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*जम्मू-कश्मीर में चौबीस घंटे में छह बार महसूस किए गए भूकंप के झटके*

 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पिछले 24 घंटों में करीब छह बार जमीन को कांपते हुए महसूस किया गया। इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर में तो महज 11 मिनट के अंतराल पर ही लगातार दो भूकंप के झटके महसूस किए गए। लगातार भूकंप के झटके आने से लोग भयभीत हो उठे और अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, गनीमत की बात यह रही कि भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान का समाचार नहीं प्राप्त हुआ है। 

जानकारी के अनुसार शनिवार को दोपहर 2.03 बजे आए 3.0 तीव्रता के भूकंप का केंद्र जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ पहाड़ी रामबन जिला था। उन्होंने कहा कि भूकंप की गहराई 33.31 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 75.19 डिग्री पूर्वी देशांतर पर धरती की सतह से 5 किलोमीटर नीचे थी। इस दौरान घरों में दरारें भी देखने को मिली थी। अगर पिछले एक हफ्ते की बात की जाए तो खासकर डोडा, किश्तवाड़ और रामबन में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए।

अश्विनी वैष्णव ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, नई दिल्ली में नियंत्रण कार्यालय का किया निरीक्षण ।

 माननीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री सूचना प्रौद्योगिकी, श्री अश्विनी वैष्णव ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, नई दिल्ली में नियंत्रण कार्यालय का निरीक्षण किया। 

उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और

पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधकों के साथ उन्होंने आगामी कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की

 तीर्थयात्रियों के आवागमन से निपटने के लिए 800 से अधिक मेला विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा कुम्भ के 06 मुख्य स्नान दिवस, जनवरी-2025

15 करोड़ से अधिक। कुंभ में तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद, जनवरी-2025

 रु. 837 करोड़। आरओबी/आरयूबी के विभिन्न कार्यों के लिए स्वीकृत ^~^ यात्री सुविधाएं

 तीर्थयात्रियों के यातायात से निपटने के लिए एनसीआर, एनईआर और एनआर के कुल 09 स्टेशनों की योजना बनाई गई है

……

 माननीय रेल मंत्री, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स ^~^ सूचना प्रौद्योगिकी, श्री अश्विनी वैष्णव ने आज मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, नई दिल्ली स्थित नियंत्रण कार्यालय का निरीक्षण किया। श्री शोभन चौधरी, महाप्रबंधक उत्तर रेलवे, श। डिंपी गर्ग, मंडल रेल प्रबंधक, दिल्ली और रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 

दिल्ली मंडल द्वारा नियंत्रण कार्यालय की कार्यप्रणाली के संबंध में एक प्रस्तुति दी गई। माननीय मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों के साथ नियंत्रण कार्यालय में कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा की। माननीय मंत्री ने कंट्रोल ऑफिस का भी निरीक्षण किया और कंट्रोल ऑफिस में ड्यूटी पर तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों और रेल कर्मचारियों से बातचीत की. उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेन की आवाजाही की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और इस बात पर जोर दिया कि नियंत्रण कार्यालय में ट्रेन की आवाजाही की निगरानी के दौरान इससे समझौता नहीं किया जाना चाहिए। मंडल टीम के साथ तीन घंटे की बैठक के दौरान, माननीय मंत्री ने नियंत्रकों और रखरखाव कर्मचारियों के हाल के अनुभव पर चर्चा की। उन्होंने प्रत्येक नियंत्रण कार्यालय, अनुभाग नियंत्रण, कोचिंग नियंत्रण, माल नियंत्रण, इंजीनियरिंग नियंत्रण, कैरिज और वैगन नियंत्रण, S^~^T, RPF, TRD, SCADA का दौरा किया। 

उत्तर रेलवे मुख्यालय बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली में, उन्होंने उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधकों तथा संबंधित मंडलों के डीआरएम के साथ आगामी कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की. तीर्थयात्रियों के आवागमन से निपटने के लिए, कुंभ, जनवरी -2025 के 06 मुख्य स्नान दिवसों पर तीर्थयात्रियों की निकासी के लिए 800 से अधिक मेला विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। तीर्थयात्रियों के यातायात से निपटने के लिए एनसीआर, एनईआर और एनआर के नौ स्टेशनों की योजना बनाई गई है। 15 करोड़ से अधिक। कुंभ-2025 में तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। रुपये की राशि। 837 करोड़। एनआर, एनसीआर और एनईआर द्वारा किए जाने वाले आरओबी/आरयूबी और यात्री सुविधाओं सहित विभिन्न कार्यों के लिए स्वीकृत। 

 माननीय मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी बुनियादी ढांचे के काम समय पर पूरा किया जाना चाहिए। .

