एवं भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित है।

- आगामी 23 जून को रूपईडीह विकासखण्ड की छिटौनी, पिपरा बाजार, बनगाई, कौड़िया, कोचवा और सहजनवा ग्राम पंचायत एवं राजस्व ग्राम में ग्राम चौपाल का आयोजन एवं भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित है।

- आगामी 27 जून को मुजेह विकासखण्ड की बनकटी सूर्यबली सिंह, ढिबरीकला, रैगांव, लखनीपुर, देवरिया अलावल, दत्तनगर माफी ग्राम पंचायत व राजस्व ग्राम का भ्रमण एवं ग्राम चौपाल का आयोजन प्रस्तावित है।

- आगामी 30 जून को इटियाथोक विकासखण्ड की पारासराय, नरौरा भर्रापुर, परसिया बहोरीपुर, जानकरीनगर, सरकाण्ड और बस्ती ग्राम पंचायत व राजस्व ग्राम का भ्रमण एवं ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाएगा।

जुलाई का प्रस्तावित कार्यक्रम

- आगामी 04 जुलाई को पण्ड़रीकृपाल विकासखण्ड, 07 जुलाई को तरबगंज, 11 जुलाई को बेलसर, 14 जुलाई को वजीरगंज, 18 जुलाई को नवाबगंज, 21 जुलाई को परसपुर, 25 जुलाई को हलधरमऊ, 28 जुलाई को कटराबाजार विकासखण्ड में भ्रमण एवं ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाएगा।

अगस्त का प्रस्तावित कार्यक्रम

- आगामी 01 अगस्त को मनकापुर, 04 अगस्त को बभनजोत, 08 अगस्त को छपिया और 11 अगस्त को करनैलगंज विकासखण्ड के ग्रामों में ग्राम चौपाल एवं भ्रमण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

*समाधान दिवस पर अनुपस्थित सात निरीक्षकों को लेकर मंडलायुक्त ने डीआईजी को भेजा पत्र*


गोण्डा।सदर तहसील में आयोजित समाधान दिवस पर सात प्रभारी निरीक्षक अनुपस्थित रहने पर मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने नाराजगी जाहिर करते हुए डीआईजी को पत्र लिखकर अनुपस्थित प्रभारियों के खिलाफ शासन के आदेशों की अवहेलना करने पर कार्यवाही करने को कहां है।

पत्र के मुताबिक मंडलायुक्त ने डीआईजी से ऐसे थानाध्यक्ष पर कार्यवाही की जाए।जिससे भविष्य में शासन के आदेशों की है अवहेलना न हो।

*इस साल दो माह का सावन, सैकड़ों वर्षों बाद बन रहा ये संयोग, शिव के साथ भगवान विष्णु की भी प्राप्त होगी कृपा*

गोंडा - इस वर्ष दो माह का सावन महीना होगा, आठ सोमवार को आराध्य देव शिव जी के पूजन का दिन मिलेगा। सैकड़ों वर्षों बाद यह संयोग बन रहा है। भगवान शिव की आराधना के दो माह मिलेंगे। जिसमें सावन व अधिक मास का है का विलय हो रहा है। साल में एक माह के सावन मास में भगवान भोलेनाथ की आराधना की जाती है सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित माना जाता है। इस माह भगवान शिव के भक्त पूरी श्रद्धा भाव से अपने आराध्य देव की पूजा करते हैं।

हर साल सावन मास की शुरुआत आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि के अगले दिन से होती है। इस बार सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई को हो रही है और 31 अगस्त को सावन समाप्त होगा। इस वर्ष भगवान भोलेनाथ के भक्तों को उपासना के लिए 59 दिन मिलने वाले हैं यह संयोग सैकड़ों वर्ष बाद बन रहा है। सबसे महत्वपूर्ण विषय यह है कि सावन महीने के सोमवार को भगवान भोलेनाथ की मुख्य आराधना मानी जाती है और 2 माह के सावन में सोमवार की आठ तिथियां मिल रही है। पंडित शेष कुमार पांडेय ज्योतिषाचार्य के मुताबिक धर्म शास्त्रों में अधिक मास के स्वामी भगवान विष्णु को बताया गया है वही सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है ऐसे में इस बार सावन और अधिक मास साथ-साथ पड़ने से भगवान शिव के साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होगी।

हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है।इस पूरे माह में भोलेनाथ के भक्त शिवजी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए विधि विधान से पूजन करते हैं। कुंवारी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए सोलह सोमवार का व्रत भी रखती हैं। इसकी शुरुआत इसी सावन महीने से होती है। वैदिक पंचांग की गणना और मास के आधार पर चंद्रमा 354 दिनों का होता है और सौर मास 365 दिन का होता है। 11 दिन का अंतर आता है और तीसरे साल यह अंतर 33 दिन का हो जाता है। जिसे अधिक मास कहा जाता है। आधे सावन के बाद अधिक मास उसके बाद फिर आधा सावन का योग मिल रहा है। ऐसे में भगवान शिव की आराधना पूजा जलाभिषेक रुद्राभिषेक करने का फल श्रद्धालुओं को अधिक मिलता है।

इस 2 महीने के सावन में आठ सोमवार की तिथियां भी मिल रही हैं यह संयोग बहुत अच्छा माना जा रहा है। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई, दूसरा सोमवार 17 जुलाई, तीसरा सोमवार 24 जुलाई, चौथा सोमवार 31 जुलाई, पांचवा सोमवार 7 अगस्त, छठा सोमवार 14 अगस्त, सातवां सोमवार 21 अगस्त, आठवां सोमवार 28 अगस्त को पड़ रहा है।

*गौरी रूप में भक्तों का कल्याण करतीं है देवी और काली रूप में दुराचारियों का विनाश*


गोण्डा- नगर के तिवारी पुरवा स्थित कौमारी मन्दिर में चल रहे श्रीमद्देवीभागवत कथा के चौथे दिन देवी दुर्गा महारानी का प्राकट्य उत्सव हर्ष-उल्लास के साथ मनाया गया। कथा की शुरुआत सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय प्रार्थना के साथ की गई। कथा पीठाधीश्वर रविशंकर महाराज गुरुभाई ने भक्तगणों को माता जी का नाम संकीर्तन करवाया। 

कथा में कथा पीठाधीश्वर पूज्य गुरुभाई ने कहा कि मां दुर्गा की महिमा अपरंपार है और उनकी प्रेरणा से ही सृष्टि का संचालन होता है। जड़ चेतन को ऊर्जा मिलती है। जब-जब पृथ्वी या फिर देवताओं पर कोई संकट आया है तब-तब मां ने उनकी रक्षा की है। मां अपने हर भक्त को संकट से दूर रखती हैं और प्रत्येक परिस्थिति में अपनी कृपा बनाए रखती हैं। माता ने राक्षसों के समूल नाश के लिए कई अवतार लिया। कथा पीठाधीश्वर गुरुभाई ने कहा कि देवी के प्रत्येक अवतार में कोई न कोई रहस्य होता है। देवता यक्ष किन्नर सभी मां से प्रेरणा लेते हैं। 

पूज्य गुरुदेव ने दुर्गा माँ की महिमा का गुणगान करते हुए बताया की देवी दुर्गा के सावित्री, लक्ष्मी एव पार्वती से अलग भी अनेक स्वरूप हैं। देवी का मुख्य रूप "गौरी" है, अर्थात शान्तमय, सुन्दर और गोरा, शान्त ममतामयी रूप जबकि काली उनका सबसे भयानक रूप है। सृष्टि में मां के दोनों रूपों की महत्ता है। देवी प्रथम रूप से भक्तों का कल्याण और दूसरे रूप से दुराचारियों का विनाश करतीं हैं। 

  

इस अवसर पर मुख्य यजमान सीता पत्नी विश्वकर्मा कसौधन, समाजसेवी संदीप मेहरोत्रा, रमेश गुप्ता, सुखदेव गुप्ता, जितेश सिंगल, पप्पू, अरुण मिश्रा, अरविंद प्रजापति, प्रकाश आर्य हीरो सभासद, डॉक्टर अमित गुप्ता, डॉक्टर परमानंद, कृष्ण मोहन अग्रवाल, दीपेंद्र मिश्रा, अजय मिश्रा, पप्पू सोनी, दीपक गुप्ता, डॉक्टर किशन जयसवाल, के पी सिंह, संजय गुप्ता, डॉक्टर अनिल आदि मौजूद रहे।

*संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान डीएम ने की बड़ी कार्रवाई, ग्राम पंचायत अधिकारी और लेखपाल को निलंबित करने के निर्देश*

