परित्यक्त रेलवे क्वार्टर में रह रहे रेल कर्मी की मौत ने व्यवस्था पर उठाए कई सवाल, जांच में जुटी पुलिस
बेगूसराय : जिले के गढहरा स्थित पूर्व मध्य ईस्टर्न रेलवे कॉलोनी के विभाग द्वारा वर्षों से परित्यक्त घोषित किए गए बंद क्वार्टर संख्या 219 से रेल कैरेज विभाग गढ़हरा के हेल्पर पद पर कार्यरत करीब 55 वर्षीय लालबाबू कुमार के शव को उनके परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। जिससे पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है। लेकिन परित्यक्त रेलवे क्वार्टर के अंदर इस रेल कर्मी की मौत ने स्थानीय रेल अधिकारियों की कार्यशैली एवं रेलवे में व्याप्त अव्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।
बताया जाता है कि गढ़हरा रेलवे कॉलोनी के सैकड़ों पुराने रेलवे आवाज को विभाग ने तकरीबन 10 वर्ष पूर्व ही परित्यक्त घोषित कर दिया था। पिछले डीआरएम मनोज अग्रवाल के निरीक्षण के दौरान परित्यक्त रेलवे क्वार्टरों को तत्काल खाली करवाकर उसे तोड़े जाने के निर्देश के बाद इनमें से कई क्वार्टरों को दो विभाग ने तोड़वा दिया। लेकिन विभाग के अधिकारियों एवं उनके अधीनस्थ कर्मियों की मिलीभगत से कई परित्यक्त क्वार्टरों को पूर्ववत ही छोड़ दिया गया। जिसमें बरसों से ना सिर्फ रेलवे के कर्मचारी के अलावे कई अंजान चेहरे भी डेरा जमाए बैठे हैं।
सुरक्षा को लेकर भी बना है खतरा
लोग बताते हैं कि बरसों से विभाग द्वारा परित्यक्त घोषित कर दिया गया इस रेलवे आवास में न सिर्फ रेलवे के कर्मचारी वर्षों से डेरा डाले बैठे हैं। बल्कि विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से कई अंजान चेहरे भी इस आवास में वर्षों से रह रहे हैं। ऐसे में ऐसे लोग ना सिर्फ रेलवे के लिए बल्कि क्षेत्र के सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं।
रेलवे को हो रही है लाखों के राजस्व की क्षति
बताया जाता है कि विभाग के बाबूओं की सांठगांठ से इस परित्यक्त रेलवे क्वार्टर में रह रहे रेलकर्मी रेलवे आवास का सुविधा भी उठा रहे हैं। दूसरी ओर रेलवे से मिलने वाले आवास भत्ता कभी बरसों से लाभ उठा रहे हैं । ऐसे में जहां एक ओर रेलवे को इन रेलवे कॉलोनी के रखरखाव के दौरान प्रतिवर्ष लाखों रुपए पानी बिजली व अन्य मदों में खर्च करनी पड़ रही है। तो वहीं दूसरी ओर रेल कर्मियों के पिछले दरवाजे से आवास की सुविधा दिए जाने के बावजूद लाखों रुपए बेवजह आवास भत्ता के रूप में भुगतान करना पड़ रहा है।
परित्यक्त रेलवे क्वार्टर से कई बार शराब की बिक्री करते पकड़े जा चुके हैं आरोपी
लोगों की माने तो विभाग द्वारा परित्यक्त इन रेलवे आवास से आए दिनों विभिन्न तरह के गैर संवैधानिक कार्यों का भी संचालन किया जाता है। जिसमें से गढ़हरा सहायक थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कई दफा इन परित्यक्त आवासों से ना सिर्फ शराब की बरामदगी की है। बल्कि शराब बेचते एवं मौके पर मौजूद लोगों को शराब परोसे हुए भी कई आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
लेकिन रेलवे का मामला होने के कारण इस मामले में स्थानीय पुलिस कोई भी ठोस कदम उठाने में असमर्थता जाहिर करती परित्यक्त आवास को तोड़ने को लेकर अधिकारी से बातचीत की है बताया जाता है कि इस परित्यक्त रेलवे क्वार्टर के अंदर से दुर्गंध आने की सूचना पर मौके पर पहुंचे आरपीएफ के इंस्पेक्टर ने भी इन परित्यक्त आवास में रेल कर्मियों के रखे जाने पर एतराज जाहिर करते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से परित्यक्त रेलवे क्वार्टरों को तत्काल खाली करवाए जाने के लिए मोबाइल से स्थानीय रेलवे एईएन से बात की है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Mar 21 2023, 14:48