इलाज के लिए सिप्स हॉस्पिटल भेजे गए कटे-फटे होंठ व तालू वाले 8 बच्चे
फर्रुखाबाद। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से सोमवार को 8 बच्चों को सिप्स हॉस्पिटल लखनऊ रेफर किया गया। यह सभी बच्चे एक एम्बुलेंस से अपने जन्म से कटे होंठ एवं तालू जैसी विकृति का इलाज कराने के लिए राजधानी गए। स्माइल ट्रेन संस्था के सहयोग से इन बच्चों का इलाज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत होगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य 19 वर्ष तक के जन्मजात दोष से ग्रसित बच्चों को चिकित्सा सुविधा देना है l इसके तहत आज कटे-फटे होंठ, तालू से ग्रसित बच्चों को इलाज के लिए भेजा गया l जब इन बच्चों का इलाज हो जाएगा तब इन बच्चों के चेहरे पर अलग ही मुस्कान होगी। साथ ही इनके माता पिता को इस समस्या से निजात मिल जाएगीl
सीएमओ ने बताया कि जिन बच्चों को ऑपरेशन के लिए लखनऊ भेजा जा रहा है, उनके वापस घर आने तक आने-जाने, रहने व खाने की व्यवस्था निशुल्क रहेगी। उन्होंने अधिकाधिक लोगों से इस कार्यक्रम का लाभ लेने की अपील की है।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि कटे हुए होंठ वाले बच्चों का आपरेशन होने के समय उनकी उम्र कम से कम 3 से 6 महीने व वजन 5 किलोग्राम होना चाहिए। तालू की समस्या वाले बच्चों की उम्र 9 से 12 महीने व वजन 5 किलोग्राम होना चाहिए।
कार्यक्रम के जिला समन्वयक डी.ई.आई.सी. मैनेजर अमित शाक्य ने बताया कि जांच के बाद सभी 8 बच्चों का विशेषज्ञ चिकित्सक ऑपरेशन करेंगे।
वित्तीय वर्ष 2022 23 में जिले में योजना के तहत 26 कटे-फटे होंठ तालू कटे वाले बच्चों का, 3 जन्मजात मोतियाबिंद से पीड़ित बच्चों का, 32 टेढ़े मेढे पैर वाले बच्चों का, 6 न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, और 6 कंजेनाइटल डेफलेस का इलाज करवाया गया है l उन्होंने बताया कि आज 3 बच्चे कमालगंज ब्लॉक से, 2 नवाबगंज, 2 राजेपुर और 1 बच्चा बढ़पुर ब्लॉक से इलाज के लिए भेजा गया है l
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मोबाइल हेल्थ टीम बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर जन्मजात दोषों वाले बच्चों को चिन्हित करती है। इसके अलावा प्रसव केंद्रों पर प्रशिक्षित स्टाफ, जन्में बच्चों का गृह भ्रमण के दौरान आशा द्वारा भी ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है l
इस दौरान नवाबगंज ब्लॉक के ग्राम कुतुबुद्दीनपुर की रहने वाली 8 वर्षीय दिव्यांशी की मां निशा ने बताया कि जब यह पैदा हुई थी तो इसका तालू कटा हुआ था जिससे जो भी यह खाती वह नाक द्वारा निकल जाता साथ ही इसके दिल में भी छेद था जिसका इलाज मैंने लगभग 4 वर्ष पहले दिल्ली में कराया था उस समय मेरी बेटी को बैठने और चलते समय बहुत परेशानी होती थी जो अब ठीक हो गई है अब इसका तालू कटे का इलाज़ और हो जाए तो मेरी यह परेशानी भी दूर हो जायेगी l
कमालगंज ब्लॉक के रहने वाले 11 दिन के पियूष के पिता बृजेंद्र ने बताया कि बच्चे के जन्म पर हम सभी बहुत खुश थे लेकिन जब पता चला कि उसका होंठ और तालू दोनों कटे हैं तो सारी खुशी एक दम से चली गई आज जब मेरे बच्चे को इलाज के लिए लखनऊ भेजा जा रहा है तो लग रहा है कि मेरा बेटा भी स्वस्थ हो जायेगा l
इस दौरान उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर सी माथुर, डॉ दीपक कटारिया सहित बच्चों के माता पिता मौजूद रहे l
Apr 17 2023, 21:36