औरंगाबाद में नल-जल की राशि गटकने वाले 35 समितियों के खिलाफ मामला दर्ज
औरंगाबाद : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी योजना नल-जल में वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समितियों द्वारा खूब अनियमितता बरती गई है। लाखों रुपये राशि की निकासी तो कर ली गई, लेकिन नल-जल का कार्य नहीं कराया गया। राशि को गटक लिया गया, लेकिन अब वैसे वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समितियों की खैर नहीं है।
नल-जल की राशि गटकने वाले 35 वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समितियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जा चुकी है। वहीं ओबरा व कुटुम्बा प्रखंड के कई वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समितियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश डीएम सौरभ जोरवाल द्वारा दिया गया है।
डीएम द्वारा सख्त आदेश दिया गया है कि जिनके द्वारा भी नल-जल में अनियमितता बरती गई है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करें और राशि की रिकवरी की कार्रवाई करें। डीएम ने बताया कि सरकारी योजनाओं में अनियमितता बरतने वाले पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर तो दर्ज करायी ही जाएगी। साथ ही साथ राशि की भी रिकवरी होगी।
जिले के 2131 वार्डों में हुआ नल-जल का कार्य, 1998 में हो रही है पेयजल की आपूर्ति
जिले के 2149 वार्डों में नल-जल का कार्य कराया जाना है। जिसमें से 2131 वार्डों में कार्य कराया जा चुका है। वहीं 1998 वार्डों में ही नल-जल से पेयजल की आपूर्ति हो रही है। शेष 89 वार्डों में पेयजल की आपूर्ति किसी तकनीकी कारण से बाधित है। कहीं नल-जल का पाईप टूटा हुआ है तो कहीं मोटर खराब है। आने वाली भीषण गर्मी को देखते हुए गुरूवार को डीएम सौरभ जोरवाल ने जिले के अधिकारियों के साथ नल-जल की समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने जिन वार्डों में नल-जल से पेयजल आपूर्ति बाधित है। उक्त वार्डों का प्राक्कलन तैयार कर जल्द से जल्द नल-जल योजना को शुरू कराने का निर्देश दिया। साथ ही डीएम ने कहा कि जिनके द्वारा राशि की निकासी कर ली गई है और कार्य नहीं कराया गया है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करें। समीक्षा में जिला पंचायत राज पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
इन वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंधन समितियों पर दर्ज हुई एफआईआर
नल-जल योजना की राशि गटकने वाले जिन वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समितियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। उनमें जिले के हसपुरा प्रखंड के पीरू पंचायत के वार्ड चार, अहियापुर पंचायत के वार्ड 3 व 10, अमझरशरीफ पुचायत के वार्ड 13, कोईलवां पंचायत के वार्ड 12 व 13, नवीनगर प्रखंड के तोल पंचायत के वार्ड चार, कुटुम्बा प्रखंड के घेउरा पंचायत के वार्ड चार व सात, जगदीशपुर पंचायत के वार्ड 13 व 6, डुमरा पंचायत के वार्ड एक व दो, पिपरा बगाही पंचायत के वार्ड एक व चार, कुटुम्बा पंचायत के वार्ड एक, सात, 12 व 15, कर्मा बसंतपुर पंचायत के वार्ड आठ, वर्मा पंचायत के वार्ड 9 व 6, देव प्रखंड के पूर्वी केताकी पंचायत के वार्ड पांच, 10, 11, 12 व 14, दाउदनगर प्रखंड के सिंदुआर पंचायत के वार्ड एक, पांच व नौ, संसा पंचायत के वार्ड दो व 14, तरारी पंचायत के वार्ड सात व 13, सदर प्रखंड के परसडीह पंचायत के वार्ड 10 के वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समिति शामिल है।
बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही समीक्षा में कुटुम्बा प्रखंड के कुछ वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समिति द्वारा नल-जल की राशि निकासी कर कार्य नहीं कराने का मामला सामने आया था। जिसके बाद एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। वहीं बुधवार को ओबरा प्रखंड के समीक्षा में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Mar 17 2023, 21:47