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झारखंड के नवनियुक्त राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन 18 या 19 फरवरी को ले सकते हैं शपथ


झारखंड के नवनियुक्त राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन 18 या 19 फरवरी को शपथ ले सकते हैं।

 इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। नवनियुक्त राज्यपाल राजभवन स्थित बिरसा मंडप में शपथ लेंगे।

राज्यपाल से पहले मुख्य न्यायाधीश का होगा शपथ ग्रहण

यह भी चर्चा है कि राज्यपाल के शपथ ग्रहण पहले झारखंड उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश का शपथ ग्रहण हो सकता है। ऐसी स्थिति में नए मुख्य न्यायाधीश ही सीपी राधाकृष्णन को राज्यपाल के पद के लिए शपथ दिलाएंगे। हालांकि अभी तक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्त नहीं हुई है।

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को भेजी अनुशंसा

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा को झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनाने की अनुशंसा केंद्र सरकार को भेज दी है लेकिन अभी तक नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं हुई है।

झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डा. रवि रंजन के 19 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने के बाद न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम कर रहे हैं।

सीपी राधाकृष्णन ने कहा-केंद्र और राज्य में करूँगा समन्वय

इधर, झारखंड के नवनियुक्त राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने काेयंबटूर हवाई अड्डे पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे केंद्र व राज्य सरकार के बीच सेतु का काम करेंगे। उन्होंने कहा है कि उन्हें झारखंड राज्य में काम करने का मौका मिला है, जहां वे आदिवासी, दलितों और गरीबों के उत्थान और प्रगति के लिए हर संभव काम करेंगे।

झारखंड सरकार नियोजन नीति को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए बगैर निकालना चाह रही है बीच का रास्ता,



  


कोशिश होगी मूल निवासी को मिले नौकरी,मैट्रिक और इंटर पास झारखंड से होने की अनिवार्यता

रांची: स्थानीयता को परिभाषित करने की कोशिशों के बीच इस बात के संकेत मिलने लगे हैं कि राज्य सरकार भले ही भाषा के मुद्दे पर समझौता कर ले लेकिन झारखंड से ही मैट्रिक और इंटर पास करने की अनिवार्यता को किसी ना किसी तरीके से जारी रखने की सोच आगे बढ़ रही है।

मूल निवासियों को ही दी जाए झारखंड में नौकरी

सत्ताधारी दल और गठबंधन के कई नेता इसके पक्षधर हैं कि झारखंड में नौकरी उन्हें ही दी जाए जो यहां के मूल निवासी हैं और जिन्होंने झारखंड से ही मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई पूरी की हो।

बता दें कि हाई कोर्ट ने स्थानीयता के आधार पर नियोजन नीति को रद्द कर दिया था। इसके खिलाफ अभी तक राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया है। इस बीच, यह स्पष्ट हो रहा है कि नीति के निर्धारण के बाद ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकती है।

इसके पूर्व कार्मिक विभाग की ओर से नीति को निरस्त करने की अनुशंसा के साथ ही पहले जिस आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया चल रही थी, उसी को जारी रखने का प्रस्ताव दिया गया था। यह प्रस्ताव सत्ताधारी गठबंधन के शीर्ष नेताओं को पसंद नहीं आ रहा है। इसी कारण से इसे अभी रोका गया है।

सरकार ने शुरू किया सर्वे

इस बीच चर्चा है कि हाई कोर्ट की ओर से निरस्त की गई नीति में भाषा के आधार पर सरकार समझौता कर सकती है। सरकार ने इसी बीच सर्वे भी शुरू कर दिया है।

नियुक्ति परीक्षा में शामिल

होनेवाले अभ्यर्थियों से इस बारे में उनका पक्ष जानने की कोशिश शुरू की गई है। माना जा रहा है कि इस सर्वे के आधार पर नीति को संशोधित करते हुए राज्य सरकार आगे कदम बढ़ाएगी।

