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*रायबरेली में बनेंगे आठ नए विद्युत उपकेंद्र उपभोक्ताओं को मिलेगी लो वोल्टेज और ट्रिपिंग से राहत*


रायबरेली- जल्द ही जिले में 8 नए विद्युत उपकेंद्र बनने जा रहे हैं नए उपकेंद्र बन जाने से उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज एवं ट्रिपिंग से राहत मिल जाएगी। विद्युत विभाग ने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया। जिलाधिकारी ने कमेटी गठित कर उप जिलाधिकारियों को जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। इस पर जमीन चिन्हित करने का कार्य शुरु हो गया है।

अब नए विद्युत उपकेंद्र बनने से लो वोल्टेज एवं ट्रिपिंग से जल्द ही विद्युत उपभोक्ताओं को राहत मिल जायेगी। जिले में आठ नए उप केंद्र बनने जा रहे हैं ।नए उपकेंद्र बन जाने से जिले के लाखों उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। वही निर्बाध आपूर्ति भी हो पाएगी क्योंकि लंबी लाइनें होने के कारण या तो लाइने ब्रेकडाउन में रहती हैं या लो वोल्टेज उपभोक्ताओं तक पहुंचता है।वहीं कई उपकेंद्र ऐसे हैं जो ओवरलोड हैं एवं उनकी लाइनें भी काफी लंबी है,लेकिन अब उपभोक्ताओं के लिए राहत मिलेगी। विद्युत विभाग ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। जिलाधिकारी ने उप जिला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द विभाग को जमीन हस्तांतरित कर दी जाए। जमीन चिन्हित करने का कार्य शुरु हो गया है जमीन मिलते ही उपकेंद्र बनने का काम शुरू हो जायेगा और वर्ष 2024 में विद्युत उपकेंद्र कार्य करना शुरू कर सकेंगे।

इन स्थानों में बनेंगे उपकेंद्र

विद्युत वितरण खंड प्रथम में गंगागंज ,मऊगर्वी,राजघाट, पुरवा पिण्ड में उप केंद्र बनेगे जिनकी लागत 5 करोड़ एवं क्षमता 5 एमबीए की होगी।

इसी तरह विद्युत वितरण मण्डल द्वितीय में राही ब्लाक के रायपुर महेरी में 5 एमबीए की क्षमता का 5 करोड़, ऊंचाहार ब्लॉक के प्रयागपुर, दीन शाह गौरा ब्लॉक के थुलरई, लालगंज ब्लाक के अंबारा पश्चिम में 10 एमबीए की छमता के 8 करोड़ की लागत से विद्युत केंद्र बनाए जाएंगे।

क्या बोले जिम्मेदार

विद्युत वितरण मंडल प्रथम अधीक्षण अभियंता यदुनाथ राम एवं द्वितीय रामकुमार ने बताया नए उपकेंद्र बन जाने से उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति की जा सकेगी एवं अन्य उपकेंद्रों की ओवरलोडिंग की समस्या समाप्त हो जाएगी

*स्ट्रीट बज की खबर का हुआ असर बहाल हुई ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत आपूर्ति*


रायबरेली- बृहस्पतिवार को सुबह आई आंधी तूफान ने बिजली व्यवस्था चरमरा गई थी लाइने ध्वस्त हो गई थी जिसकी खबर स्ट्रीट बज ने 36 घंटे बाद भी नहीं बहाल हो पाई ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद बिजली विभाग के अधिकारी हरकत में आए ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति बहाल कराई।

आंधी में ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ध्वस्त हो गई थी अधिकारी सामान होने का का बहाना बताकर पल्ला झाड़ रहे थे लेकिन खबर छपते ही विभाग के अधिकारी हरकत में आए अभियंता एवं अवर अभियंताओं को संविदा कर्मियों के साथ फील्ड पर जाकर लाइने दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। निर्देश मिलते ही अवर अभियंता संविदा कर्मियों के साथ कदमताल करते हुए देर शाम विद्युत आपूर्ति बहाल कर पाए। केवल वही गांव बचे हैं जहां खंबे टूटे हैं या ज्यादा नुकसान है वहां अब स्टोर से सामान मिलने के बाद आपूर्ति शुरू हो पाएगी उप केंद्र जमुनापुर, गदागंज , जगतपुर, डीह,सलोन सहित कई उपकरणों की विद्युत आपूर्ति प्रभावित थी

