शीर्ष प्रबंधन से वार्ता विफल होने पर विद्युत कर्मियों की हड़ताल तय
रायबरेली।विद्युत कर्मियों ने मांगों को पूरा कराने के क्रम में कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन पूरे प्रदेश के समस्त जनपदों के साथ-साथ जिले में भी कार्य बहिष्कार जारी है ।विभिन्न वक्ताओं ने यह बताया कि अगर हमारी मांगे ना मानी गई तो 16 मार्च की रात 10 बजे से प्रदेश के समस्त अधिकारी कर्मचारी संविदा स्टाफ 72 घंटे की महा हड़ताल करने को विवश होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन की होगी।बीती 3 दिसंबर को हुए लिखित समझौते के 110 दिन से अधिक हो जाने के बाद भी लागू नहीं किया जाना निराशाजनक है।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर में शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन के रवैये की निंदा की तथा मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री से अपील की कि इस हड़ताल के रोकने हेतु प्रभावी हस्तक्षेप कर कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान कराने की मांग की।सभा स्थल पर इं० पीसी भारती अजय कुशवाहा, अमित श्रीवास्तव, इं शाबान,अजय सैनी, कैलाश सिंह यादव, वी के सिंह, मुलायम यादव, श्यामू कुशवाहा ,अमृतलाल पाल अनुज, रामकुमार, शमशेर , राजकुमार द्विवेदी ,राममिलन, नरेंद्र सिंह, प्रवीण पांडेय, सौरभ जायसवाल, विशाल वर्मा, राजकुमार , मनोज सिंह , रंजन सिंह , संकटा, बलराम , रवि गौतम, चन्द्रशेखर दुबे, चन्द्रेश पटेल, विनोद सिंह, रमेश, बजरंगी, समेत सैकड़ों संविदा कर्मी अवर अभियंता उपखंड अधिकारी अधिशासी अभियंता आदि उपस्थित रहे।
Mar 16 2023, 19:07