गोण्डा- संपूर्ण समाधान दिवस तहसील करनैलगंज में जनसमस्याओं की सुनवाई के दौरान ग्राम चकसेनिया विकासखंड हलधरमऊ से शिकायतकर्ता वंशीलाल ने जिलाधिकारी नेहा शर्मा को अवगत कराया कि मृत्यु प्रमाण पत्र एवं परिवार रजिस्टर नकल के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा काफी दिनों से परेशान किया जा रहा है। जिसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल शिकायतकर्ता को मृत्यु प्रमाण पत्र एवं परिवार रजिस्टर नकल उपलब्ध कराते हुए ग्राम पंचायत अधिकारी रविनन्दन को निलंबित करने के डीपीआरओ को निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही लेखपाल जयप्रकाश को पूर्व में उच्च अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे जो संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायतकर्ता के द्वारा बताया गया की लेखपाल के द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है, जिसे संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी ने लेखपाल जयप्रकाश को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर रश्मि वर्मा, उपजिलाधिकारी करनैलगंज हीरालाल, प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार शुक्ल, पुलिस क्षेत्राधिकारी करनैलगंज नवीना शुक्ल, तहसीलदार करनैलगंज नरसिंह नरायन, नायब तहसीलदार, जिला विकास अधिकारी दिनकर विद्यार्थी, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्रशेखर, जिला कृषि अधिकारी,जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, धर्मेंद्र गौतम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, एक्सईएन निर्माण खंड 2 बीके त्रिपाठी, एसओ करनैलगंज, कटरा बाजार, परसपुर, कौड़िया बाजार सहित अन्य सभी जनपद स्तरीय

*डीएम ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में सुनी फरियादियों की समस्याएं, अवैध अतिक्रमण के मामलों में पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाने का निर्देश*


गोंडा- आज जनपद के सभी तहसीलो में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें तहसील करनैलगंज में डीएम ने आये हुये फरियादियों की समस्याओं को सुना तथा शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को प्रेषित किया गया। तहसील करनैलगंज में कुल 106 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये जिसमें 04 प्रार्थना पत्र का मौके पर ही हुआ निस्तारण, शेष प्रार्थना पत्र को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत प्रकरण का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करते हुये आख्या तहसील में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान डीएम ने कहा कि अवैध अतिक्रमण के मामले में पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाकर निस्तारित कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि तालाब जमीन की पैमाइश, अवैध कब्जा, चकरोड, नाली, अवैध अतिक्रमण आदि को पुलिस फोर्स के साथ हटवाने का कार्य करें। शिकायतकर्ताओं को मौके पर बुलाएं। उसके आने पर लिखित रूप से उल्लेख करें और निस्तारण के प्रकरण का फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी भी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण मौके पर जाकर पूरी गुणवत्ता के साथ करें अन्यथा संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

संपूर्ण समाधान दिवस के अंत में जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित सभी संबंधित विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आइजीआरएस की लॉगिन को बराबर सभी विभागीय अधिकारी चेक करते रहे ताकि कोई भी शिकायत डिफाल्टर ना होने पाए समय रहते ही शिकायतों का निस्तारण कर दिया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील परिसर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने स्वयं के द्वारा ''अरगा'' ब्रांड का तैयार किये गये सामग्रियों का विभिन्न स्टाल लगाये गये, जिसका जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अवलोकन करते हुए कहा कि इसी प्रकार जनपद के सभी तहसीलों में तथा अन्यह स्थानों पर समूह की महिलाओं के द्वारा इस महत्वपूर्ण कार्य को किया जाय ताकि इससे जनपद की अन्य महिलाएं भी जागरूक हो।

*पापी दुराचारी राक्षसों का विनाश करने को अवतरित होतीं है देवी: रविशंकर महाराज*


गोण्डा। कौमारी माता मन्दिर में चल रही देवी भागवत में कथा पीठाधीश्वर रिसिया बहराइच के संत मनीषी रविशंकर महाराज 'भाई जी' ने कथा के चतुर्थ दिवस नवरात्र के महात्म्य एवं देवी के विभिन्न स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा कि जिस समय पृथ्वी पर दुराचारी पापी राक्षसों का अत्याचार चरम पर पहुंच जाता है तब उस अत्याचार को हटा कर सदाचार की स्थापना के लिए मां विभिन्न रूपों में अवतार धारण करती हैं।