 

उत्तराखंड में अगले छह माह तक हड़ताल पर रोक, चारधाम यात्रा व आपदा सीजन के चलते प्रदेश में सीएम धामी ने लागू किया एस्मा

उत्तराखंड में अगले छह माह तक हड़ताल पर रोक लगा दी गई है। चारधाम यात्रा व आपदा सीजन के चलते प्रदेश में एस्मा लागू की गई। सचिव कार्मिक शैलेश बगौली ने इस संबंध में आदेश जारी किए।

सचिव कार्मिक शैलेश बगौली की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि प्रदेश में संचालित चारधाम यात्रा एवं मानसून अवधि में संभावित आपदाओं के दृष्टिगत लोकहित में यह निर्णय लिया गया है।

गुजरात पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह, बिपरजॉय तूफान से प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण, सीएम भूपेंद्र पटेल भी रहे मौजूद

#amit_shah_arrived_in_gujarat_to_take_stock_of_the_damage_caused_by_biparjoy 

बिपरजॉय चक्रवात शुक्रवार को कमजोर होकर सामान्य चक्रवात में तब्दील हो गया है। हालांकि, इससे पहले गुजरात में बिपरजॉय तूफान ने भारी तबाही मचाई। गुजरात में चक्रवात के कारण मूसलधार वर्षा से बाढ़ जैसी स्थिति और पानी के विकराल बहाव के बीच पुल ध्वस्त हो गया। इसके अलावा 5,100 बिजली के खंभे गिर गए, जिस वजह से 4,600 से ज्यादा गांवों की बिजली गुल हो गई। कई गांवों में बिजली बहाल हो गई है। तेज हवा से 581 पेड़ भी उखड़ गए। गुजरात में इस हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ गुजरात के कच्छ में चक्रवात बिपरजॉय से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। साथ ही मांडवी सिविल अस्पताल में भर्ती लोगों से मुलाकात की और उनके हालचाल लिए।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बिपरजॉय ने राज्य में कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र के आठ जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, पूर्व चेतावनी और पुख्ता तैयारियों ने किसी तरह की जनहानि नहीं होने दी। समय रहते एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था।

पश्चिम बंगाल में नहीं थम रही राजनीतिक हिंसा, अब केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर तीर से हमला

#west_bengal_panchayat_election_violenc

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के ऐलान के साथ ही एक बार फिर राज्य के विभिन्न इलाकों से हिंसा की खबरें सामने आने लगी हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर हमले की खबर है। पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक की कार पर हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि प्रमाणिक के काफिले पर तीर से हमला हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि उनकी कार पर टीएमसी समर्थकों ने तीर से हमला किया था। उन्होंने पुलिस पर टीएमसी समर्थकों की मदद करने का आरोप लगाया है।

बीजेपी ने राज्यपाल को दी हमले की जानकारी

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक के ऊपर हुए हमले के बारे में राज्यपाल सीवी आनंद बोस को जानकारी दी है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने एएनआई को बताया, मैंने राज्यपाल को हिंसा के बारे में सब कुछ बताया। उन्होंने हमें कहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा को रोकने के लिए सभी सक्रिय और प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सारे इंतजाम किए जाएंगे। 