इस संबंध में अधीक्षण अभियंता रामकुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों की आपूर्ति बहाल कर ली गई है जहां खंबे टूटे हैं एक-दो दिन में वहां की भी आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

*आंधी तूफान ने मचाई भारी तबाही,ग्रामीण क्षेत्रों की बत्ती गुल*


रायबरेली। आंधी तूफान ने जमकर तबाही मचाई कहीं पेड़ घर पर गिरे तो कहीं पोल पर कहीं तार पर जिसके कारण बिजली व्यवस्था बिल्कुल धराशाई हो गई है। सबसे ज्यादा पुल टूटने की सूचना ग्रामीण क्षेत्रों से आ रही है जहां बिजली पहुंचने में सप्ताह भर का समय लग सकता है वहीं आंधी तूफान ने विभाग के करोड़ों रुपए का नुकसान कर डाला।

बृहस्पतिवार सुबह 9 बजे के आसपास आंधी तूफान ने जमकर तबाही मचाई शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक की बत्ती गुल हो गई। पेड़ गिरने के कारण कल जगह पोल टूट गए। पोल टूटने के कारण बिजली व्यवस्था धराशाई हो गई। शहर में भी कल जगह पेड़ गिरे जिसके कारण कई घंटों के लिए बत्ती गुल हो गई।

आनन-फानन में संविदा कर्मी अवर अभियंताओं ने मोर्चा संभाला देर शाम शहर की विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई। लेकिन ग्रामीण अंचलों में उप केंद्र गुरबक्श गंज ,लालगंज ,सरेनी, कटघर ,डलमऊ ,गदागंज ऊंचाहार ,जमुनापुर, जगतपुर शिवगढ़ हरचंदपुर बछरावां सहित कई उप केंद्रों के लाइनों के खंबे टूट जाने के कारण बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। संविदा कर्मी आंधी समाप्त होने के बाद से लगे हैं लेकिन अभी एक भी फीडर की आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। वहीं उपकेंद्रों को स्टोर से पोल तार व अन्य सामान मिलने का इंतजार है।समान मिलने के बाद ही ग्रामीण अंचलों की बिजली व्यवस्था बहाल हो पायेगी।

क्या बोले जिम्मेदार

इस संबंध में विद्युत अधीक्षण अभियंता प्रथम यदुनाथ राम एवं द्वितीय रामकुमार ने बताया कि करीब 800पोल टूटने की सूचना मिली है। स्टोर से पोल तार एवं अन्य सामान की ब्यवस्था कराई जा रही है। जल्द ही आपूर्ति बहाल करा दी जाएंगी।

*विद्यालय में 'गुरुजी' मिले गायब, छात्रों की उपस्थिति कम मिलने पर बीएसए ने जताई नाराजगी*


रायबरेली।बुधवार को जिले के बेसिक विभाग के मुखिया जब विद्यालयों की जांच करने पहुंचे तो कहीं पर बच्चे कम मिले तो कहीं गुरु जी गायब थे। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। जिले में शिक्षा व्यवस्था के हालात का जायजा लेने पहुंचे बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने जिले के कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। विद्यालयों का निरीक्षण करने पहुंचें बीएसए को सुबह-सुबह एक विद्यालय में शिक्षक अनुपस्थित मिले। विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम होने पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आप लोग अपने यहां पर छात्रों की संख्या बढ़ाएं।  

बीएसए ने बुधवार को बीईओ राही बृजलाल, डीसी एमडीएम विनय तिवारी के साथ में विद्यालयों का निरीक्षण किया। सुबह करीब सवा सात बजे वह राही ब्लॉक के कम्पोजिट विद्यालय जगदीशपुर पहुंच गए और वहां पर छात्रों की प्रार्थना में शामिल हुए। यहां पर विद्यालय समय तक में कई शिक्षक नहीं पहुंचें थे, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई। इसके बाद में उन्होंने कम्पोजिट विद्यालय भुएमऊ का निरीक्षण किया। 

