आओ कभी चौराहे पर, मुहिम से जुड़ने की अपील...
सामाजिक - राजनीतिक कार्यकर्ता राजेश कुमार ने लोगों को, खासकर युवाओं से
आओ कभी चौराहे पर मुहिम से जुड़ने की अपील की है। इसकी शुरुआत इन्होंने 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि के अवसर पर की थी। इसका मकसद राँची शहर में एक ऐसे मुहिम और जगह को बनाना है, जहाँ लोग अपनी बात को और अपने सवाल को, जो वह सरकार ,समाज,व्यवस्था से कहना या पूछना चाहते हैं, को बिना बोले, लिखकर लोगों के साथ साझा कर सकें।
इसके तहत प्रत्येक शनिवार की शाम 4:30 बजे शहर के अल्बर्ट एक्का चौक पर लोग अपने संदेश या सवाल जो हम सरकार , व्यवस्था या समाज से कहना या पूछना चाहते हैं, को चार्ट पेपर/ पोस्टर या अन्य में लिख कर लायें और उसके साथ एक से डेढ़ घंटे खड़ा रहें। हर व्यक्ति अपने संदेश और सवाल के लिये पूरी तरह स्वतंत्र होंगे। हाँ, अगर कुछ लोग किसी विषय पर एकमत हों तो यह आपसी समझ का विषय है। इसमें शामिल होने , यहाँ आने और अपनी बात जाहिर करने पर किसी को कोई रोक नहीं है। दो अत्यंत विपरीत बातों, विचारधाराओं या सवालों के साथ भी दो व्यक्ति एक साथ खड़े हो सकते हैं। इस मुहिम का मकसद किसी व्यक्ति, विचार या सरकार का समर्थन या विरोध करना नहीं है क्योंकि यहाँ हर किसी को अपनी बात या अपने सवाल अपने तरीके से कहने और पूछने की स्वतंत्रता है। हाँ, व्यक्ति की आजादी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को इसका केन्द्र माना जा सकता है। इसका मकसद भीड़ जमा करना नहीं है। यह लोगों कि इच्छा और विवेक पर निर्भर करता है।
राजेश कहते हैं कि लोग सवालों से भरे हैं। वे काफी कुछ सरकार, व्यवस्था और समाज से कहना और पूछना चाहते हैं। कई विषयों पर युवा अपने विचार और बात जाहिर करना चाहते हैं, लेकिन हिम्मत नहीं कर पाते हैं। अतः शहर में एक ऐसी जगह और प्लेटफॉर्म बनाने की जरूरत है, जहाँ कोई भी अपनी बात, अपने सवाल लेकर लोगों के बीच आ सके। राजेश 30 जनवरी से लगातार हर शनिवार को यह करते आ रहे हैं।
Feb 21 2023, 15:57