कई जगहों से हिंसी की खबरें

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर कई जगहों से हिंसी की खबरें आ रही हैं। पश्चिम बंगाल के बीरभूम में आज फिर से बम मिलने से हड़कंप मच गया है। बोलपुर के लोहागर इलाके में एक प्राइमरी स्कूल के पीछे मैदान में 50 ताजा बम मिले। पुलिस ने सभी बम को कब्जे में ले लिया है। बम डिस्पोजल स्क्वाड को बुलाया गया। इसी इलाके में बम हमले में टीएमसी कार्यकर्ता घायल हुए थे और इसका आरोप कांग्रेस पर लगा था। कल भी बीरभूम के आमदपुर चीनी मिल के पास बम मिले थे। 2 दिन पहले बीरभूम में पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान बमबारी हुई थी। कल भी एक घर से 20 बम मिले थे। बंगाल में पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान कई जिलों से झड़प और आगजनी की खबरें आईं। सबसे ज्यादा प्रभावित दक्षिण 24 परगना रहा। जहां दो लोगों की मौत भी हुई। शुक्रवार को राज्यपाल ने भी हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा किया था।

अब हैदराबाद में हिजाब विवादःबुर्का पहनकर परीक्षा देने गई छात्राओं को रोका गया, गृह मंत्री के बयान से मामले ने पकड़ा तूल

#burqacontroversyhyderabad_college 

कर्नाटक का हिजाब विवाद तो याद होगा आप लोगों को।हालांकि, कर्नाटक में हिजाब का विवाद अब शांत होता दिख रहा है। वहीं तेलंगाना के हैदराबाद में ऐसे ही एक मामले को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है। हैदराबाद के एक कॉलेज में बुर्का पहनकर एग्जाम देने गई छात्राओं को परीक्षा में शामिल होने से रोकने का मामला सामने आया है। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा और बुर्का उतारने के बाद ही एग्जाम में बैठने दिया गया।

छात्राओं ने आरोप लगाया कि केवी रंगा रेड्डी डिग्री कॉलेज फॉर वूमेन के कर्मचारियों ने उन्हें परीक्षा में बैठने से मना कर दिया। मुस्लिम छात्रों ने यह भी कहा कि परीक्षा देने से पहले उन्हें आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा। छात्राओं ने बताया कि उन्हें बुर्का उतारने के लिए फोर्स किया गया और कहा गया कि एग्जाम हाल में बुर्का पहनकर नहीं जा सकते। आपको अंदर बुर्का उतारकर आना होगा, एग्जाम खत्म होने के बाद बाहर फिर पहन सकते हैं।

तेलंगाना के गृह मंत्री ने पकड़ा अलग ट्रैक

इस विवाद में तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली का भी बयान आया है। मंत्री ने कहा कि महिलाओं को जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए। जब उनसे केवी रंगा रेड्डी कॉलेज में हुई घटना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं छोटे कड़े पहनती हैं तो समस्या होती है।

महिलाओं को जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए- मोहम्मद महमूद

गृह मंत्री मोहम्मद ने कहा कि हमारी नीति बिल्कुल धर्मनिरपेक्ष नीति है। हर किसी को अपनी इच्छानुसार पहनने का अधिकार है। लेकिन, किसी को हिंदू या इस्लामी प्रथाओं के अनुसार पोशाक पहनना चाहिए। लेकिन ड्रेस यूरोपियन कल्चर की तरह मत पहनिए। विशेष रूप से महिलाओं को चाहिए कि वे छोटे कपड़े न पहनें और उन्हें जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए। इस्लामिक या हिंदू संस्कृति के हिसाब से ड्रेस पहनिए, जिसमें ज्यादा हिस्सा कवर होता है।

बता दें कि बुर्का पहनकर परीक्षा देने से रोके जाने पर छात्राओं के परिजनों ने गृहमंत्री महमूद अली के पास कॉलेज के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि छात्राएं कुछ भी पहन सकती है, सिवाय विदेशों की तरह छोटे-छोटे कपड़े छोड़कर। जो भी हिजाब और बुर्का पर रोक लगाई है उन पर कार्रवई होगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी सेक्युलर पार्टी है। लड़कियों का जो मन हैं वो पहने। जैसे इस्लामिक ड्रेस होती है वो मुस्लिम पहने. हिंदू महिलाएं साड़ी पहनती हैं सिर पर पल्लू रखती।

अब हैदराबाद में हिजाब विवादःबुर्का पहनकर परीक्षा देने गई छात्राओं को रोका गया, गृह मंत्री के बयान से मामले ने पकड़ा तूल