यहां पर छात्रों के साथ में प्रार्थना में शामिल हुए। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय जमुनिया पहुंचें यहां पर उन्होंने छात्रों का निपुण टेस्ट किया। विद्यालय की बेहतर व्यवस्था पर उन्होंने प्रधानाध्यापिका प्रीति वर्मा के कार्यों की सराहना की। इसके बाद में प्राथमिक विद्यालय कचनावां पहुंचें, यहां पर छात्रों की उपस्थिति कम होने पर नाराजगी जताई और शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिए। इसके बाद में निरीक्षण करने के लिए आंटी नौगवां का निरीक्षण किया। गौरा के इमली तरहा और गौरापुर विद्यालय में छात्रों की संख्या कम होने पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने शिक्षकों से उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए।

क्या बोले बीएसए

बी एस ए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की बच्चो को निपुण भारत के तहत निखारने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही साथ बच्चो की उपस्थित पर भी जोर दिया जा रहा है। सभी को अपने कार्य में सुधार की जरूरत है।

जेई मेंस में संशिक्षा के छात्रों ने लहराया परचम


संशिक्षा के 35 छात्रों का जेईई मेंस में 90 से अधिक परसेंटाइल

रायबरेली।जेईई मेंस के रिजल्ट में संशिक्षा एकेडमी के 35 से ज्यादा छात्रों ने जी मेंस में अच्छा प्रदर्शन किया ।इन बच्चों को इस रिजल्ट के आधार पर

ऐन आई टी में दाखिला मिलेगा।

साथ में जेईई एडवांस्ड का एग्जाम देने का मौका मिलेगा जीसे आई आई टी में दाखिला मिल सकेगा |संशिक्षा एकेडमी के निदेशक अभिषेक निरंजन और नीरज सोनी ने बताया कि छात्र प्रांजल गुप्ता 99.58, सिद्धार्थ का 99.57, भव्या का 99.33 ,हर्षित का का 99.30 , प्रणव कृष्णा का 98.83,अभय चौहान का 98.33, आकांशा पटेल का 97.8, प्रियश पटेल का 97.83, रफत आलम का 96.95, कुशाग्र सिंह का 96.89, रितिका सिंह का 96.2,ज्योत्सना वर्मा का 95.74, आर्यन सिंह का 94.96, नील गुप्ता का 94.94, परसेंटाइल आया है।

इनके अलावा संस्थान के 35 से ज्यादा छात्रों का अच्छा परसेंटाइल आया है, जोकि जेईई एडवांस की परीक्षा में बैठेंगे। अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सेंटर हेड संजय कुमार ने शुभकामनाएं दी । साथ ही जेईई एडवांस की परीक्षा की तैयारी मन लगाकर करने का सुझाव दिया है।एकेडमी के निदेशक अभिषेक निरंजन और नीरज सोनी ने इसका श्रेय शिक्षकों की मार्गदर्शन और बच्चों के अथक प्रयास को दिया |

एनटीपीसी में नियम तक पर कोयले की पोकलैंड से कोयले की अनलोडिंग


रायबरेली। रेलवे के नियमों को दरकिनार कर एनटीपीसी ऊंचाहार अपने कोल यार्ड में कोयले की अनलोडिंग पोकलेन मशीन से करा रही है। इसके चलते रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। रेलवे के नियमों के अनुसार मालगाड़ी के डिब्बों से पोकलेन मशीन के जरिए कोयले को नहीं खाली किया जा सकता है। ऐसा किया जाना रेलवे के नियमों के विरुद्ध होता है।

पोकलेन मशीन से रेलवे के वैगनो को खाली किए जाने पर वैगनो में लगे लोहे के चद्दर फट जाते हैं। इसके चलते ही रेलवे ने अपने मालगाड़ी के डिब्बों को मशीन से खाली करने पर रोक लगा रखी है।

एनटीपीसी के अंदर कोयले के डिब्बों को ट्रिपलर से खाली किए जाने की व्यवस्था है लेकिन अधिक मात्रा में कोयले की रैक के आने पर पोकलेन मशीन के जरिए कोयले की रैक खाली कराई जा रही है। इसको लेकर एनटीपीसी के एजीएम कोल आरपी सिंह से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

क्या बोले जिम्मेदार

 वही इस संबंध में एनटीपीसी के पी आर ओ का कार्य दिख रही कोमल शर्मा से भी इसको लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह सब सामान्य बात है।