स्वामी जी ने कहा कि

नवरात्रि के नौ दिवस में साधक को सिद्धि प्राप्त हो जाती है । मां की अनुकंपा प्राप्त करने के लिए साधक जब नवरात्रि में प्रवेश करता हैं तो प्रथम दिवस मां का शैलपुत्री स्वरूप आता है। मां हिमालय राजा की पुत्री रूप में अवतरित होकर अपने भक्तों का कष्ट हरती है। ब्रह्मचारिणीयह माता का दूसरा स्वरूप है। इसमें तपस्वी रूप धारण करके माता तप करने की प्रेरणा देती हैं।

तीसरा स्वरूप चंद्रघंटा है। जब भगवान शंकर ने काल स्वरूप धारण किया तब माता ने चंद्रघंटा स्वरूप धारण करके भगवान के क्रोध को शांत किया।

मां का चौथा स्वरूप कूष्मांडा है। यह पूरे संसार की उत्पन्न करने वाली देवी है। पंचम स्वरूप में स्कंदमाता कार्तिकेय भगवान को पुत्र रूप में उत्पन्न करती हैं। मां छठे स्वरूप में मां कात्यायनी रूप धारण करके भक्तों का कल्याण करती हैं। सातवें स्वरूप में कालरात्रि का दिव्य स्वरूप है।

मां का अष्टम स्वरूप मां गौरी का है और नवमी में सिद्धि प्रदान करती है। कथा पीठाधीश्वर ने कहा कि देवी भागवत में नवरात्रि का महत्व बताते हुए कहा गया है कि सद्विचार नवरात्र मानी जाती हैं। एक वर्ष में दो जागृत और दो गुप्त नवरात्र का पदार्पण भक्तों के कल्याण के लिए होता है। यह चारों नवरात्रि भक्तों को शुद्धि प्रदान करने वाली है।

इस अवसर पर मुख्य जजमान श्रीमती सीता पत्नी विश्वकर्मा कसौधन,समाजसेवी संदीप मेहरोत्रा, रमेश गुप्ता सुखदेव गुप्ता, जितेश सिंगल, पप्पू, अरुण मिश्रा, अरविंद प्रजापति, प्रकाश आर्य हीरो सभासद, डॉक्टर अमित गुप्ता, डॉक्टर परमानंद, कृष्ण मोहन अग्रवाल, दीपेंद्र मिश्रा, अजय मिश्रा, पप्पू सोनी, दीपक गुप्ता, डॉक्टर किशन जयसवाल, के पी सिंह, संजय गुप्ता, डॉक्टर अनिल आदि मौजूद रहे।

*अरगा से स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की मिली नई पहचान*


गोण्डा। जिले के स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद अब किसी पहचान के मोहताज नहीं रहेंगे। जनपद में स्वयं सहायता समूह, एफपीओ केवाआईसी आदि के द्वारा विभिन्न प्रकार के उत्पाद जैसे अचार, मुरब्बा, आटा, नमकीन, बेसन, नूडल्स आदि उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जिसकी गुणवत्ता मानक के अनुरूप होने के बावजूद भी स्थानीय बाजारों एवं मॉल्स में अपने ब्रांडिंग और मानक पैकेजिंग ना होने के कारण ग्राहकों के बीच में एक उचित स्थान नहीं बना रहे थे जिससे इन उत्पादों का बिकना मुश्किल हो जाता है।

इन्हीं समस्याओं को देखते हुए जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के अथक प्रयासों से प्रोजेक्ट अरगा की परिकल्पना की गई। प्रोजेक्ट अरगा के अंतर्गत तहत मार्केटिंग कराने के उद्देश्य से रॉयल पैराडाइज गोंडा में प्रभारी मंत्री अनिल राजभर द्वारा अरगा ब्रांड के लोगो का विमोचन कर प्रोजेक्ट अरगा का उद्घाटन किया गया।

सशक्त गोण्डा, आत्मनिर्भर गोण्डा, समृद्ध गोण्डा की परिकल्पना को सफल बनाने की ओर यह पहला कदम है, जिसमें "अरगा " ब्राण्ड के लोगो का विमोचन व उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। प्रभारी मंत्री ने फीता काटकर प्रदर्शनी का विमोचन किया एवं वहां लगे स्टालों का निरीक्षण भी किया। प्रभारी मंत्री द्वारा उत्पाद खरीदने वाले व्यापारियों को अनुबंध पत्र एवं प्रमाण पत्र भी वितरित किया गये।

मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जनपद गोंडा में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सशक्त करने के लिए अरगा प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। इसकी सहायता से अब स्वयं सहायता समूह, एफपीओ, केवाईसी द्वारा किए जा रहे उत्पादों की एक ब्रांड मिलने से अच्छी मार्केटिंग हो सकेगी। उन्होंने कहा कि ब्रांड अरगा का लोगो जनपद गोंडा में स्थापित पार्वती अरगा पंक्षी विहार से लिया गया है, जिसका प्रतीक शांति एवं समृद्धि है।

उन्होंने जिला प्रशासन की तारीफ करते हुये कहा कि जिले की सभी महिलाएं इस ब्रांड के माध्यम से अपने उत्पाद कि अधिक से अधिक बिक्री कर सकती हैं। महिलाओं के सहयोग से ही भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। प्रधानमंत्री जी को संकल्पना है कि सभी महिलाएं और किसान आत्मनिर्भर बने। इसी क्रम में यह कदम बहुत ही सराहनीय है। इससे महिलायें और अधिक सशक्त होंगी। प्रथम चरण में जनपद के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के द्वारा निर्मित 55 उत्पादों को अरगा द्वारा नई पहचान मिली है।

प्रभारी मंत्री ने ली अरगा लोगों के साथ सेल्फी

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री ने अरगा ब्रांड के प्रचार-प्रसार हेतु बनाए गए सेल्फी प्वाइंट पर अरगा लोगो के साथ सेल्फी भी ली। उनके साथ मंडलायुक्त, डीआईजी, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों द्वारा भी सेल्फी ली गई। इसके अलावा वहां पर आयी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा भी सेल्फी ली गई।

इन व्यापारियों को दिए गए अनुबंध पत्र

अरगा लोगों के विमोचन कार्यक्रम के दौरान सारथी संस्था समूह की सावित्री, सम्राट महिला एवं सहायता समूह की कुसुम मोर्या, प्रगतिशील महिला स्वयं सहायता समूह की मुस्कान व केतकी, सीता महिला संस्था समूह की सोनी सिंह व रेनू सिंह, आईटीसी ई चौपाल गोंडा के वीनय त्रिपाठी, कृषि सेवा केंद्र, भारतमेज प्रो फाउंडेशन, अथ्रिस्ट फार्मस फाउन्डेशन, गंगा कोशी एफपीओ के निशान्त मिश्र, अवध जैविक एफपीओ के प्रकाश तिवारी व गोनार्ड एफपीओ के रविशंकर सिंह को अनुबंध पत्र व प्रमाण पत्र वितरित किये गये।

प्रोजेक्ट अरगा गोण्डा की एक अनूठी पहल

प्रोजेक्ट अरगा पूरे उत्तर प्रदेश में अपने आप में अनूठी पहल है यह जनपद गोंडा के समस्त विकास खंडों के उन तमाम स्थानीय छोटे व्यापार करने वाले स्वयं सहायता समूह, एफपीओ, केवीआईसी ओडीओपी की ब्रांडिंग एवं पैकेजिंग से संबंधित समस्याओं को स्वयं में समाहित करता है। यह एक छाता के रूप में कार्य करता है जिसे छोटे व्यवसाय करने वाले स्थानीय अपने उत्पादों को ब्रांड अरगा के नाम से स्थानीय व अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उतार सकते हैं। अरगा उन तमाम पैकेजिंग के मानको तथा ब्रांडिंग के फ्रेमवर्क पर काम करता है। प्रोजेक्ट अरगा के रूप में ग्रामीण लोगों की आजीविका में वृद्धि के लिए कुशल और प्रभावी मंच विकसित किया गया है। यह मंच स्वयं सहायता समूह और संगबद्ध संस्थानों के ब्रांडिंग और पैकेजिंग की समस्याओं को कम करते हुए उन्हें प्रदर्शित करता है।

इस अवसर पर विधायक सदर गोंडा प्रतीक भूषण सिंह, कटरा बाजार बावन सिंह, मेहनौन विधायक विनय कुमार द्विवेदी, आयुक्त देवीपाटन मंडल, पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र, जिलाधिकारी नेहा शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी एम.अरन्मोली, माननीय सांसद गोंडा प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्र, उप निदेशक कृषि प्रेम ठाकुर, जिला कृषि अधिकारी जगदीश प्रसाद यादव सहित संबंधित विभाग के अन्य सभी अधिकारीगण एवं स्वयं सहायता समूह, एफपीओ आदि की 600 से अधिक लोग उपस्थित रहे।