झारखंड कांग्रेस में घमासान,प्रदेश नेतृत्व के विरोध के आरोप में प्रदेश महासचिव आलोक दुबे समेत 4 नेताओं को किया गया 6 साल के लिए निलंबित

झारखंड कांग्रेस में इन दिनों घमासान मचा है।कारण है झारखंड कांग्रेस के महासचिव आलोक दुबे और डॉ. राजेश गुप्ता समेत 4 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। जिसके बाद से पार्टी के अंदर घमासान मच गया है।

 निलम्बन का कारण बताया जा रहा है कि कांग्रेस के अनुशासन समिति ने राज्य नेतृत्व के खिलाफ गतिविधियों के लिए आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता और साधु शरण गोप के निलंबन की सिफारिश की थी।

पार्टी के विरोध में चलाये जा रहे गतिविधि में शामिल होने का भी है आरोप

इस निलंबन का कारण अनुशासन समिति ने बजह बताया है कि ये पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल थे। जिसके वजह से यह कार्रवाई हुई है।इसके साथ ही कथित तौर पर कांग्रेस के इन नेताओं को अनुशासन समिति ने चेतावनी भी दी थी इसके बावजूद ये प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोला था। 

बताया जा रहा है कि इन नेताओं से 21 दिसंबर 2022 को स्पष्टीकरण भी पूछा गया था, लेकिन 14 दिनों में सभी जवाब असमर्थ रहे, जिसके चलते एक महीने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी लेकिन प्रावधान के तहत समिति ने स्वीकार नहीं किया।

गलत बयानबाजी भी निलंबन का बातया गया कारण

इसके अलावा सभी के ऊपर गलत बयानबाजी भी निलंबन का मुख्य कारण बताई जा रही है। दरअसल, कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह के मुताबिक कारण बताओ नोटिस देने के बाद भी इन चारों ने अपना पक्ष नहीं रखा साथ ही 24 दिसंबर को बोकारो में बैठक कर संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी नेतृत्व पर गलत बयानबाजी भी की थी। इसके बाद अनुशासन समिति द्वारा इन्हें छह वर्षों के लिए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय से अनुशंसा की गई।

झारखंड के 1 और बिहार के 3 आईपीएस अधिकारी को एडीजी रैंक में किया गया शामिल, अधिसूचना जारी


केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड के एक और बिहार के तीन आईपीएस अधिकारी को एडीजी और एडीजी के समकक्ष रैंक में शामिल किए जाने को लेकर एक अधिसूचना जारी की है। गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव के हस्ताक्षर से जारी अधिसूचना के अनुसार बिहार के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी अमित कुमार, अनुपमा नीलेकर चंद्रा और कुंदन कृष्णन को एडीजी और समकक्ष बैंक में शामिल किया है। 

वहीं झारखंड से 94 बैच के ही संपत मीणा को एडीजी समकक्ष रैंक में शामिल किया गया है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए इस सूची में कुल 33 आईपीएस अधिकारियों के नाम शामिल हैं।

झारखंड के नए राज्यपाल बने सीपी राधाकृष्णन,रमेश बैस को भेजा गया महाराष्ट्र,जानिए और किस राज्य में किन्हें बनाया गया महामहिम

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड सहित 13 राज्यों के राज्यपाल को बदल दिया है। सीपी राधाकृष्णन को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है। वहीं, झारखंड के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

छह जुलाई 2021 को रमेश बैस ने झारखंड के राज्यपाल का पदभार ग्रहण किया था। अब उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं, नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता हैं।

 वे तमिलनाडु भाजपा के पार्टी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने कोयंबटूर लोकसभा सीट से दो बार जीत भी हासिल की थी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 प्रदेशों में नए राज्यपालों की नियुक्ति को स्वीकृति दी है। लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक को अरुणाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। इसके अलावा लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम, शिव प्रताप शुक्ला को हिमाचल प्रदेश, गुलाब चंद कटारिया को असम, रिटायर्ड जस्टिस एस. अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है।