फिर ग्रिड ने घटाई मांग, 551 मेगावाट का घटाया बिजली उत्पादन


ऊंचाहार/रायबरेली भीषण गर्मी में एक ओर जहां उपभोक्ता बिजली के लिए परेशान हैं।तो वहीं राज्य सरकारें बिजली खरीदने को तैयार नहीं है। जिसके कारण ग्रिड ने बिजली की मांग घटा दी है ।इससे एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना में 551 मेगा वाट का विद्युत उत्पादन घटाया है।

गर्मी शुरू होने के साथ बिजली की मांग बढ़ी हुई है ।आम उपभोक्ता बिजली कटौती को लेकर परेशान है। दूसरी तरफ राज्य सरकारों ने बिजली खरीदने से इनकार कर दिया है ।जिसके कारण पर्याप्त संसाधन होने के बावजूद बिजली का उत्पादन घटाया जा रहा है। बिजली की मांग न होने के कारण एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना ने 551 मेगा वाट का विद्युत उत्पादन घटा दिया है ।बताया जाता है। कि उत्तरी ग्रिड के नियंत्रक नॉर्दन रीजन लोड डिस्पैच सेंटर ने ऊंचाहार परियोजना को बिजली उत्पादन घटाने का निर्देश दिया था।

जिसके बाद परियोजना प्रबंधन ने सभी यूनिट दुरुस्त होने के बावजूद उन्हें आधे भार पर चलाने का निर्णय लिया है । ऊंचाहार परियोजना में कुल उत्पादन क्षमता 1550 मेगा वाट होने के बावजूद शुक्रवार को सभी छः यूनिटों को 999 मेगा वाट केभार पर चलाया जा रहा है।

शुक्रवार का उत्पादन

शुक्रवार को एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना में मध्यान्ह 4 बजे विभिन्न यूनिटों का यह उत्पादन था।यूनिट एक को 210 मेगावाट के सापेक्ष 124 मेगा वाट, यूनिट नंबर 2 को 210 मेगा वाट के सापेक्ष 122 मेगा वाट ,यूनिट नंबर 3 को 210 मेगा वाट के सापेक्ष 168 मेगा वाट, यूनिट नंबर 4 को 210 मेगा वाट के सापेक्ष 158 मेगा वाट ,यूनिट नंबर 5 को 210 मेगा वाट के सापेक्ष 127 मेगा वाट और यूनिट नंबर 6 को 500 मेगा वाट के सापेक्ष 300 मेगा वाट के भार पर चलाया जा रहा था।

वहीँ इस बावत एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि विजली उत्पादन मांग के अनुसार किया जाता हैं।उत्पादन घटता बढ़ता रहता है।

यहां तो रास्ते में लटक रहे विद्युत वायर मौत को से रहे दावत


सताँव,रायबरेली। क्षेत्र के पोरई विद्युत उपकेंद्र के माध्यम से मलिकमऊ चौबारा से पूरे लमई गाँव के लिए जाने वाले रास्ते में गई विद्युत लाइन के तार खम्भों मे इतना हैं कि कोई भी व्यक्ति खड़े होने पर इन तारों को छू सकता है। यद्धपि खंभे पूरी लंबाई के लगे हैं, लेकिन दिहाड़ी पर काम करने वाले लाइनमैनों ने पूरे लंबई जाने वाली लाइन के तार, खंभो में काफी नीचे बांध दिये।

यदि यही तार अपेक्षित ऊंचाई पर बँधे होते तो समस्या न होती लेकिन मौजूदा स्थिति यह है कि जरा सी चूक होने पर खेतों मे काम करने वाले लोगो के साथ साथ रास्ते में आने जाने वाली राहगीर भी इसकी चपेट मे आ सकते हैं। यह लाइन कभी भी, किसी के लिए खतरा बन सकती है।

इस समस्या का समाधान कराने के लिए ग्रामीणों ने अनेक बार स्थानीय विद्युत उपकेंद्र पर शिकायत की, लेकिन किसी ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।

उल्लेखनीय है कि विगत शुक्रवार को ग्राम पंचायत मलिक मऊ चौबारा में आयोजित ग्राम चौपाल में इस समस्या के समाधान के लिए पीड़ित ग्रामीणों ने शिकायत की गई थी, तब वहां मौजूद रहे अवर अभियंता ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया था की एक सप्ताह में समस्या का समाधान कर दिया जायेगा लेकिन सप्ताह गुजर गया समाधान तो दूर विभाग का कोई कर्मचारी शिकायत की जांच तक, करने नही आया।

