सरकारी क्रय केंद्रों पर लापरवाही के चलते खरीद न के बराबर
करनैलगंज(गोंडा)। सरकार किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों पर गेंहू बेंचने की घुट्टी दे रही है, तो गेंहू क्रय केंद्र पर लगे कर्मचारी छुट्टी मना रहे हैं।
निजी गल्ला व्यापारियों के यहां गेहूं के ढेर दिखाई देने लगे हैं वहीं सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर या तो ताला बंद मिल रहा है या सन्नाटा छाया हुआ है। जबकि बाजार में गेहूं की आमद तेज हो गई है और सरकारी क्रय केंद्रों पर लापरवाही के चलते खरीद न के बराबर हो रही है। तो व्यापारियों के यहां गेहूं के बड़े-बड़े ढेर दिखाई दे रहे हैं।
करनैलगंज की गला फल सब्जी मंडी में लगे सरकारी गेंहू क्रय केंद्र पर शुक्रवार को ताला लटकता रहा। कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। जब क्रय केंद्र प्रभारी प्रदीप कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आज शुक्रवार को गुड फ्राइडे की छुट्टी है। इसलिए क्रय केंद्र बंद रखा गया है, क्रय केंद्र खोला जाता है अब तक 87 कुंतल गेहूं की खरीद भी हो चुकी है। इसके विपरीत यदि देखा जाए तो करनैलगंज के गल्ला व्यापारियों के यहां ट्रकों ट्रक सैकड़ों कुंटल गेहूं खरीद हो चुकी है और गेहूं खरीद जारी है। सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों पर सन्नाटे की दस्तक है। केंद्र पर लगाए गए गेहूं क्रय केंद्र के बैनर गेहूं किसानों को मुंह चिढ़ा रहे हैं और किसान क्रय केंद्रों की लापरवाही के चलते अपना गेहूं 1700 रुपए से 18 सौ रुपए में बिचौलिए या निजी दुकानदारों के हाथ बेचने को विवश है। जबकि सरकारी गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं की कीमत 2125 रूपए कुंतल है। उधर उपजिलाधिकारी हीरालाल कहते हैं कि छुट्टी के दिनों में भी क्रय केंद्र बंद नहीं होना चाहिए। यदि क्रय केंद्र बंद रखा गया है और गेहूं खरीद नहीं की जा रही है तो क्रय केंद्र प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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Apr 07 2023, 18:18