वहीं, बिस्वा भूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़, अनुसुईया उइके को मणिपुर, एल. गणेशन को नगालैंड, फागू चौहान को मेघालय, राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को बिहार, रमेश बैस को महाराष्ट्र की जिम्मेवारी सौंपी गई है। इसके अलावा, ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) बीडी मिश्रा को लद्दाख का उपराज्यपाल बनाया गया है।

सीएम हेमंत सोरेन झारखंड ऑफिसर्स टीचर्स इम्प्लॉइज फेडरेशन के पहले प्रांतीय अधिवेशन में सम्मिलित हुए


पेंशन से बुजुर्गों को जोड़कर उनकी जिंदगी को सुरक्षित करने का कर रहे काम 

रांची: सरकार का चलना और चलाना एक सतत प्रक्रिया है। इस दौरान चुनौतियां आती रहेंगी और उसका समाधान भी होता रहेगा। इन सबके बीच आपको सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा । आपको एक बेहतर कार्यप्रणाली स्थापित करनी होगी। यह सही है कि निर्णय लेना सरकार का काम है, लेकिन इंप्लीमेंटिंग अथॉरिटी होने के नाते उसे धरातल पर उतारना और उसे लोगों तक पहुंचाना आपका काम है । मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सभागार में नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन सिस्टम (NMOPS) के नए स्वरूप झारखंड ऑफिसर टीचर्स फेडरेशन के पहले प्रांतीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने सरकार के अंग के रूप में कार्य कर रहे सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ईमानदारी से प्रयास करने को कहा, ताकि झारखंड को सुरक्षित, विकसित और उन्नत राज्य बना सकें।

 वैसा कार्य करें जिसे पूरे देश के सामने एक उदाहरण के रूप में पेश या जा सके 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार ऐसा कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ बढ़ रही है , जो पूरे देश के लिए एक उदाहरण पेश कर सके और अन्य राज्य उसे मॉडल के रूप में अपने यहां लागू कर सके । उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि एक ऐसा झारखंड बनाएं , जहां का हर व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा हो सके और पूरे मान -सम्मान के साथ जीवन यापन कर सके।

 पेंशन बुढ़ापे की लाठी होती है

मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशन बुढ़ापे की "लाठी" होती है। अगर यह "लाठी" आपके पास नहीं होगी तो आज के भौतिकवादी युग में आप को सहारा मिलना मुश्किल हो जाएगा । इसी सोच को ध्यान में रखते हुए सरकार ने जहां राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू करने का निर्णय लिया है , वहीं समाज के सभी गरीब, पिछड़े और जरूरतमंद लोगों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर रही है । यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के तहत सभी बुजुर्गों, विधवाओं, दिव्यांगों और एकल महिला को पेंशन योजना से जोड़ा जा रहा है, ताकि उनकी जिंदगी को सुरक्षित कर सके।

 हमारी सरकार का दिल भी बड़ा है 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का आंख -नाक- कान होने के साथ दिल भी काफी बड़ा है । आपकी समस्याओं का समाधान हो, यह हमारा प्रयास होता है। मेरा मानना है कि अगर कर्मचारी संतुष्ट नहीं होगा तो कार्य भी संतोषजनक नहीं होंगे । ऐसे में हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ आप सभी के कल्याण और इससे जुड़े मुद्दों पर निर्णय लेने का काम कर रही है।

 राज्य को मजबूत करने में आपका अहम रोल 

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा । हमने राज्य तो लड़कर ले लिया, लेकिन उसे उस मुकाम तक नहीं पहुंचा सके हैं , जहां इसे होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य को अपने पैरों पर खड़ा करने और दिशा देने में सरकारी कर्मचारियों का अहम रोल है , क्योंकि आपकी पहुंच गांव-गांव तक होती है ।आप अपने कार्यों को ईमानदारी के साथ पूरा करें तो झारखंड के नवनिर्माण का हमारा प्रयास जरूर साकार होगा।