इस संदर्भ में अवर अभियंता से बात की गई तो उन्होंने कहा की कार्य की अधिकता के कारण नियत समय पर समाधान नहीं हो सका, शीघ्र ही समस्या का समाधान कर दिया जायेगा।

मलिकमऊ चौबारा के प्रधान प्रतिनिधि विनोद कुमार त्रिवेदी ने कहा है कि यदि इस लाइन की चपेट में आकर कोई जनहानि हुई तो इसकी जवाबदेही स्थानीय विद्युत उपकेंद्र की होगी, क्योंकि इस संबध में कई बार विभाग को जानकारी दी गई, परन्तु विभाग कुंभकरणी नींद में अभी भी सोया हुआ है।

एक माह से जला है ट्रांसफार्मर

शिवगढ़।भवानीगढ़ शिवगढ़ मार्ग पर स्थित दामोदर खेड़ा में करीब एक माह से ट्रांसफार्मर फुंका पड़ा है।जिससे करीब दर्जन भर कनेक्शन धारक उपभोक्ता परेशान हैं l वैकल्पिक व्यवस्था के तहत विभाग द्वारा कई दिन बाद वहां मोबाइल ट्राली ट्रांसफार्मर खड़ा कर दिया गया l

ट्रांसफार्मर कब बदला जायेगा यह बताने वाला कोई नहीं मिला l जेई और एसडीओ के सीयूजी नंबर मिले ही नहीं l बड़ा सवाल यह कि यदि क्षेत्र में कोई और ट्रांसफार्मर दगा दे जाए तो दूसरा मोबाइल ट्राली ट्रांसफार्मर कहां से आयेगा l ग्रामीणों ने अविलंब ट्रांसफार्मर बदले जाने की मांग की है l

हाई बोल्टेज गर्मी में बिजली दे रही झटका , उबल रहे उपभोक्ता


रायबरेली। गर्मी का मौसम शुरू होते ही विद्युत व्यवस्था चरमराने लगी है। ओवरलोडिंग की वजह से ट्रांसफार्मर जलने लगे हैं। विद्युत वायर लटक रहें हैं। रात- रात बिजली गायब रहती है विभाग के कर्मचारी फोन बंद कर लोगों को जलता छोड़ के अपने काम में लगे रहते हैं।

उपभोक्ता हलाकान हो रहे हैं कोई सुनने वाला नही है।जैसे-जैसे गर्मी अपना असर दिखा रही है आसमान से आग बरस रही है, तापमान बढ़ रहा है वैसे वैसे ट्रांसफार्मर भी ओवर लोड होकर जल रहे हैं और लोग तपिश भरी गर्मी में रहने को मजबूर हैं।

वर्कशाप में है जले ट्रांसफार्मर की भरमार

रायबरेली।त्रिपुला वर्कशॉप मैं इन दिनों जले हुए ट्रांसफार्मर की भरमार है वर्कशॉप के जेई वरुण पटेल ने बताया कि प्रतिदिन 7 से 8 ट्रांसफार्मर आ रहे हैं लेकिन गर्मी बढ़ती है तो ट्रांसफार्मरों की क्षमता 1 दिन में 25 से 30 हो जाती है 1 सप्ताह के अंदर 56 ट्रांसफार्मर मरम्मत कर विद्युत विभाग के दोनों डिवीजन में भेजे जा चुके हैं। वही शासन के निर्देश के अनुसार 24 से 36 घंटे में जले हुए ट्रांसफार्मर को की मरम्मत कर उस स्थान पर लगाया जाता है लेकिन अगर जले ट्रांसफार्मरों की संख्या ज्यादा हुई तो लगाने में समय लग सकता है।

क्या बोले जिम्मेदार

विद्युत विभाग के सेकंड डिवीजन के अधीक्षण अभियंता रामकुमार ने बताया कि जो भी ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत उपभोक्ताओं द्वारा की जाती है उनको 24 से 36 घंटे में बदल कर मरम्मत ट्रांसफार्मर लगाने के लिए अवर अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं।