#burqa_controversy_hyderabad_college 

कर्नाटक का हिजाब विवाद तो याद होगा आप लोगों को।हालांकि, कर्नाटक में हिजाब का विवाद अब शांत होता दिख रहा है। वहीं तेलंगाना के हैदराबाद में ऐसे ही एक मामले को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है। हैदराबाद के एक कॉलेज में बुर्का पहनकर एग्जाम देने गई छात्राओं को परीक्षा में शामिल होने से रोकने का मामला सामने आया है। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा और बुर्का उतारने के बाद ही एग्जाम में बैठने दिया गया।

छात्राओं ने आरोप लगाया कि केवी रंगा रेड्डी डिग्री कॉलेज फॉर वूमेन के कर्मचारियों ने उन्हें परीक्षा में बैठने से मना कर दिया। मुस्लिम छात्रों ने यह भी कहा कि परीक्षा देने से पहले उन्हें आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा। छात्राओं ने बताया कि उन्हें बुर्का उतारने के लिए फोर्स किया गया और कहा गया कि एग्जाम हाल में बुर्का पहनकर नहीं जा सकते। आपको अंदर बुर्का उतारकर आना होगा, एग्जाम खत्म होने के बाद बाहर फिर पहन सकते हैं।

तेलंगाना के गृह मंत्री ने पकड़ा अलग ट्रैक

इस विवाद में तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली का भी बयान आया है। मंत्री ने कहा कि महिलाओं को जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए। जब उनसे केवी रंगा रेड्डी कॉलेज में हुई घटना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं छोटे कड़े पहनती हैं तो समस्या होती है।

महिलाओं को जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए- मोहम्मद महमूद

गृह मंत्री मोहम्मद ने कहा कि हमारी नीति बिल्कुल धर्मनिरपेक्ष नीति है। हर किसी को अपनी इच्छानुसार पहनने का अधिकार है। लेकिन, किसी को हिंदू या इस्लामी प्रथाओं के अनुसार पोशाक पहनना चाहिए। लेकिन ड्रेस यूरोपियन कल्चर की तरह मत पहनिए। विशेष रूप से महिलाओं को चाहिए कि वे छोटे कपड़े न पहनें और उन्हें जितना हो सके खुद को ढंकना चाहिए। इस्लामिक या हिंदू संस्कृति के हिसाब से ड्रेस पहनिए, जिसमें ज्यादा हिस्सा कवर होता है।

बता दें कि बुर्का पहनकर परीक्षा देने से रोके जाने पर छात्राओं के परिजनों ने गृहमंत्री महमूद अली के पास कॉलेज के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि छात्राएं कुछ भी पहन सकती है, सिवाय विदेशों की तरह छोटे-छोटे कपड़े छोड़कर। जो भी हिजाब और बुर्का पर रोक लगाई है उन पर कार्रवई होगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी सेक्युलर पार्टी है। लड़कियों का जो मन हैं वो पहने। जैसे इस्लामिक ड्रेस होती है वो मुस्लिम पहने. हिंदू महिलाएं साड़ी पहनती हैं सिर पर पल्लू रखती।

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम व लाइब्रेरी का नाम बदलने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, जिनका अपना इतिहास नहीं वे पूरा समृद्ध संस्कृति व इतिहास को मिटाने पर हैं उतारू



केंद्र सरकार ने शुक्रवार को दिल्ली के तीन मूर्ति भवन स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम व लाइब्रेरी (NMML) का नाम बदल दिया। इसका नया नाम प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी (PMMS) कर दिया। सोसाइटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एक बैठक में नाम बदलने का फैसला किया गया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस फैसले पर कहा- जिनका अपना इतिहास नहीं है, वे दूसरों के इतिहास और संस्कृति को मिटाने पर उतारू हैं। स्मारक का नाम बदलने का प्रयास आधुनिक भारत के निर्माता और लोकतंत्र के निर्भीक संरक्षक पंडित जवाहरलाल नेहरू के व्यक्तित्व को छोटा नहीं कर सकता। यह भाजपा-RSS की ओछी मानसिकता और तानाशाही रवैये को ही दर्शाता है।