 काफी दूरदर्शी से हमारे पूर्वज 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे अगुआ और पूर्वज काफी दूरदर्शी और विजनरी थे । वे योजनाएं लंबे भविष्य को देखकर बनाकर थे ताकि आने वाली पीढ़ी को उसका लाभ मिल सके। हमारी सरकार भी अपने नीतियों को उसी हिसाब से निर्धारित कर रही है, ताकि आने वाला वक्त झारखंड के लिए खुशहाली, समृद्धि और उन्नति का द्वार खोल खोल सके।

 

 हर योजना को लागू करने के पीछे है विशेष मकसद 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने जो भी योजनाएं शुरू की है, उसके पीछे एक विशेष मकसद है ।चाहे सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाएं हो या फिर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, धोती साड़ी योजना या अन्य तमाम योजनाएं। हर योजना का मकसद राज्य को मजबूती और समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को लाभ पहुंचाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी पारंपरिक ग्रामीण अर्थव्यवस्था को हम और धार देने का काम कर रहे हैं, ताकि आगे आने वाली पीढ़ी को बेहतर मार्गदर्शन के साथ बेहतर भविष्य दे सकें।

 निजी विद्यालयों से भी बेहतर होंगे सरकारी स्कूल

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है। इस दिशा में मॉडल स्कूल स्थापित खोले जा रहे हैं । आधारभूत संरचनाओं को मजबूत किया जा रहा है। इसके साथ टीचर्स को आईआईएम जैसे बेहतरीन संस्थानों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि सरकारी विद्यालयों में भी क्वालिटी एजुकेशन मिल सके। बहुत जल्द हमारे मॉडल स्कूल ऐसे होंगे, जहां निजी विद्यालयों की तुलना में बेहतर सुविधाएं और पढ़ाई होंगी।

 

 क्या है झारखंड ऑफिसर्स टीचर्स इंप्लाइज फेडरेशन 

झारखंड ऑफिसर्स टीचर्स इंप्लाइज फेडरेशन नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन सिस्टम का नया स्वरूप है। जिसके प्रथम प्रांतीय अधिवेशन का आज आयोजन हुआ। झारखंड में पुरानी पेंशन योजना लागू होने के बाद नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन सिस्टम को नए संगठन के रूप में लाया गया है। इस फेडरेशन में राज्य सरकार के सभी अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। आज के इस अधिवेशन में इस फेडरेशन के "लोगो" का अनावरण मुख्यमंत्री ने किया। अधिवेशन में फेडरेशन के प्रांतीय, जिला और प्रखंड स्तर के प्रतिनिधि शामिल हुए।

भाजपा ने कहा-कांग्रेस को है आदिवासी समाज से नफरत ,झारखंड दौरे पर खड़गे जी को नही याद आये संथाल के शहीद सिंदो कान्हो,और चांद भैरव

रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज वे कांग्रेस के दोहरे चेहरे को उजागर करने आये हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत जोड़ो और हाथ जोड़ो यात्रा करने झारखंड आये है लेकिन भारत की सम्प्रभुता को संकट में डालने वाली पार्टी कांग्रेस को भारत जोड़ने की बात शोभा नही देती है। 

इस पार्टी के डीएनए में तो भारत को तोड़ने की नीति है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा में भारत विरोधी पादरी जॉर्ज पुन्नैया ,तमिलनाडु को अलग देश बनाने की मांग करने वाला उदय कुमार और पीओके का समर्थन करने वाला कमल हसन शामिल होते हैं और कांग्रेस इस यात्रा को भारत जोड़ो यात्रा का नाम दे रही है।

    

प्रकाश ने सवालिए लहजे में कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने कार्यक्रम की शुरुआत साहेबगंज से क्यों रखा। क्योंकि साहेबगंज में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठियों निवास करते है। उन्होंने कहा कि जब सिविल सोसाइटी ने घुसपैठियों को भगाने की बात की है तो यही कांग्रेस और झामुमो की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देखर कहा कि हमारी सरकार प्रवासी भगाने का काम नही करेगी।

    

