औरंगाबाद: स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम द्वारा की गई स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा
औरंगाबाद: जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद में बैठक आयोजित कर डीपीएम मो.अनवर आलम द्वारा स्वास्थ विभाग के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वित्तीय वर्ष-2022-23 में क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा बैठक की गयी. इस बैठक में जिले के सभी अस्पताल प्रबंधक एवं स्वास्थ्य प्रबंधक भाग लिए.
बैठक के दौरान डीपीएम द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी अस्पताल एवं स्वास्थ्य प्रबंधक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रभावी रूप से क्रियान्वित कराने के लिए संस्थान एवं प्रखंड स्तर पर कार्यरत सभी चिकित्सकों, स्टाफ नर्स, एएनएम एवं आशा इत्यादि के साथ नियमित रूप से प्रत्येक महीने बैठक करें. साथ ही साथ शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका जैसे विभागों के साथ अंतर विभागीय समन्वय हेतु अनिवार्य रूप से समय-समय पर बैठक आयोजित करें. उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि वित्तीय दिशा निर्देशों का पालन करते हुए ही कार्य कराया जाए. कार्य कराने के क्रम में यह ध्यान रखा जय कि राशि का न सिर्फ खर्च हो बल्कि खर्च हुए राशि से कराए गए कार्य की सार्थकता भी हो.
आगामी महीनों में गर्मी एवं वर्ष 2019 में गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक जैसी विभीषिका को ध्यान में रखते हुए बचाव हेतु डीपीएम द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी संस्थानों में आवश्यक दवाइयों के साथ-साथ वातानुकूलित वार्ड की व्यवस्था कर ली जाए. सदर अस्पताल औरंगाबाद में 30 से 40 बेड तैयार रखे जाएं साथ ही साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफरल अस्पताल सबडिवीजन अस्पताल में कम से कम 10 बेड जरूर से जरूर तैयार रखे जाएं. इस क्रम में जापानी इंसेफेलाइटिस एवं दिमागी बुखार से बचाव हेतु प्रचार प्रसार कराने का निर्देश भी दिया गया.
डीपीएम् द्वारा समीक्षा के क्रम में पाया गया कि सामान्य रूप से सभी संस्थानों में मातृ स्वास्थ्य सेवाओं के तहत संस्थागत प्रसव की संख्या कम है, सिजेरियन ऑपरेशन लक्ष्य के अनुरूप नहीं हो रहे हैं, मरीजों के अस्पताल में भर्ती से संबंधित बेड ऑक्युपेंसी रेट काफी कम है, टेलीमेडिसिन कंसल्टेशन की संख्या भी काफी कम है. इस प्रसंग में निर्देश दिया गया कि स्वास्थ्य प्रबंधक अपने स्तर पर समीक्षा करें एवं आवश्यक सुधार करें. आगामी समीक्षा बैठक में इस तरह की स्थिति पाए जाने पर कार्रवाई की जा सकती है. साथ ही साथ निर्देश दिया गया कि जिन चिकित्सकों एवं अन्य कर्मियों के द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा है अथवा कार्यों में रुचि नहीं ली जा रही है उनके संबंध में सीधे-सीधे जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय को पत्र लिखकर सूचित करें. स्वास्थ्य जैसे लोक कल्याणकारी कार्यों में चिकित्सकों एवं कर्मियों की किसी प्रकार की लापरवाही के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी.
बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य प्रबंधकों से स्वास्थय संस्थानों में कार्यरत पदाधिकारियों एवं कर्मियों की ससमय उपस्थिति के संबंध में समीक्षा की गई एवं स्वास्थ्य प्रबंधकों को निर्देशित किया गया कि वह स्वयं ससमय उपस्थित होकर प्रखंड स्तर से लेकर स्वास्थ्य उप केंद्र सरकार के पदाधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति की समीक्षा करेंगे तथा किसी अनियमितता के आलोक में आवश्यक कार्रवाई करते हुए जिला स्वास्थ समिति कार्यालय को सूचित करेंगे.
बैठक के दौरान सदर अस्पताल औरंगाबाद एवं अनुमंडलीय अस्पताल दाउदनगर तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अस्पताल, स्वास्थ्य प्रबंधक भाग लिए. जिला स्तर से जिला लेखा प्रबंधक मो. अफरोज हैदर, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक आनंद प्रकाश एवं अन्यान्य स्वास्थ्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.
Mar 18 2023, 21:42