जल जीवन हरियाली अभियान के तहत क्रियान्वयन के अद्यतन स्थिति की जिलाधिकारी ने की समीक्षा बैठक, 46 योजना की विभाग से मिली स्वीकृति
गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभाकक्ष में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जिला में क्रियान्वयन के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गयी। बैठक में बताया गया कि वर्तमान समय में गया जिला पूरे बिहार में दूसरे स्थान पर है। गया जिला पिछले वर्ष पूरे बिहार में औसतन तीसरे स्थान पर रहा है
इस अभियान के विभिन्न अवयवों के तहत कराए गए कार्यों के अद्यतन स्थिति की एक एक कर संबंधित विभागीय पदाधिकारियों से जानकारी ली गई तथा आगे की कार्य योजना के संबंध में आवश्यक दिशा निदेश दिया गया। इस अभियान के तहत जिला में 1563 जल संरचनाओं (तालाब/पोखर) को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। इसके साथ ही 262 कुआ पीएचइडी द्वारा, 1660 कुआ पंचायत राज विभाग द्वारा, 65 कुआ नगर निगम द्वारा जीर्णोद्धार किया गया है। जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इस वर्ष बारिश के पहले शेष बचे हुए को का जीर्णोद्धार शत प्रतिशत करवाना सुनिश्चित करें।
लघु सिंचाई विभाग द्वारा अब तक 5 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले कुल 46 योजना की विभाग से स्वीकृति मिली है इन सभी योजना को इस वर्ष मई महीने तक पूर्ण कर ली जाएगी। आहर पोखर निर्माण के लिए 32 योजना का टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है, जिसमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट राजबंध बांध प्रोजेक्ट है। यह 3 किलोमीटर का लंबा पाइन है। इसमें वाटर स्टोरेज सबसे अधिक है। पहाड़ के चारों तरफ से यह बांध गिरा हुआ है लुटवा सीआरपीएफ कैंप के समीप यह बांध निर्माण करवाया जा रहा है। इसमें लगभग 200000 mq (दो लाख एमक्यू) से ऊपर पानी पस्तोर किया जाएगा जिससे लगभग 1807 हेक्टेयर का सिंचाई किया जा सकेगा। यहां सालों भर कम से कम 5 फीट से ऊपर पानी उपलब्ध रहेगा। इस कार्य को हर हाल में इस वर्षा के सीजन के पहले पूर्ण करने का निर्देश दिए हैं। इस बांध के निर्माण होने से उस क्षेत्र में भूगर्भ जल स्तर में काफी सुधार होने की संभावना है।
इसके उपरांत बताया गया कि वजीरगंज प्रखंड में महूए टाल फतेहपुर में हधहदवा आहार का निर्माण 80% पूर्ण कर लिया गया है यह लगभग 10 से 12 किलोमीटर में फैला हुआ है। जानकारी लेने पर कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई ने बताया कि आहर पेन के निर्माण हेतु वर्तमान समय में 20 योजना में कार्य चल रहा है। गारलेंन ट्रेंच के समीक्षा के दौरान बताया गया कि जया जिले में कुल 5 योजना को पूर्ण किया गया है वर्तमान समय में एक योजना नीमचक बथानी क्षेत्र में कार्य चल रहा है तथा इस वित्तीय वर्ष में 8 गारलेंन ट्रेंच निर्माण के लिये तकनीकी स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। प्रशासनिक स्वीकृति लंबित है, जिसमें मुख्य रूप से डुमरिया प्रखंड के भंगिया पंचायत एवं नदौरा पंचायत के चौरा गांव में योजना शामिल है।
बैठक में उप विकास आयुक्त ने कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि मानपुर प्रखंड के बीजू बीघा के बड़का आहर की साफ-सफाई तथा मंडीहां खुर्द पोखर की साफ-सफाई अति शीघ्र करवाना सुनिश्चित करें। ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से इस वर्ष हर पंचायत में दो दो तालाब निर्माण कराने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है जिसे लेकर कुल 640 तालाबों का निर्माण किया जाना है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में 594 योजना छोटी-छोटी समस्या के कारण अपूर्ण है जिसे इस वर्ष हर हाल में पूर्ण करने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इस प्रकार ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस वित्तीय वर्ष में कुल 1246 तालाबों का निर्माण किया जाना है। सार्वजनिक जल संरचनाओं के समीप सोख्ता के निर्माण के समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि सार्वजनिक कुआं तथा सार्वजनिक चापाकल के समीप हर हाल में सोख्ता का निर्माण करावे ताकि भूगर्भ जल स्तर बना रहे।
वृक्षारोपण के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि अभी से ही एक तिथि निर्धारित करते हुए प्लान तैयार करें कि पूरे जिले में अभियान चलाकर अधिक से अधिक पौधारोपण कराया जा सके। टपकन सिंचाई के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा, कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि टपकन सिंचाई हेतु किसानों के बीच अधिक से अधिक जागरूक करते हुए उन्हें प्रेरित करें। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय मुखिया को भी टपकन सिंचाई के बारे में विशेष रूप से जानकारी दें ताकि उनके माध्यम से भी किसानों को बताया जा सके उन्होंने कहा कि अपने अपने क्षेत्र में आयोजित होने वाले ग्रामसभा के दौरान भी किसानों को बताएं तथा कृषि सलाहकार के माध्यम से भी जागरूक करावे। जिलाधिकारी ने इस अभियान के विभिन्न अवयवों के क्रियान्वयन से संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को योजनाओं की प्रविष्टि ससमय निर्धारित पोर्टल पर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, विभिन्न नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
Apr 04 2023, 22:53