प्रकाश ने कहा कि मुझे लगा था कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष झारखंड में साहेबगंज के अवैध खनन की बात करेंगे,बहन रुबिका की हत्या के सम्बंध में बात करेंगे,रूपा तिर्की,संध्या टोपनो,अरसू हेम्ब्रोम की हत्या के सम्बंध में बोलेंगे, उनके परिवार के लोगों से मिलेंगे उन्हें सांत्वना देंगे लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को ये सब याद ही नही रहा।

    

उन्होंने कहा कि आखिर कांग्रेस को आदिवासी समाज से इतनी नफरत क्यों है। श्री खड़गे को झारखंड के अमर शहीद सिदो कान्हो चांद भैरव फूलो झानो याद नहीं आए। यही कांग्रेस है जिसने एक आदिवासी महिला का राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में विरोध किया। सदन में राष्ट्रपति के भाषण का विरोध किया।

     

प्रकाश ने कांग्रेस को उसका इतिहास याद दिलाते हुए कहा कि जब देश आजाद हुआ तो 1947 में कांग्रेस के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय भारत का बंटवारा हुआ। कश्मीर के 78,104 वर्ग किमी भूमि पाकिस्तान को दिया गया। उनके समय मे चीन ने 38 हज़ार वर्ग किमी भूमि पर कब्जा की। जिस कश्मीर से भाजपा की सरकार ने अनुच्छेद 370 तथा 35ए को हटाने का काम की उसी कश्मीर के मुद्दे को नेहरू ने यूएनओ में ले जाकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना दिया।भारत पाकिस्तान युद्ध के समय युद्ध विराम रेखा को रेखा को नियंत्रण रेखा में बदलने का काम किया। चीन के साथ युद्ध मे भारत का एक बड़ा हिस्सा 38000 वर्ग किमी चीन हथिया कर बैठ गया है। लोहिया ने जब सवाल किया तो नेहरू ने कहा था कि वह भूमि का कोई उपयोग नही है। 

उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि आप बताएं कि उस समय आपकी सरकार चुप क्यों थी। 

प्रकाश ने कहा कि देश मे जब कांग्रेस की सरकार रही तबतक कश्मीर के लाल चौक में भारत का तिरंगा नही फहरा। 1988 से 1998तक राज्यपाल भी तिरंगा नही फहरा सके। लेकिन इसी समय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आतंकवादियों की चुनौतियों को स्वीकारते हुए तिरंगा फहराया था।

     

प्रकाश ने कहा कि देश मे संविधान से बड़ा कोई नही है। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने फेडरक़्ल स्ट्रक्चर को तोड़ते हुए देश मे अनुच्छेद 356 के तहत 95 बार चुनी हुई सरकार को गिराने का कुत्सित कार्य किया। रामजन्म भूमि आंदोलन के कारण भाजपा की तीन सरकार को हटाने का काम किया गया था।

उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस है जिसके युवराज राहुल गांधी ने कैबिनेट के नोट को फाड़ने का काम किया।

ये वही कांग्रेस है जिसने 1975 में आपातकाल लगाया, 1 लाख 40 हज़ार लोगों को जेल में बंद करने का काम किया ये वही कांग्रेस है जिसके शासनकाल में इंदिरा गांधी की हत्या हुई तो सिखों को मौत के घाट उतारा गया। ये वही कांग्रेस है जिसके नेता भारतीय सैनिकों की वीरता पर सवाल खड़ा करते है। राजीव गांधी ने कहा था कि कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो भूचाल आता  है।

    

उन्होंने कहा कि कांग्रेस उस सरकार की सहयोगी है जो आदिवासी विरोधी है ,राज्य में इस सरकार के कार्यकाल में आदिवासी महिलाओं के साथ दुष्कर्म,अनाचार और उनकी हत्या हो रही है, लेकिन कांग्रेस चुप है।

   