पिछले साल अप्रैल में प्रधानमंत्री संग्रहालय बनाया गया

इससे पहले 2016 में पीएम मोदी ने परिसर में भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय स्थापित करने का विचार किया था। कांग्रेस के विरोध के बावजूद, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी परिसर में प्रधानमंत्री संग्रहालय बनाया गया। 21 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। तब भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया था।

21 अप्रैल, 2022 को PM मोदी ने इसी परिसर में प्रधानमंत्रियों को समर्पित संग्रहालय का उद्घाटन किया गया था। इसमें देश के सभी प्रधानमंत्रियों की जानकारी दी गई है।

संस्कृति मंत्रालय ने नाम बदलने की जानकारी दी

संस्कृति मंत्रालय ने शुक्रवार को प्रेस रिलीज में बताया तीन मूर्ति भवन, जहां NMML स्थित है। यहां नेहरू सहित भारत के सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को प्रदर्शित करने वाला प्रधानमंत्री संग्रहालय भी है। पहले इस संग्राहालय का नाम नेहरू मेमोरियल म्यूजियम व लाइब्रेरी था, अब इसे बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी कर दिया गया है।

पंडित नेहरू का आधिकारिक निवास रहा यह भवन

एडविन लुटियंस के शाही राजधानी के हिस्से के रूप में 1929-30 में बना तीन मूर्ति हाउस भारत में कमांडर-इन-चीफ का आधिकारिक निवास था। अगस्त 1948 में यह स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास बन गया। 27 मई 1964 को नेहरू का निधन हो गया। पंडित नेहरू 16 साल तक यहां रहे थे।

1948 में यह स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास बन गया। पंडित नेहरू की 75वीं जयंति पर 14 नवंबर को इसे स्मारक बना दिया गया था।

1948 में यह स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास बन गया। पंडित नेहरू की 75वीं जयंति पर 14 नवंबर को इसे स्मारक बना दिया गया था।

1964 में नेहरू स्मारक संग्रहालय बनाया गया था

नेहरू के निधन के बाद तत्कालीन सरकार ने फैसला किया कि तीन मूर्ति हाउस जवाहरलाल नेहरू को समर्पित किया जाना चाहिए। तब की सरकार ने इसमें एक संग्रहालय और एक पुस्तकालय बनाने का प्रस्ताव रखा।

14 नवंबर, 1964 को नेहरू की 75वीं जयंती पर तत्कालीन राष्ट्रपति एस. राधाकृष्णन ने तीन मूर्ति भवन राष्ट्र को समर्पित किया और नेहरू स्मारक संग्रहालय का उद्घाटन किया। इसके दो साल बाद, संस्था के प्रबंधन के लिए NMML सोसायटी की स्थापना की गई और तब से यही बनी हुई थी।

सोसाइटी के अध्यक्ष PM मोदी 

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।

आंधप्रदेश में YSR कांग्रेस के सांसद की पत्नी और बेटे का अपहरण, फिरौती देने गए सांसद के दोस्त को भी किडनैपर्स ने बनाया बंधक, पुलिस ने तीनों को छु

आंधप्रदेश में YSR कांग्रेस के सांसद एमवीवी सत्यनारायण की पत्नी और बेटे के अपहरण का मामला सामने आया है। फिरौती देने गए सांसद के दोस्त को भी किडनैपर्स ने पकड़ लिया। हालांकि शिकायत मिलने के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने तीनों को किडनैपर्स के चंगुल से छुड़वा लिया। घटना 13 जून की है।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, विशाखापत्तनम के पुलिस कमिश्नर सीएच त्रिविक्रम वर्मा ने बताया- मंगलवार (13 जून) को सुबह 8 बजे उनके पास YSR कांग्रेस पार्टी के सांसद एमवीवी सत्यनारायण का फोन आया। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी, बेटे और पेशे से ऑडिटर दोस्त वेंकटेश्वराव का अपहरण कर लिया गया है।

YSR कांग्रेस के सांसद एमवीवी सत्यनारायण राजनेता होने के साथ-साथ फिल्म प्रोड्यूसर भी हैं। उनकी कंपनी का नाम एमवीवी सिनेमा फिल्म प्रोडक्शन कंपनी है।

