ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर के बच्चों की पक्षी मारने वाला जहरीला पदार्थ खाने से 7 बच्चों की बिगड़ी, हॉस्पिटल में इलाज जारी
कैमूर : जिले से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है जहां रामगढ़ थाना क्षेत्र के देवहलिय में ईट भट्ठे पर काम करने वाले गया जिले के रहने वाले मजदूरों के द्वारा पक्षी मारने के लिए गुड़ में तुरंता(जहरीला पदार्थ) मिलाकर पक्षी मारने के लिए रखा गया था। लेकिन खेलने के दौरान 7 बच्चों के द्वारा मीठा समझ कर उसे खा लिया गया। जिसके बाद अचानक बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी।
आनन-फानन में सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे जिला परिषद सदस्य बृजेश सिंह और गोल्डन सिंह स्थानीय लोगों की मदद से सातों बच्चों को इलाज के लिए मोहनिया के डॉक्टर भृगुनाथ सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार शुरू हो सका।
हालांकि इस दौरान 3 बच्चों की तबीयत अभी भी चिंताजनक है। वहीं अन्य चार खतरे से बाहर बताई जा रहे हैं। हालत खराब हुए बच्चों में अकेंद्र 10 वर्ष,आकाश 10 वर्ष,राहुल 8 वर्ष,राज कपूर 8 वर्ष,सूरज 7 वर्ष,रोहित 7 वर्ष सभी गया जिले के रहने वाले बताए जाते हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ भृगुणाथ सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉक्टर दिनेश्वर सिंह उर्फ मंटू सिंह ने बताया कि बच्चों ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। सभी का इलाज चल रहा है जिसमें तीन की हालत अभी भी गंभीर है। जबकि अन्य खतरे से बाहर हैं।
हालांकि प्वाइजन का केस है इसलिए अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता।
May 08 2023, 14:58