उन्होंने कहा कि एक आदिवासी महिला जो झारखंड की राज्यपाल थी,जब राष्ट्रपति की उम्मीदवार बनी तो यही कांग्रेस ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने की राह पर रोड़ा बनने का काम की थी। जब आदिवासी महिला राष्ट्रपति महोदय ने सदन की जॉइंट सेशन को सम्बोधित कर रही थी तो यही कांग्रेस उनका विरोध कर रही थी। आखिर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बताए कि कांग्रेस को आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों है।

     

प्रकाश ने राज्य सरकार को युवा,किसान,महिला और आदिवासी विरोधी बताते हुए कहा कि राज्य में 30 लाख युवा आज नियोजन नीति नही होने के कारण रोजगार के तलास के दर दर भटक रहे हैं। 

किसानों के धान की खरीदारी नही हो पा रही है। सरकार उनकी उपज की किम्मत नही दे पा रही है। विचौलियों औने पौने दाम उनकी उपज को खरीद रहे है। किसानों की ऋण माफ करने का वादा सरकार ने की थी,धान का क्रय मूल्य 2500 देने की घोषणा,राज्य में रिक्तियों को भरने की घोषणा ,महिलाओं की सशक्तिकरण बनाने की घोषणा की थी लेकिन सब के सब घोषणाएं धरी की धरी रह गई और कांग्रेस चुप है।आज के प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक एवम प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह उपस्थित थे।

न्यूज़ अपडेट: रांची में ज्वेलरी दुकान में दिनदहाड़े तमंचे पर की लूट,घटना सीसीटीवी में कैद,पुलिस जुटी जांच में

रांची:राजधानी रांची से एक बड़ी खबर आ रही है।दरअसल मांडर इलाके में बाइक से आए दो अपराधियों ने दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम दिया है। लूट की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी है। जानकारी के मुताबिक ख्रिस्त कॉलोनी मोड़ स्थित शंकर ज्वेलर्स में अपराधी घुसे और दुकानदार को पिस्टल का भय दिखाकर ज्वेलरी निकलवाई और उसे लेकर चलते बने। सीसीटीवी में दिख रहे समय के अनुसार घटना साढ़े चार बजे के आसपास की है। घटना के बाद दुकानदार अभय सोनी काफी डरे हुए हैं।

सीसीटीवी में लूट की घटना रिकॉर्ड हो गयी है। दिख रहे वीडियो में एक अपराधी हाथ में पिस्टल लिए हुए है। उसने ब्लू रंग का हेलमेट पहन रखा है। वह किसी भी तरह की होशियारी नहीं करने को कहा रहा है। वहीं दूसरा अपराधी काले रंग का हेलमेट जैकेट पहने हुए है। वह दुकान के काउंटर से चीजें समेट रहा है। सीसीटीवी का दो वीडियो है। एक वीडियो दुकान के भीतर का है, जबकि दूसरा वीडियो दुकान के बाहर का है। दुकान के बाहर वाले वीडियो में एक ब्लू रंग की बाइक है। वहां तीन अपराधी दिखते हैं। इन तीन में दो अपराधी दुकान में घुसते हैं और घटना को अंजाम देते हैं। वहीं बाहर वाला अपराधी मॉफलर लपेटे दिखायी दे रहा है।

मांडर थाना प्रभारी विनय यादव ने बताया कि मामले की 

जानकारी मिलते ही आसपास के इलाके की घेराबंदी कर दी गयी है। संभावित इलाके में छापेमारी भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी कितने रुपये की लूट हुई है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।

मांडर में दिन दहाड़े हथियार के बल पर जेवरात व नगदी की लूट ,अपराधियों का चेहरा हुआ सीसी टीवी कैद


मांडर: लुटेरों के हौसले किस कदर बुलंद है इसका अंदाजा आप इस इस वीडियो को देख लगा सकते हैं। दरअसल मांडर मिशन में दो युवक हथियारों के बल पर एक ज्वेलर्स दुकान से लाखों का जेवरात व रुपये लेकर फरार हो गए। 

फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मांडर प्रखंड अन्तर्गत मिशन स्थित ख्रीस्त कलोनी मोड़ के सामने शनिवार दो पहर दो हथियार लैस बाइक सवार युवक एक शंकर ज्वेलर्स नामक दुकान से बैग भर कर लाखों का जेवरात और नगदी रुपये लूटकर फरार हो गए। 

घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची मांडर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है शनिवार दोपहर लगभग 2:26 बजे दुकान संचालक अभय सोनी ने रोजाना की तरह अपना दुकान पर बैठा हुआ था।

इसी बीच दो युवक बाइक पर सवार होकर आए। इस दौरान उन्होंने हथियारों के बल पर दुकान के अंदर रखी सोकेश खोलकर लाखों की जेवरात व रुपये लूट लिए और फरार हो गए। घटना के बाद दुकान संचालक अभय सोनी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मांडर की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने प्राथमिक जांच के दौरान दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला, तो उसमें लुटेरे कैद हो गए है। सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवार लुटेरे बाइक पर आते और जाते हुए दिखाई दे रहे है और अंदर घटना की अंजाम देते हुए नजर आ रहे हैं मांडर थाना प्रभारी विनय कुमार का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगी

राँची: सांस्कृतिक राष्ट्रवाद,एकात्म मानववाद और अंत्योदय को समर्पित हैं भाजपा कार्यकर्ता:-दीपक प्रकाश

रांची: भाजपा द्वारा आज प्रदेश भर में बूथ स्तर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्य तिथि को समर्पण दिवस के रूप में मनाया गया।प्रदेश कार्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश सहित प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय सहित प्रदेश मंत्री एवम विधायक नवीन जायसवाल,विधायक समरी लाल,सुबोध सिंह गुड्डू, सूर्यमणि सिंह,हेमंत दास,सूरज चौरसिया,शिवपूजन पाठक,अविनेश कुमार सिंह, संजीव विजय वर्गीय,राकेश भास्कर,अशोक बड़ाइक,तारिक इमरान,राजश्री जयंती,सत्यनारायण सिंह,सीमा शर्मा,उषा पांडे, नीरज सिंह,माया सिंह, कमाल खान,गुरविंदर सिंह सेठी,राजेंद्र केसरी ,मुकेश मुक्ता,अरुण झा,संदीप वर्मा,रमेश सिंह,सूरज शाहदेव,संजय सहाय,सुबोधकांत आदि शामिल थे।उपस्थित पदाधिकारियों एवम कार्यकर्ता ने पंडित दीनदयाल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए पार्टी केलिए यथा शक्ति धनराशि भी समर्पित किए।

इस अवसर पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि दीनदयाल जी एक महामानव थे जिन्होंने बचपन से विषम परिस्थितियों से जूझते हुए देश और समाज की सेवा की ,समाज को नई दिशा दी।ओजस्वी प्रतिभा के धनी पंडित जी ने राष्ट्र केलिए अपने प्राण की आहुति दे दी।

प्रकाश ने कहा कि जब दुनिया पूंजीवाद,साम्यवाद,समाजवाद के बीच उलझी थी उसी समय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने दुनिया को एकात्म मानववाद का दर्शन दिया जी भारत की सांस्कृतिक चेतना के अनुरूप थी। जिसमे अंत्योदय ,सर्वोदय के साथ विश्व बंधुत्व समाहित है।

उन्होंने कहा कि उनका दर्शन एकांगी नही बल्कि सबको साथ लेकर चलने का दर्शन है। जैसे स्वस्थ शरीर केलिए सभी अंगों का स्वस्थ होना आवश्यक है वैसे ही समाज रूपी शरीर के स्वास्थ्य को ठीक करने केलिए समाज के विविध अंगों की चिंता भी आवश्यक है।उन्होंने कहा कि यही दर्शन आज भाजपा सरकार का मूल मंत्र है। सबका साथ और सबका विकास यही है।

कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार भारत की सांस्कृतिक एकात्मता को भी मजबूत कर रही,राष्टवाद भी मजबूत हो रहा साथ ही अनेकों गरीब कल्याण योजनाओं के साथ अंत्योदय का संकल्प भी तेजी से धरातल पर उतर रहा।