रात नहीं मिली बिजली ,परेशान हुए ग्रामीण

डलमऊ।कड़ाके की धूप और भीषण गर्मी के चलते बिजली भी आंख मिचौली का खेल-खेल रही है। गुरुवार को कटघर विद्युत उपकेंद्र से सैदनपुर जाने वाली विद्युत लाइन करीब 15 घंटा गायब रही। गर्मियों चिलचिलाती की धूप के चलते जब करीब 15 घंटे बिजली कटी तो ग्रामीणों ने अधिकारियों को जमकर फोन मिलाए, लेकिन अधिकारियों ने ग्रामीणों का फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।

बिजली विभाग की लचर कार्यशैली के चलते ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर रहा। ग्रामीणों के मोबाइल भी बंद हो चुके है। ऐसी स्थिति में इमरजेंसी होने पर ग्रामीण अगर मदद ले भी तो किसका जब उनका मोबाइल ही बंद हो चुका है। गुरुवार को सैदनपुर गांव के करीब 700 घरों की बिजली गूल रही।

वही अधिकांश क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई संचालित रही। जेई मुकेश भारती को ग्रामीणों ने बहुत फोन किए पर उन्होंने कोई जवाब नही दिया।

इस संबंध में एसडीओ वरुण कुमार से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि तेज हवाओं के चलते बिजली की कटौती की जा रही है क्योंकि गेहूं की फसल खेतों में पक्की खड़ी है तेज हवाओं के चलते आग लगने की घटनाएं बढ़ रही है ।

राष्ट्रीय आय एवं योग्यता परीक्षा में अमावां से आठ बच्चों का हुआ चयन

रायबरेली। राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति का परीक्षा परिणाम बुधवार की शाम को जारी किया गया है। परीक्षा नियामक प्राधिकरण, प्रयागराज की तरफ से जारी किए गए परिणाम में जिले से 232 बच्चों का चयन किया गया है। अमावां ब्लॉक के विभिन्न विद्यालयों से एक करीब एक दर्जन छात्र-छात्राओं का चयन हुआ है।

 इस परीक्षा में कम्पोजिट विद्यालय पिंडारी कला के चार, उच्च प्राथमिक विद्यालय पहरेमऊ के तीन, कम्पोजिट विद्यालय जरैला और हैबतमऊ से एक-एक बच्चे का चयन हुआ है। गुरुवार को बीआरसी अमावां में उच्च प्राथमिक विद्यालय पहरेमऊ के सफल बच्चों का बीईओ रत्नामणि मिश्रा ने मुंह मीठा कराकर उन्हें बधाई दी। 

उन्होंने परीक्षा में चयनित दीपांजलि गुप्ता ,आशीष कुमार और अजीत कुमार और सहायक अध्यापिका प्रीति सक्सेना के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए तारीफ की। वहीं, कम्पोजिट विद्यालय पिंडारी कला से चयनित हुए हिमांशु यादव, सोनम, आजाद और राजकरन को बधाई देते हुए विद्यालय के स्टॉफ को भी बधाई दी। साथ ही उन्होंने विद्यालय के शिक्षक राजेश सिंह की तरफ किए जा रहे प्रयासों की प्रंशसा करते हुए कहा कि ऐसे ही उनके निर्देशन में बच्चे बेहतर तरीके से पढ़ते रहे और आगे बढ़ते रहे।

 कम्पोजिट विद्यालय जरैला से चयनित हुई छात्रा ज्योति और हैबतमऊ से चयनित हुए अंकित को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि विद्यालय के स्टॉफ की तरफ से लगातार की जा रही बेहतर पढ़ाई का नतीजा रहा है, जिले के हजारों में से इन बच्चों का चयन हुआ है। 

बता दें, कक्षा आठ में पढ़ने वाले बच्चों के लिए बीते साल नवबंर-दिसंबर में परीक्षा कराई गई थी। इसमें उत्तीर्ण हुए परीक्षार्थियों को सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने पर कक्षा नौ से 12 तक की पढ़ाई के लिए हर महीने 1000 रुपये छात्रवृत्ति दी जाएगी। इन कक्षाओं में फेल होने और पढ़ाई बीच में छोड़ने पर ये छात्रवृत्ति बंद हो जाएगी।