बेटा घर पर अकेला था

पुलिस ने बताया कि अपहरणकर्ता मंगलवार को सत्यनारायण के घर में उस समय घुसे जब सांसद का बेटा और पत्नी अकेले थे। किडनैपर्स ने सत्यनारायण की पत्नी से सोना और नकदी भी छिन ली और उन्हें किडनैप करके ले गए।

कुछ देर बाद सांसद सत्यनारायण के घर पेशे से ऑडिटर दोस्त वेंकटेश्वराव पहुंचे। उन्होंने देखा कि घर में कोई नहीं है। उसी दौरान उनके पास एक फोन आया और उन्हें किडनैपिंग की जानकारी दी गई। किडनैपर्स ने उनसे फिरौती की मांग की।

किडनैपर्स इससे पहले सांसद के बेटे शरत चंद्र के बैंक अकाउंट से भी पैसे ट्रांसफर करवा चुके थे। इसके बाद उन्होंने सांसद के दोस्त वेंकटेश्वराव से भी पैसों की डिमांड की। वेंकटेश्वराव जब उन्हें पैसे देने गए तो उन्हें भी किडनैप कर लिया गया।

17 टीमों ने कुछ घंटों में आरोपियों को पकड़ा

शिकायत मिलने के बाद हमने फौरन 17 टीमों को शहर की सीमा पर तैनात कर दिया। पदबनबम पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को तब पकड़ा जब वे भाग रहे थे। तीनों को उनके चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया गया है। वेंकटेश्वराव और सांसद के बेटे शरत चंद्र को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस ने दो आरोपियों हेमंत और राजेश को गिरफ्तार किया है।

मुख्य आरोपी की पहचान 

पुलिस ने बताया कि किडनैपिंग मामले में मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है। उसका नाम हेमंत कुमार है। उस पर हत्या और अपहरण समेत 12 मामले दर्ज हैं। वह 15 दिन पहले ही जेल से छुटकर बाहर आया था। कुल 7 किडनैपर्स थे, जिनमें दो को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया गया है। बाकी की तलाश जारी है।

उत्तराखंड के चार धाम यात्रा में खलल डाल सकता है चक्रवाती तूफ़ान बिपरजॉय, पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा-ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट जारी

उत्तराखंड में मौसम शुष्क है और चटख धूप भीषण गर्मी का एहसास करा रही है। हालांकि, आज 17 जून से प्रदेश में मौसम के करवट बदलने के आसार हैं। गुजरात पहुंचने के बाद बिपरजॉय का असर उत्तर भारत के राज्यों में भी दिखने की आशंका है।

चारधाम समेत पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा-ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट

उत्तराखंड में आज से चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का अप्रत्यक्ष प्रभाव नजर आ सकता है। जिसके चलते प्रदेश में कहीं-कहीं अंधड़ और तीव्र बौछारों की आशंका है। खासकर चारधाम समेत पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा-ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही अगले तीन दिनों में प्रदेश में भारी वर्षा को लेकर भी चेतावनी दी गई है।

मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास

प्रदेश में जून की शुरुआत से ही मौसम शुष्क है और पारा लगातार चढ़ रहा है। ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा दर्ज की जा रही है। शुक्रवार को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने के कारण भीषण गर्मी से जन-जीवन बेहाल रहा। हालांकि, आज से प्रदेश में कहीं-कहीं मौसम करवट बदल सकता है।

बिपरजॉय चक्रवात के कारण अंधड़ और भारी वर्षा के आसार

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का अप्रत्यक्ष असर उत्तराखंड में भी दिख सकता है। वायुमंडल में चक्रवात के कारण नमी बढ़ने और निम्न दबाव क्षेत्र उत्पन्न होने के कारण वर्षा वाले बादल विकसित हो सकते हैं।

शनिवार से ही उत्तराखंड में बिपरजॉय चक्रवात के कारण अंधड़ और भारी वर्षा के आसार बन रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी वर्षा व ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, निचले इलाकों में 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की चेतावनी है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चारधाम यात्रा मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

शहर, अधिकतम, न्यूनतम

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